Rinku Singh की Red Ball क्रिकेट में दहाड़, बैक-टू-बैक शतक लगा मचाया तहलका
भारतीय क्रिकेट में जो खिलाड़ी लगातार अपनी मेहनत, धैर्य और क्लास से जगह बनाते हैं, उनमें रिंकू सिंह का नाम तेजी से उभर रहा है। व्हाइट-बॉल क्रिकेट के सितारे के रूप में पहचाने जाने वाले रिंकू ने अब रेड-बॉल फॉर्मेट में भी ऐसी दस्तक दी है कि चयनकर्ताओं के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है— क्या अब रिंकू सिंह (Rinku Singh) के लिए टेस्ट टीम का दरवाज़ा खुलने वाला है?
🔥 लगातार दो शतक—टेस्ट टीम की दहलीज़ पर दस्तक
रणजी ट्रॉफी 2024-25 में रिंकू सिंह ने दो मैचों में दो बड़ी पारियां खेलकर सबको चौंका दिया है।
- 165 रन (आंध्र के खिलाफ, कानपुर)
- 176 रन (तमिलनाडु के खिलाफ, कोयम्बटूर)
ये सिर्फ शतक नहीं, एक बयान है कि रिंकू सिर्फ T20 या ODI के फिनिशर नहीं, बल्कि लंबी पारी खेलने वाले तकनीकी रूप से सक्षम बल्लेबाज भी हैं। 247 गेंदों में 176 रन, जिसमें 17 चौके और 6 छक्के शामिल थे—ये पारी परिपक्वता, धैर्य और मैच की परिस्थितियों को समझने की कला का बेहतरीन उदाहरण बनी।
🏏 टीम लड़खड़ाती रही, Rinku Singh खड़े रहे
455 रन के विशाल स्कोर के दबाव में यूपी की शुरुआत कमजोर रही। विकेट गिरते रहे, लेकिन रिंकू का धैर्य नहीं टूटा।
- शिवम शर्मा के साथ 53 रन की साझेदारी
- कार्तिक यादव के साथ 59 रन की साझेदारी

एक छोर से विकेट गिरते रहे, और दूसरे छोर से रिंकू अपनी तकनीक और टाइमिंग से रन जोड़ते रहे। उनकी पारी ने यूपी को न सिर्फ मैच में बनाए रखा बल्कि 460 के स्कोर तक पहुंचाकर 5 रन की महत्वपूर्ण बढ़त भी दिलाई। ये सिर्फ बल्लेबाज़ी नहीं, टीम के लिए लड़ने की जज़्बा था।
⭐ क्यों मजबूत है Rinku Singh की टेस्ट दावेदारी?
- रिंकू का फर्स्ट-क्लास औसत 59 से ऊपर है—जो भारत के टॉप बल्लेबाजों की श्रेणी में आता है।
- रिंकू के नाम 9 फर्स्ट-क्लास शतक हैं।
- मुश्किल परिस्थितियों में लंबी पारी खेलने का अनुभव और क्षमता।
- सफेद गेंद में सफलता से बढ़ा आत्मविश्वास।
- और सबसे अहम—रिंकू खुद कह चुके हैं: “मैं टेस्ट खेलना चाहता हूं।”
टीम इंडिया के मिडिल-ऑर्डर में लगातार बदलाव हो रहे हैं। ऐसे में रिंकू की ये फॉर्म चयनकर्ताओं के लिए एक साफ संकेत है कि वो इस स्लॉट के सबसे मजबूत दावेदारों में शामिल हो चुके हैं।
क्या मिलेगी टेस्ट कैप?
रिंकू सिंह जिस भरोसे, तकनीक और निरंतरता के साथ खेल रहे हैं, उससे ये कहना गलत नहीं होगा कि वे अब टेस्ट टीम की दहलीज पर खड़े हैं। रेड-बॉल क्रिकेट में उनके हालिया प्रदर्शन ने ये सिद्ध कर दिया है कि वो सभी फॉर्मेट में भारत की जरूरत बन सकते हैं।
