 
                  Chamba: Ramleela मंचन में दिल दहला देने वाली घटना
Chamba News Update
Chamba News: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में मंगलवार शाम एक ऐसी घटना घटी, जिसने रामलीला के मंच पर उपस्थित सभी दर्शकों और कलाकारों को शोक में डुबो दिया। ऐतिहासिक चौगान मैदान में चल रही श्रीरामलीला के दौरान, दशरथ का किरदार निभा रहे वरिष्ठ कलाकार अमरेश महाजन की अचानक हृदय गति रुकने से मौत हो गई। वह लगभग 70 वर्ष के थे और पिछले करीब चार दशकों से रामलीला में दशरथ और रावण की भूमिकाएं निभा रहे थे।
Chamba में मंच पर मातम
मंगलवार रात करीब 8:30 बजे रामलीला का एक महत्वपूर्ण दृश्य चल रहा था, जिसमें दशरथ अपने दरबार में अपने कर्तव्यों की बातें कर रहे थे। वह बोलते हैं, “मैं अपनी प्रजा के लिए अपने प्राण तक न्योछावर कर दूंगा…” और यह कहते हुए अचानक वह अपने सिंहासन पर झुके, फिर स्थिर हो गए। दर्शक पहले इसे एक नाटकीय घटना समझ रहे थे, लेकिन जब अमरेश महाजन उठे नहीं, तो मंच पर मौजूद सभी कलाकार घबरा गए।
अचानक हुआ दिल दहला देने वाला घटनाक्रम
अमरेश महाजन को तुरंत नजदीकी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल चंबा ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मंच पर घटित यह दृश्य कैमरे में कैद हो गया, जिसे देखकर हर कोई हैरान था। रामलीला मंचन के बीच इस तरह की अप्रत्याशित घटना ने चंबा के लोगों को एक गहरे सदमे में डाल दिया।

दशरथ का किरदार: 40 साल का समर्पण
अमरेश महाजन पिछले 40 वर्षों से रामलीला में राजा दशरथ की भूमिका निभा रहे थे। उनका अभिनय दर्शकों के दिलों में हमेशा के लिए बस गया था। हर बार जब वे मंच पर प्रवेश करते थे, तो दर्शक उनके अभिनय की प्रशंसा किए बिना नहीं रह पाते थे। उनका दशरथ का किरदार हमेशा जीवंत, भावुक और प्रभावशाली होता था। उन्होंने रामलीला के मंच पर दशरथ के रूप में ऐसा प्रभाव छोड़ा कि अब उनके बिना मंच की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
शोक में डूबा चंबा नगर
अमरेश महाजन की मृत्यु ने रामलीला परिवार को तो दुखी किया ही, साथ ही चंबा नगर को भी गहरे शोक में डाल दिया। श्रीरामलीला क्लब चंबा के अध्यक्ष स्वपन महाजन ने कहा, “अमरेश महाजन न केवल हमारे क्लब के अभिन्न सदस्य थे, बल्कि उनका अभिनय रामलीला का अभिन्न हिस्सा बन चुका था। उनकी अचानक मौत से मंच पर मौजूद सभी लोग स्तब्ध हैं।”
यह घटना केवल रामलीला के मंच तक सीमित नहीं रही, बल्कि पूरे चंबा नगर में शोक की लहर फैल गई। स्थानीय लोग और कलाकार अपने प्रिय अभिनेता को याद करते हुए भावुक हो उठे। उनके निधन के बाद रामलीला के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं और मंच पर उनके योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है।
अमरेश महाजन की कला का योगदान हमेशा याद रहेगा
अमरेश महाजन का जीवन रामलीला के मंच पर उनके अभिनय के जरिए चंबा की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बन चुका था। उनका अभिनय एक श्रद्धांजलि था उस परंपरा के प्रति, जो रामलीला को जीवित रखे हुए थी। उनकी मृत्यु ने न केवल चंबा, बल्कि पूरी रामलीला बिरादरी को गहरे दुख में डुबो दिया।
उनकी आत्मा को शांति मिले और उनकी यादें हमेशा चंबा में जीवित रहेंगी। रामलीला का मंच अब कभी पहले जैसा नहीं रहेगा, क्योंकि उन्होंने दशरथ के रूप में न केवल अभिनय किया, बल्कि उस किरदार को जीवन दिया था।

 
         
         
         
        
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