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Ganesh Chaturthi in Sambhal: मंदिर से गलियों तक बप्पा का जलवा
संभल के चंदौसी में इस बार भी Ganesh Chaturthi पर भक्तिभाव की गंगा बह निकली। दशकों पुराना गणेश मंदिर रोशनी से ऐसा जगमगाया कि लगता था मानो स्वयं कैलाश पर्वत उतर आया हो। ढोल-नगाड़ों की थाप पर जब “गणपति बप्पा मोरया” गूंजा, तो पूरा शहर भक्ति रस में डूब गया।
Ganesh Procession in Sambhal: 66 साल पुरानी परंपरा

यह नजारा कोई साधारण नहीं, बल्कि गणेश पूजन की 66 साल पुरानी परंपरा का हिस्सा है। शहर की सड़कों पर झूमते-गाते श्रद्धालु, सैकड़ों झांकियों से सुसज्जित बप्पा की झलक और रोशनी से नहाया संभल। कहा जाता है कि जिस किसी ने यह शोभायात्रा देख ली, उसका साल मंगलमय हो जाता है।
Ganesh Temple Sambhal: घर-घर विराजमान बप्पा
गणेश मंदिर सिर्फ मंदिर ही नहीं, बल्कि आस्था का केंद्र है। चंदौसी के गणेश मंदिर से शुरू होकर पूरे शहर में भक्ति की बयार बहती है। घर-घर बप्पा विराजमान हैं, दस दिनों तक चलने वाले गणेश उत्सव की धूम है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सब बप्पा की भक्ति में डूबे हैं।
Ganesh Chaturthi Mela in Sambhal: मेले की रौनक, भक्ति का रंग

66 वर्षों से लग रहा Ganesh Chaturthi Mela आज भी उतनी ही भव्यता से मनाया जाता है। मेले में बच्चों की खिलखिलाहट, भक्ति गीतों की स्वर लहरियां और झांकियों की चमक, सब मिलकर ऐसा समा बांधते हैं कि हर कोई खुद को भाग्यशाली मानता है।
Sambhal Ganesh Utsav: डीएम-एसपी भी हुए शामिल

सुरक्षा और व्यवस्था के लिहाज़ से Ganesh Utsav में इस बार डीएम और एसपी भी मौजूद रहे। भीड़ को नियंत्रित करने के साथ-साथ उन्होंने खुद भी बप्पा के दर्शन किए। प्रशासन की मौजूदगी से भक्तों को सुरक्षा का भरोसा और भक्ति में और ज्यादा आनंद मिला।
Ganesh Festival in Sambhal: 10 दिन की भक्ति धारा
Ganesh Festival अब सिर्फ पूजा तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह शहर की पहचान बन चुका है। दस दिनों तक नित्य पूजन, भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रम चलते हैं। बप्पा के आगमन से लेकर विसर्जन तक हर दिन शहर किसी न किसी नए रंग में रंग जाता है।
Ganesh Chaturthi Celebration in Sambhal: भक्ति में डूबा शहर
चंदौसी का नजारा देखकर यही कहा जा सकता है कि Ganesh Chaturthi Celebration केवल पर्व नहीं, बल्कि शहर की आत्मा है। भक्तों का उमड़ा सैलाब, झांकियों की जगमग रोशनी और हर गली में गूंजता – “गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया”… यही है असली संभल की पहचान।
Written by khabarilal.digital Desk
🎤 संवाददाता: रामपाल सिंह
📍 लोकेशन: संभल, यूपी
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