 
                  सीमा पर संघर्ष के बाद Pakistan-अफगानिस्तान के बीच 48 घंटे का संघर्ष विराम
Pakistan-Taliban War Update
पाकिस्तान (Pakistan)और अफगानिस्तान के बीच चल रही सीमा पर हिंसा के बीच आखिरकार दोनों देश 48 घंटे के संघर्ष विराम (सीजफायर) पर सहमत हो गए हैं। ये संघर्ष विराम बुधवार शाम 6 बजे पाकिस्तान समय (भारतीय समयानुसार 6:30 बजे) से लागू हुआ। बीते कुछ दिनों में सीमा पर हुई झड़पों और हमलों में 50 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें दोनों देशों के नागरिक और सुरक्षाकर्मी शामिल हैं।
हालात कैसे बिगड़े?
पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि उसने अफगानिस्तान के कंधार और काबुल में आतंकी ठिकानों पर जवाबी हमले किए हैं। स्पिन बोलदक-चमन सीमा पर हुई हिंसक झड़पों में पाकिस्तानी सेना ने करीब 30 तालिबान लड़ाकों को मार गिराने का दावा किया है। वहीं, अफगान पक्ष ने भी पाकिस्तानी सीमा चौकी को नष्ट करने और एक टैंक कब्जे में लेने की पुष्टि की है।

नागरिकों पर भी पड़ा असर
अफगानी अधिकारियों के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से कंधार प्रांत के स्पिन बोलदक जिले में किए गए हवाई हमलों में कई रिहायशी इलाके तबाह हो गए। इन हमलों में कम से कम 15 लोगों की मौत हुई है और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इस हिंसा के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
दोनों देशों ने क्या कहा?
सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए पाकिस्तान और अफगानिस्तान ने बातचीत के जरिए समस्या का समाधान निकालने की इच्छा जताई है। दोनों पक्षों का कहना है कि वे भविष्य में शांति बनाए रखने की कोशिश करेंगे। इससे पहले सऊदी अरब और कतर जैसे देशों ने भी दोनों देशों से संयम बरतने और विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की अपील की थी।
तनाव की जड़ क्या है?
पाकिस्तान का आरोप है कि अफगानिस्तान की जमीन से तालिबान आतंकी पाकिस्तान में घुसपैठ कर रहे हैं और हमले कर रहे हैं। ये घटनाएं 2021 में तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता में आने के बाद से बढ़ी हैं। हालांकि, अफगानिस्तान और तालिबान इन आरोपों को खारिज करते हैं और दावा करते हैं कि वे किसी देश के खिलाफ अपनी जमीन का इस्तेमाल नहीं होने देंगे।

Pakistan का भविष्य क्या?
भले ही फिलहाल 48 घंटे का सीजफायर लागू हो गया है, लेकिन सीमा पर स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है। जानकारों का मानना है कि अगर जल्द ही स्थायी समाधान नहीं निकला, तो ये संघर्ष किसी बड़ी लड़ाई में बदल सकता है।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर बढ़ता तनाव सिर्फ इन दो देशों के लिए नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की शांति के लिए खतरा है। ऐसे में दोनों देशों को चाहिए कि वे आपसी बातचीत से समाधान निकालें और नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करें।

 
         
         
        