सनकी Trump ने टैरिफ के बाद अब भारत दौरा भी किया रद्द !
नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के रिश्तों में हाल के दिनों में तनाव साफ झलकने लगा है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक ताजा रिपोर्ट में दावा किया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अब भारत आने का कोई कार्यक्रम नहीं रखते। वह साल के अंत में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन (QUAD) में शामिल होने वाले थे, जिसकी मेजबानी भारत करने जा रहा है। हालांकि इस रिपोर्ट पर अब तक भारत और अमेरिका की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
QUAD क्या है ?
क्वाड (QUAD) का पूरा नाम Quadrilateral Security Dialogue है। यह एक रणनीतिक समूह है जिसमें चार देश शामिल हैं –
- भारत
- अमेरिका
- जापान
- ऑस्ट्रेलिया
क्वाड की शुरुआत
QUAD की शुरुआत साल 2007 में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की पहल पर हुई थी। शुरुआत में यह मंच प्राकृतिक आपदाओं से निपटने और समुद्री सुरक्षा पर सहयोग के उद्देश्य से बनाया गया था। हालांकि बाद में यह समूह एशिया-प्रशांत क्षेत्र (अब इंडो-पैसिफिक) में रणनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा सहयोग का महत्वपूर्ण मंच बन गया।
उद्देश्य
क्वाड का मुख्य उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में:
- मुक्त और खुले समुद्री मार्गों को सुरक्षित रखना,
- नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बढ़ावा देना,
- सुरक्षा सहयोग और रक्षा साझेदारी को मजबूत करना,
- साइबर सुरक्षा, तकनीकी सहयोग, जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर मिलकर काम करना है।
गतिविधियां
- क्वाड देश संयुक्त समुद्री अभ्यास (Malabar Exercise) और राजनयिक बैठकें आयोजित करते हैं।
- हाल के वर्षों में क्वाड ने वैक्सीन वितरण, नई तकनीक (AI, 5G, सेमीकंडक्टर) और जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों पर भी सहयोग बढ़ाया है।
चीन का दृष्टिकोण
क्वाड को अक्सर चीन अपनी नीतियों के खिलाफ एक रणनीतिक गठबंधन के रूप में देखता है। चीन इसे “एशियाई नाटो” कहकर आलोचना करता रहा है।
आसान शब्दों में, क्वाड चार देशों का समूह है जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और आर्थिक सहयोग सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करता है।
QUAD से Trump की दूरी !
ख़बर है कि QUAD की मेजबानी भारत करने वाला है, ऐसे में QUAD की बैठक में शामिल होने के लिए Trump के भारत आने के आसार थे, लेकिन अब लग रहा है कि ट्रंप इस बैठक से दूरी बना सकते हैं

टैरिफ और दौरे की रद्दीकरण से गहराया तनाव
ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में भारत पर 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। इसके बाद अब राष्ट्रपति ट्रंप ने अपना प्रस्तावित भारत दौरा भी रद्द कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, ट्रंप ने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने आने की सूचना दी थी, लेकिन बाद में इस योजना को कैंसिल कर दिया।
भारत-पाकिस्तान मुद्दे पर विवाद
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को लेकर ट्रंप के बार-बार किए गए दावों ने रिश्तों में खटास और गहरा दी। ट्रंप का दावा रहा है कि उन्होंने दोनों देशों के बीच मई में हुए संघर्ष को सुलझाने में भूमिका निभाई, जबकि भारत ने इन दावों को पूरी तरह खारिज किया। प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कहा था कि भारत अपने और पाकिस्तान के मुद्दों में किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेगा।
जून की फोन कॉल, Trump और नोबेल विवाद
17 जून को ट्रंप और मोदी के बीच 35 मिनट फोन पर बातचीत हुई थी। इसी दौरान ट्रंप ने खुद को भारत-पाक संघर्ष को खत्म करने वाला बताया और यहां तक कहा कि पाकिस्तान उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित कर सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप चाहते थे कि मोदी भी उनके इस अभियान का समर्थन करें, लेकिन मोदी ने इस विचार को सिरे से नकार दिया। माना जा रहा है कि यही घटना दोनों नेताओं के रिश्तों में बड़ी दरार का कारण बनी।

Trump, व्यापार और रूस का मसला
न्यूयॉर्क टाइम्स ने यह भी दावा किया है कि रूस से तेल खरीदने को लेकर ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया, जो किसी संगठित नीति से ज्यादा दंडात्मक कदम प्रतीत होता है। अमेरिकी थिंक टैंक “सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज” के विशेषज्ञों का मानना है कि केवल भारत को निशाना बनाना यह दर्शाता है कि मामला केवल रूस से जुड़ा नहीं है, बल्कि ट्रंप की व्यक्तिगत नाराज़गी और रणनीति का हिस्सा है।
नतीजा और आगे का रास्ता
रिपोर्ट के मुताबिक, टैरिफ वार्ता में गतिरोध के बाद ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। इससे दोनों देशों के रिश्तों में और दूरी आने लगी।
भारत और अमेरिका दोनों ही देशों के लिए यह साझेदारी वैश्विक स्तर पर रणनीतिक रूप से अहम मानी जाती है। ऐसे में ट्रंप का भारत दौरा रद्द करना और टैरिफ विवाद रिश्तों में तनाव का बड़ा संकेत है। अब यह देखना होगा कि दोनों सरकारें आगे इस तनाव को कम करने के लिए क्या कदम उठाती हैं।
