 
                  Lucknow जेल में पूर्व मंत्री हमले में घायल, जेल प्रशासन पर सवाल
Lucknow News: लखनऊ की जेल में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति, जो खनन घोटाले समेत कई गंभीर आरोपों में बंद हैं, उन पर जेल के भीतर एक कैदी ने हमला कर दिया। इस हमले में प्रजापति के सिर में गंभीर चोट लगी है, जिसके बाद उन्हें KGMC ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
क्या है मामला?
घटना के पीछे की वजह साफ-सफाई को लेकर हुआ विवाद बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, सफाई का कार्य कर रहे एक बंदी से गायत्री प्रसाद प्रजापति की कहासुनी हो गई थी। पहले हल्की बहस हुई और फिर बात बढ़ते-बढ़ते धक्का-मुक्की तक पहुंच गई।
इसी दौरान गुस्से में आकर उस बंदी ने अलमारी के नीचे का स्लाइडिंग हिस्सा निकालकर प्रजापति के सिर पर वार कर दिया। इस हमले में उन्हें सतही (Superficial) लेकिन गंभीर चोट पहुंची।
Lucknow जेल प्रशासन पर उठे सवाल
इस घटना के सामने आने के बाद जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
- हाई-प्रोफाइल कैदियों की सुरक्षा को लेकर हमेशा से चिंता जताई जाती रही है।
- ऐसे कैदी, जो किसी गंभीर मामले में आरोपी हैं या जिनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि रही है, उनकी सुरक्षा जेल प्रशासन के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी होती है।
इस हमले के बाद ये साफ हो गया है कि जेल के अंदर सुरक्षा इंतज़ाम पूरे तरह से चाक-चौबंद नहीं हैं। कैदियों के बीच बढ़ता तनाव और आपसी झगड़े प्रशासन की निगरानी और नियंत्रण क्षमता पर सवाल खड़े करते हैं।
इलाज के लिए तुरंत अस्पताल में भर्ती
हमले के बाद जेल प्रशासन तुरंत हरकत में आया और गायत्री प्रजापति को केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी स्थिति स्थिर है और उन्हें आवश्यक चिकित्सकीय देखरेख में रखा गया है।

कौन हैं गायत्री प्रसाद प्रजापति?
गायत्री प्रसाद प्रजापति समाजवादी पार्टी की सरकार में खनन मंत्री रह चुके हैं।
- उन पर खनन घोटाले, आर्थिक अनियमितताओं और अन्य आपराधिक मामलों में कई गंभीर आरोप लगे हैं।
- फिलहाल वे इन्हीं मामलों में लखनऊ की जेल में बंद हैं।
Lucknow जेल के अंदर बढ़ते तनाव का संकेत
ये घटना न केवल एक हाई-प्रोफाइल बंदी पर हमला है, बल्कि ये जेलों में बढ़ते तनाव और व्यवस्था की खामियों की भी पोल खोलती है।
कैदियों के बीच विवाद, झगड़े और हमले जैसी घटनाएं दर्शाती हैं कि आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़े सुधार की जरूरत है।
आगे की कार्रवाई?
अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि:
- जेल प्रशासन इस घटना की जांच किस स्तर पर करता है?
- दोषी कैदी के खिलाफ क्या कानूनी कार्रवाई की जाएगी?
- हाई-प्रोफाइल कैदियों की सुरक्षा के लिए क्या नई रणनीति अपनाई जाएगी?
गायत्री प्रसाद प्रजापति पर जेल के अंदर हुआ हमला केवल एक व्यक्ति पर हमला नहीं, बल्कि जेल तंत्र की लापरवाही का बड़ा उदाहरण है। इस घटना ने एक बार फिर ये दिखा दिया है कि देश की जेलों में सुधार और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की कितनी आवश्यकता है।
सरकार और जेल विभाग को चाहिए कि वो इस घटना से सबक लेते हुए सुरक्षा उपायों की समीक्षा करे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस और कड़े कदम उठाए।

 
         
         
         
        
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