 
                  Olympian Deepak Punia ने की रिंग सेरेमनी… झज्जर के पहलवान ने निलौठी की शिवानी को पहनाई अंगूठी. IAS की तैयारी कर रही मंगेतर. बेहद करीबी लोग हुए शामिल.
Bahadurgarh : अंतरराष्ट्रीय फ्रीस्टाइल पहलवान और Olympian Deepak Punia ने रविवार, 28 सितंबर को अपनी मंगेतर Shivani को रिंग पहनाकर सगाई कर ली है. यह रिंग सेरेमनी बहादुरगढ़ में पारिवारिक माहौल में संपन्न हुई जिसमें सिर्फ कुछ करीबी रिश्तेदार और मित्र मौजूद रहे. Shivani झज्जर के निलौठी गांव की रहने वाली हैं जो सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही हैं. Deepak के पिता सुभाष पुनिया और शिवानी के पिता अनूप प्रॉपर्टी डीलिंग में पार्टनर हैं जिससे यह रिश्ता तय हुआ है.
शादी की तारीख अभी तय नहीं

Shivani रोहतक के जाट कॉलेज से MA (English) और Be’D पूरी कर चुकी हैं… वे सेल्फ-स्टडी से IAS बनने का सपना देख रही हैं. शिवानी ने कहा, “खेलों से मेरा कोई नाता नहीं है. हमेशा पढ़ाई पर फोकस रहा है. मेरे पापा दीपक के पिता के साथ 6-7 साल से काम कर रहे हैं… दोनों परिवारों की रजामंदी से ये रिश्ता तय हुआ. शादी की डेट अभी फिक्स नहीं है”.Shivani के पिता अनूप खेतीबाड़ी के साथ प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं जबकि मां गृहिणी हैं और छोटा भाई 9वीं कक्षा में पढ़ता है.
केतली पहलवान से ओलिंपियन तक दीपक

बचपन और शुरुआत – 19 मई 1999 को झज्जर के छारा गांव में जन्मे Deepak के पिता सुभाष स्थानीय पहलवान थे… 5 साल की उम्र में अखाड़े में उतारे गए. गांव में “केतली पहलवान” कहलाए, क्योंकि एक बार दूध की पूरी केतली पी गए थे. मिट्टी के अखाड़े से दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम पहुंचे.
राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय सफलता – साल 2016, 2018, 2019 में जूनियर वर्ल्ड चैंपियन बने. एशियन चैंपियनशिप में 2 सिल्वर, 2 ब्रॉन्ज जीते. 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता.
ओलिंपिक और राष्ट्रमंडल खेल – टोक्यो 2021 में 86kg में 5वें स्थान पर रहे. 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में 86kg में गोल्ड मेडल जीता.
2023 एशियन चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज जीता. 2024 एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर (92kg).
आगे भी खेल पर रहेगा फोकस

आपको बता दें वर्तमान में Deepak Punia 92kg कैटेगरी में दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में प्रैक्टिस कर रहे हैं. शादी को लेकर Deepak का कहना है कि “शादी के बाद भी खेल पर फोकस रहेगा, इसमें शिवानी मेरा समर्थन करेंगी”. आने वाले समय में ये रिश्ता Haryana के खेल-शिक्षा क्षेत्र का प्रतीक बनेगा.

 
         
         
        