 
                  Ayodhya Blast: एक झटके में तबाह हुआ पूरा घर, 5 की दर्दनाक मौत
Ayodhya Blast News
Ayodhya Blast Update: अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र के पगलाभारी गांव में गुरुवार शाम हुए भीषण धमाके ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। इस हादसे में तीन बच्चों सहित 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल बताए जा रहे हैं। विस्फोट इतना तेज था कि कई किलोमीटर दूर तक इसकी आवाज सुनाई दी और आसपास के घरों की दीवारें तक हिल गईं।
धमाके के बाद तबाही का मंजर
विस्फोट के बाद का दृश्य दिल दहला देने वाला था। पूरा घर मलबे में तब्दील हो चुका था — एक-एक ईंट बिखरी पड़ी थी, और चारों ओर धूल, धुआं और चीख-पुकार थी।
स्थानीय लोगों के अनुसार, धमाका इतना जबरदस्त था कि घर के टुकड़े दूर तक जा गिरे। शवों के चिथड़े उड़ गए, जिससे पहचान करना भी मुश्किल हो गया।

ग्रामीणों ने बताया कि विस्फोट के बाद चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। पड़ोसी मदद के लिए दौड़े, लेकिन मलबे में दबे लोगों को निकालना बेहद मुश्किल था।
Ayodhya Blast: 12 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन
धमाके के तुरंत बाद पुलिस, फायर ब्रिगेड, बम निरोधक दस्ते (BDS) और एंटी-टेरर स्क्वाड (ATS) की टीम मौके पर पहुंची।
पूरे इलाके को घेरकर रेस्क्यू अभियान चलाया गया, जो लगातार 12 घंटे तक जारी रहा। मलबा हटाने में भारी मशीनें लगाई गईं।

फायर टीम ने बताया कि मलबे के नीचे और लोगों के फंसे होने की आशंका को देखते हुए सुबह तक सर्च ऑपरेशन चलता रहा।
प्रारंभिक जांच में गैस सिलेंडर विस्फोट की आशंका
पुलिस की शुरुआती जांच में घरेलू गैस सिलेंडर में विस्फोट होने की बात सामने आई है।
हालांकि, विस्फोट का सटीक कारण फॉरेंसिक जांच के बाद ही स्पष्ट होगा।
घटनास्थल से फटा हुआ कुकर और सिलेंडर बरामद किया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, विस्फोट रामकुमार गुप्ता उर्फ पप्पू के घर में हुआ था, जिनकी इस हादसे में मौत हो गई।
अधिकारियों ने क्या कहा
एडीजी जोन लखनऊ सुजीत पांडेय ने बताया —
“प्रारंभिक जांच में किसी विस्फोटक या पटाखे के इस्तेमाल के संकेत नहीं मिले हैं। संभावना है कि धमाका गैस सिलेंडर या कुकर फटने से हुआ हो। बीडीएस और एफएसएल की टीमें मौके पर जांच कर रही हैं।”

उन्होंने कहा कि कोई विस्फोटक सामग्री या संदिग्ध अवशेष बरामद नहीं हुए हैं। फिलहाल पुलिस टीम वैज्ञानिक जांच के माध्यम से कारणों की पुष्टि में जुटी है।
गांव में मातम और सन्नाटा
हादसे के बाद पूरा पगलाभारी गांव शोक और डर के साये में है। हर किसी की आंखों में आंसू हैं।
गांव के लोग बताते हैं कि “ऐसा मंजर पहले कभी नहीं देखा। घर तो जमींदोज हो गया, बच्चों के कपड़े तक पहचान में नहीं आ रहे थे।”

सावधान रहने की सीख
ये हादसा घरेलू गैस सिलेंडर और रसोई सुरक्षा के प्रति लापरवाही की गंभीरता को उजागर करता है। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि गैस सिलेंडर और कुकर के उपयोग में पूरी सावधानी बरती जाए, ताकि ऐसी त्रासदियां दोबारा न हों।
अयोध्या के इस हादसे ने एक बार फिर ये साबित किया कि एक छोटी सी चूक कितनी बड़ी तबाही का कारण बन सकती है। प्रशासन जांच में जुटा है, लेकिन पांच मासूम जिंदगियों की भरपाई अब कभी नहीं हो सकेगी।

 
         
         
         
        
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