मानसून सत्र का पहला दिन आज… मनीषा मर्डर केस, फिरौती और नेताओं को धमकी के मुद्दे उठाएगा विपक्ष. Congress लाएगी काम रोको प्रस्ताव. हंगामे के पूरे-पूरे आसार
Chandigarh : हरियाणा विधानसभा का Monsoon Session आज, 22 अगस्त दोपहर 2 बजे से शुरू हो रहा है… सत्र के पहले दिन ही हंगामा होने की पूरी संभावना है, क्योंकि विपक्ष Law and Order, फरौती, हत्या और नेताओं को मिल रही धमकियों जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है. Congress ने इन मुद्दों पर चर्चा के लिए काम रोको प्रस्ताव दिया है. अगर विधानसभा स्पीकर हरविन्द्र कल्याण इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करते तो Congress पहले दिन ही Walkout कर सकती है.
ये होंगे मुख्य मुद्दे

Law and Order – विपक्ष Bhiwani Teacher Manisha की संदिग्ध मौत के मामले के साथ-साथ व्यापारियों से मांगी जा रही फिरौती, विधायकों को मिल रही धमकियां और हत्याओं की घटनाओं को जोर-शोर से उठाएगा. सरकार ने मनीषा के शव का अंतिम संस्कार करवाकर इस मुद्दे को कमजोर करने की कोशिश की है.
जलभराव और नुकसान – गुरुग्राम, फरीदाबाद और जींद जैसे शहरों में Monsoon के दौरान जलभराव से हुए नुकसान, Traffic Jams और किसानों की फसलों की बर्बादी को भी विपक्ष बड़ा मुद्दा बनाएगा.
चौथा सत्र बिना नेता प्रतिपक्ष

आपको बता दें पिछले दस महीने में ये चौथा सत्र है जिसमें हरियाणा कांग्रेस पार्टी बिना किसी औपचारिक Leader of Opposition के उतरेगी… पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अनौपचारिक रूप से विपक्ष की भूमिका निभाते रहेंगे. खुद CM Nayab Singh Saini पिछले बजट सेशन में कह चुके हैं कि हमारी नजर में Bhupinder Singh Hooda ही विपक्ष के नेता हैं.
सत्र की अवधि और कार्यवाही

आज सुबह 11 बजे Business Advisory Committee की बैठक सत्र की अवधि तय करेगी… अस्थाई कार्यक्रम के अनुसार सत्र 26 अगस्त तक चलेगा जिसमें 23 और 24 अगस्त की छुट्टी रहेगी. कुल तीन दिन सदन की कार्यवाही होगी. प्रश्नकाल में पूछे जाने वाले विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पहले ही तैयारी कर चुके हैं.
हंगामे की पूरी संभावना
Congress के काम रोको प्रस्ताव और Law and Order पर तीखी बहस के चलते सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं. अगर प्रस्ताव स्वीकार नहीं हुआ तो विपक्ष का Walkout तय माना जा रहा है. यह सत्र छोटा होने के बावजूद हरियाणा की राजनीति और जनता के मुद्दों पर प्रभावी चर्चा का केंद्र बन सकता है.
