India Vs Pakistan: पाकिस्तान का मिटना तय था… Trump को मच गई चुल्ल!

Trump ने India Vs Pakistan के Ceasefire की Breaking News क्यों दी… जानें पूरा सच

India, Pakistan agreed to immediate ceasefire Trump announcesनई दिल्ली/ वॉशिंगटन डीसी: 10 मई 2025 की तारीख अपने आप में बहुत अहम है। भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले 5-6 दिनों से युद्ध जैसे हालात थे। पाकिस्तान की नापाक हरकतों और उकसावों के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी थी। शनिवार यानी 10 मई की शाम अचानक इस खबर ने पूरी दुनिया को चौंकाकर रख दिया कि युद्ध के मुहाने पर खड़े भारत और पाकिस्तान Ceasefire यानी युद्ध विराम के लिए राजी हो गए हैं।

ये बड़ी और चौंकाने वाली खबर किसी और ने नहीं, बल्कि अमेरिका के राष्ट्रपति Donald Trump ने दुनिया को दी…अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट के जरिए एलान करके। ट्रंप के इस ट्वीट ने हर किसी को हैरान कर दिया। हर तरफ चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच जिस तरह से सैन्य कार्रवाई लगातार बढ़ रही थी। मिसाइलें और तोपें दागी जा रही थीं… बम और गोले बरसाए जा रहे थे। उससे फिलहाल दूर दूर तक ऐसा नहीं लग रहा था कि भारत अब पाकिस्तान पर किसी भी तरह का रहमोकरम दिखाने वाला है। पाकिस्तान लगातार मासूम नागरिकों को निशाना बना रहा था। अपने मुल्क के नागरिकों को भारत पर हमले करके आड़ बना रहा था तो LoC से लगे इलाकों में भारत के बेकसूर नागरिकों पर भी ड्रोन से हमले कर रहा था और उनकी जान ले रहा था।

ऐसे में सबको यही लग रहा था कि युद्ध अब तय है और Pakistan को करारा सबक मिलेगा। भारतीय सेना भी पाकिस्तान को करारा सबक सिखा रही थी। लेकिन तभी पिक्चर बदल गई। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड Trump मध्यस्थ बनकर बीच में कूद पड़े और ये एलान कर दिया कि भारत और पाकिस्तान को उन्होंने सीजफायर यानी युद्ध विराम के लिए मना लिया है। ये और बात है कि 10 मई की शाम 5 बजकर 33 मिनट पर ट्रंप के ट्वीट के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम का आधिकारिक एलान हुआ और रात होते होते पाकिस्तान फिर अपनी नीच और कायराना हरकतों पर उतर आया। युद्ध विराम के 3 घंटे के भीतर ही सीमा से लगे कई इलाकों में Pakistan की ओर से रात को ड्रोन हमले हुए।

अब सवाल है कि Trump को ऐसा करने की जरूरत क्यों पड़ी? ट्रंप सीन में अचानक कैसे आ गए? क्या Donald Trump ने ही मध्यस्थ बनकर भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर यानी युद्ध विराम करवाया है? या फिर अंदर की कहानी कुछ और है? तो इसका जवाब भी जान लीजिए। अंदर के सूत्रों और मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक सच्चाई ये है कि भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने भारत और पाकिस्तान के सीजफायर की खबर ब्रेक की…लेकिन युद्ध विराम का फैसला भारत-पाकिस्तान के स्तर पर पहले ही हो चुका था। अमेरिका तो इस पूरे सीन में दूर दूर तक था ही नहीं। 10 मई की सुबह करीब 9 बजे से ही भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत की लाइन खुल चुकी थी। भारत सरकार से जुड़े सूत्र दावा करते हैं पाकिस्तान के  DGMO का फोन भारत में अपने समकक्ष यानी भारत के DGMO को आ चुका था।

यहां ये बात भी गौर करने वाली है कि युद्ध विराम के इस पूरे घटनाक्रम से पहले भारत सरकार के सूत्रों के हवाले से पहले ही ये जानकारी सामने आ चुकी थी कि भारत में अब किसी भी आतंकी हमले को युद्ध की हरकत माना जाएगा।

बड़ा सवाल ये भी है कि डोनाल्ड ट्रंप को आखिर India-Pakistan के बीच युद्ध विराम की ब्रेकिंग न्यूज पूरी दुनिया को देने की जरूरत क्यों पड़ी? सवाल ये भी है कि क्या ट्रंप ने ऐसा करके भारत का विश्वास तोड़ा है? भारत-पाकिस्तान मामलों के जानकारों के मुताबित ये संभव है कि भारत की तरफ से दोनों देशों के सीजफायर पर सहमति बनने की एक औपचारिक सूचना अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दी गई हो। जिसके बाद पहले से ही उतावलेपन के लिए बदनाम डोनाल्ड ट्रंप ने क्रेडिट लूटने के चक्कर में इसे ब्रेकिंग न्यूज बना दिया।

Donald Trump on India-Pakistan ceasefire

दो देशों के आपसी विवाद और तनाव में मध्यस्थ बनने की अमेरिका की पुरानी आदत रही है। याद कीजिए जब यूक्रेन-रूस के बीच भीषण जंग हो रही थी और तब एक फोन पर उस युद्ध को खत्म करवा देने का ट्रंप का चुनावी दावा जुमला साबित हुआ था। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को ट्रंप ने वाइट हाउस में बुलाया था और जेलेंस्की ने ट्रंप को खूब खरी-खोटी सुनाई थी। इजरायल और हमास की जंग में भी अमेरिका मध्यस्थ बनने को उतावला रहा है लेकिन कर कुछ भी नहीं कर पाया। इजरायल और हमास का युद्ध अमेरिका कभी रुकवा नहीं पाया… और अब वही उतावलापन और मध्यस्थ बनने की चूल अमेरिका को फिर लगी। इसलिए ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के सीजफायर का मौका फौरन लपक लिया और ट्वीट से ये दिखाने की कोशिश की…जैसे भारत पाकिस्तान के बीच का तनाव और युद्ध की स्थिति उन्होंने ही खत्म करवाई है।

हालांकि पाकिस्तान जैसा कायर, धूर्त और मक्कार देश युद्ध विराम जैसी बातों को मानता नहीं है। तभी तो Ceasefire की आपसी सहमति के बाद भी पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों में अपना असली रंग दिखा दिया। रक्षा जानकारों का मानना है कि पाकिस्तान ने जिस तरह से सीजफायर पर इस बार भरोसा तोड़ा है… उससे ये साफ है कि पिक्चर अभी बाकी है। यानी भारत चुप नहीं बैठने वाला है और पाकिस्तान अपने कर्मों की सजा भुगतकर ही रहेगा। आपकी इस खबर पर क्या राय है…हमें कमेंट करके जरूर बताइएगा। खबरों की दुनिया से अपडेट रहने के लिए पढ़ते रहिए आपका अपना न्यूज पोर्टल खबरीलाल.डिजिटल।