 
                  CM Yogi: शिक्षण संस्थान केवल अक्षर ज्ञान का माध्यम नहीं
CM Yogi News
बस्ती में CM Yogi ने सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल का भूमिपूजन-शिलान्यास किया, इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल अक्षर ज्ञान देना नहीं होता, बल्कि यह बालक के सर्वांगीण विकास की नींव रखती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने सरस्वती शिशु मंदिर के महत्व को रेखांकित करते हुए स्पष्ट किया कि यदि शिक्षा से संस्कार, राष्ट्रीयता, मातृभूमि प्रेम और आदर्शों का विकास नहीं हो रहा है, तो वह शिक्षा नहीं, कुशिक्षा है।
सरस्वती शिशु मंदिर: शिक्षा और संस्कार का संगम
मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद जब तत्कालीन सरकारें भारतीय शिक्षा प्रणाली को सही दिशा देने में असफल रहीं, तब नाना जी देशमुख ने गोरखपुर से सरस्वती शिशु मंदिर की नींव रखी। इस प्रयास का उद्देश्य था भारतीय संस्कृति, परंपरा और मूल्यों से ओतप्रोत शिक्षण संस्थान की स्थापना करना, जो भारत को पुनः ‘विश्व गुरु’ के रूप में स्थापित करने में सहायक हो।
राष्ट्र निर्माण में शिक्षा की भूमिका
सरस्वती शिशु मंदिर न केवल एक शैक्षणिक संस्था है, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण की प्रयोगशाला भी है। आज देशभर में 12,000 से अधिक शिशु मंदिर संचालित हैं, जहां शिक्षा के साथ-साथ छात्रों में भारतीयता के प्रति गर्व, नागरिक कर्तव्यों की समझ और समाज नेतृत्व के गुण विकसित किए जाते हैं।

सीएम योगी ने उदाहरण दिया कि गोरखपुर के पक्कीबाग से केवल पांच छात्रों के साथ शुरू हुआ यह अभियान आज एक विशाल संगठन के रूप में उभरा है, जो बिना सरकारी सहायता के, केवल स्वयंसेवकों और समाज के सहयोग से आगे बढ़ा है।
शिक्षा: आत्मनिर्भर भारत की कुंजी
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि किसी भी राष्ट्र की समृद्धि शिक्षा से ही आरंभ होती है। शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, कौशल विकास और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में संतुलन बनाकर ही समग्र विकास संभव है। इसी दृष्टिकोण से केंद्र और राज्य सरकारें दीर्घकालिक योजनाएं बना रही हैं।
CM Yogi: गुलामी की मानसिकता से मुक्ति आवश्यक
सीएम योगी ने भारतीय समाज में व्याप्त गुलामी की मानसिकता पर प्रहार करते हुए कहा कि लंबे समय तक भारत और भारतीयता को हीन दृष्टि से देखा गया। विदेशी विचारों और व्यक्तित्वों को आदर्श मानने की प्रवृत्ति ने हमें हमारी जड़ों से काटने का कार्य किया। आज आवश्यकता है कि हम अपने गौरवशाली अतीत, संस्कृत, हिंदी, भारतीय दर्शन और महापुरुषों का सम्मान करें।

ऐतिहासिक नायकों का पुनर्मूल्यांकन
महाराजा सुहेलदेव जैसे ऐतिहासिक नायकों को भुला दिया गया, जबकि उन्होंने विदेशी आक्रमणकारियों से भारत की रक्षा की थी। योगी सरकार ने बहराइच में उनका स्मारक बनवाकर और विश्वविद्यालय की स्थापना करके उनके योगदान को पुनः सम्मान दिया है।
सरकार के कार्यों में आरएसएस की भूमिका
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से स्वीकार किया कि आजादी के बाद जिन कार्यों को सरकारों को करना चाहिए था, उन्हें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने कंधों पर लिया। शिक्षा को राष्ट्रीयता से जोड़ने का कार्य सरस्वती शिशु मंदिरों के माध्यम से आरएसएस ने किया।
विकसित भारत का सपना
सीएम योगी ने कहा कि विकसित भारत का सपना केवल सरकार का नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक का ध्येय होना चाहिए। उत्तर प्रदेश, जिसे कभी बीमारू राज्य कहा जाता था, आज देश के अग्रणी राज्यों में गिना जाता है। इसका श्रेय नीति, नीयत और टीम वर्क को जाता है।
रोजगार और युवा सशक्तिकरण
प्रदेश सरकार ने युवाओं को रोजगार देने के मामले में भी बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। केवल दो दिनों में छह हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। अब प्रदेश का युवा अपने गांव और कस्बे में ही रोजगार पा रहा है, जिससे पलायन की समस्या भी कम हो रही है।

 
         
         
         
        
https://shorturl.fm/IndXS