Punjab के पूर्व DGP मुहम्मद मुस्तफा का बयान… ‘नशे से हिंसक हो जाता था अकील, दिमाग 40% डैमेज. बहू की जान बचाने को पुलिस के हवाले किया’. FIR को बताया झूठा
Panchkula : पंजाब के Ex DGP Mohammad Mustafa ने बेटे अकील अख्तर की संदिग्ध मौत के बाद दर्ज FIR पर पहली बार रिएक्ट किया है… 16 अक्टूबर को पंचकूला में Akeel की मौत को पहले ओवरडोज बताया गया, लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद हत्या का केस हुआ. Mustafa ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है… बेटे की मौत का दर्द वही समझ सकता है जिसने बेटा खोया हो. नीच लोग मेरे बेटे की मौत और मेरे जख्मों पर नमक छिड़क रहे हैं लेकिन मैं घबराऊंगा नहीं”. Mustafa ने FIR को ‘झूठा’ बताया और जांच से सच आने की उम्मीद जताई है.
साइकोटिक डिसऑर्डर का शिकार था अकील

प्रेस से बात करते हुए Mustafa ने बताया कि “अकील 18 साल से साइकोटिक डिसऑर्डर और नशे की समस्या से जूझ रहा था… वो अक्सर इलाज के दौरान हिंसक और परिवार से दूर हो जाता था. अकील ने 2006 से सॉफ्ट ड्रग्स लेना शुरू किया था जिसके बाद वो हेरोइन, एसिड और आइस ड्रग्स तक पहुंचा. इससे उसका दिमाग 40% डैमेज हो चुका था. 2007 से पंजाब पुलिस जानती है उनकी हालत क्या थी… वेल्म जैसे बड़े स्कूल में पढ़ने का बावजूद उसे गलत आदतें लगी. 27 अगस्त को जब अकील ने वीडियो डाला था तब दो घंटे बाद ही डिलीट कर दिया था… लेकिन कुछ लोगों ने उसे डाउनलोड कर गलत इस्तेमाल किया”.
बहू पर बचाया, बेटे को पुलिस को सौंपा
Mustafa ने आगे बताया कि “Akeel नशे में हिंसक हो जाता था… एक बार बहू की जान जाते-जाते बची तो मैंने खुद उसे पुलिस को सौंपा. लेकिन दोपहर तक मां, बहन और बहू रोने लगे तो बाप का दिल पिघल गया और रात तक शिकायत वापस लेके उसे घर ले आए. 2010 में भी लेडी इंस्पेक्टर ने थाने ले जाकर छोड़ा था. मैंने कई बार बेटे की नशे की आदतों को छुड़ाने के लिए नशा सप्लायर्स तक पकड़वाए, लेकिन सोर्स बंद ना हो सका और मैं हार गया”.
मौत वाले दिन क्या हुआ?

Mustafa के मुताबिक जिस दिन Akeel Akhtar की मौत हुई उस दिन “शाम को अपनी पत्नी के साथ खाना खा रहे थे और बच्चे को बचाने की बात हो रही थी. 8:30 बजे PA Darbar Singh को फोन कर चीमा डी-एडिक्शन सेंटर में भर्ती करवाने की बात चल रही थी. Akeel ने खुद बताया था कि वो मर्फिन लेता था. 20 दिन पहले रिहैब सेंटर लेकर गए थे लेकिन वो रात को भाग आया. 18 साल से दिन में सोता था और रात को जागता था. शाम 7-7:30 उठता था. लेकिन उस दिन देर तक नहीं उठा तो मां-बहन ने दरवाजा खटखटाया. मैं बाहर ही बैठा था. बेटी ने बालकनी से देखा तो Akeel की मौत हो चुकी थी”.
शमशुद्दीन पड़ोसी नहीं, बैंक फ्रॉड है- मुस्तफा
Mustafa ने शिकायतकर्ता शमशुद्दीन को लेकर कहा, “वो हमारा कोई पड़ोसी या रिश्तेदार नहीं है… वो सरासर झूठ बोल रहा है. मेरा घर मलेरकोटला से बाहर था. वह बैंक फ्रॉड केस में मेरे पास मदद मांगने आया था. ढाई साल AAP MLA का PA रहा लेकिन करप्शन केस में निकाला गया. अब फिर किसी बड़े नेता नेता की गोद में बैठा है जिसका नाम मैं नहीं बता सकता”. Mustafa ने कुछ लोगों पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया.
हरियाणा पुलिस को सलाम, FIR अच्छा काम
Punjab की जगह हरियाणा में FIR दर्ज होने को लेकर मुस्तफा ने Haryana Police को सलाम किया और कहा, “अच्छा है FIR हरियाणा में हुई, इससे निष्पक्ष जांच होगी और सच का पता चलेगा. पंजाब में FIR होती तो सबको लगता मैं अपने रसूख का इस्तेमाल कर रहा हूं. दोनों राज्यों में सरकारें अलग हैं”. अब देखना होगा इस केस में आगे क्या बड़ा अपडेट सामने आता है.

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