 
                  John Bolton के घर FBI का छापा, Trump को भारत के मसले पर दी थी नसीहत !
NEWS: अमेरिका की राजनीति में हलचल उस वक्त और तेज हो गई जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Trump) के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे जॉन बोल्टन (John Bolton) के घर एफबीआई (FBI) ने छापेमारी की। ये छापा ऐसे समय पर पड़ा जब बोल्टन ने ट्रंप की भारत के साथ व्यापारिक नीति और टैरिफ लगाने की रणनीति की तीखी आलोचना की थी।
गोपनीय दस्तावेजों की जांच के तहत छापेमारी
अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एफबीआई की यह कार्रवाई गोपनीय दस्तावेजों के संभावित दुरुपयोग की जांच के तहत की गई है। हालांकि, अब तक न तो जॉन बोल्टन को हिरासत में लिया गया है और न ही उनके खिलाफ कोई आरोप तय किए गए हैं। ट्रंप प्रशासन की ओर से भी इस छापे पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
एफबीआई निदेशक की टिप्पणी
एफबीआई के निदेशक काश पटेल ने इस छापे के बाद एक रहस्यमयी पोस्ट में लिखा, “कानून से ऊपर कोई नहीं होता, एफबीआई एजेंट मिशन पर हैं।” उनके इस बयान को छापे से जोड़कर देखा जा रहा है, जिससे राजनीतिक अटकलें और तेज हो गई हैं।

Trump की भारत नीति पर John Bolton की नाराज़गी
जॉन बोल्टन ने हाल ही में एक साक्षात्कार में ट्रंप को “सनकी राष्ट्रपति” करार दिया था और भारत पर लगाए गए टैरिफ की कड़ी आलोचना की थी। उनका कहना था कि अमेरिका ने रूस और चीन जैसे देशों पर कठोर प्रतिबंध लगाने से परहेज किया है, जबकि भारत को टारगेट किया गया। ट्रंप ने भारत पर पहले 25% टैरिफ लगाया था, जिसे बाद में और 25% बढ़ाकर कुल 50% कर दिया गया।
भारत को लेकर चिंता
बोल्टन ने स्पष्ट रूप से कहा कि ट्रंप की यह नीति भारत को रूस और चीन की ओर धकेल सकती है। उन्होंने चेतावनी दी कि भारत पर इस तरह का दबाव बनाना अमेरिका की रणनीतिक भूल हो सकती है, जिससे भारत-अमेरिका संबंधों को नुकसान पहुंचेगा।
FBI की जांच और Trump पर सवाल !
FBI की ये कार्रवाई राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित है या वास्तव में कोई कानूनी जांच का हिस्सा, यह कहना अभी जल्दबाज़ी होगी। लेकिन यह स्पष्ट है कि जॉन बोल्टन द्वारा ट्रंप की आलोचना और उसके तुरंत बाद हुई छापेमारी अमेरिकी राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर रही है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और भी खुलासे होने की संभावना है, जो अमेरिका की घरेलू राजनीति के साथ-साथ भारत-अमेरिका संबंधों को भी प्रभावित कर सकते हैं।

 
         
         
        