हमले के बाद Delhi CM Rekha Gupta को मिली CRPF सिक्योरिटी… 20-25 हथियारबंद जवान हर वक्त रहेंगे तैनात. जनसुनवाई के दौरान हुआ था हमला. 5 दिन की रिमांड पर आरोपी
New Delhi : 20 अगस्त दिल्ली CM Rekha Gupta पर जनसुनवाई के दौरान हुए हमले ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है… वहीं सीएम पर हमले के बाद केंद्र सरकार ने उनकी सुरक्षा के लिए Z कैटेगरी CRPF सिक्योरिटी प्रदान की, जिसमें 22-25 हथियारबंद जवान 24 घंटे तैनात रहेंगे. हमला करने वाले आरोपी राजेशभाई खीमजीभाई सकरिया को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है और BJP ने इसे AAP द्वारा प्रायोजित साजिश करार दिया है.
हमले के बाद CM का पहला बयान

Delhi CM Rekha Gupta ने X पर लिखा… “जनसुनवाई के दौरान मुझ पर हुआ हमला मेरे ऊपर ही नहीं, बल्कि दिल्ली की सेवा और जनता की भलाई के संकल्प पर कायराना प्रयास है. हमले के बाद मैं सदमे में थी, लेकिन अब बेहतर हूं”. उन्होंने कहा कि जनसुनवाई आगे भी जारी रहेगी और उनकी हिम्मत नहीं टूटेगी. फिलहाल वे घर से काम कर रही हैं.
कहां और कैसे हुआ हमला?

दरअसल बुधवार की सुबह 8:15 पर Delhi CM Rekha Gupta सिविल लाइंस कैंप ऑफिस में जनसुनवाई के दौरान लोगों की शिकायतें सुन रही थीं… उसी दौरान गुजरात के राजकोट के रहने वाला 41 साल के राजेशभाई खीमजीभाई सकरिया उनसे शिकायतकर्ता बनकर मिला और कुछ कागज देने के बहाने अचानक सीएम पर हमला कर दिया. दिल्ली PWD मंत्री परवेश साहिब सिंह के अनुसार आरोपी ने CM के हाथ और बाल खींचे, जिससे उनके हाथ, कंधे और सिर पर चोटें आईं. जबकि दिल्ली BJP अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दावा किया कि CM का सिर टेबल के किनारे से टकराया, लेकिन पत्थर मारने या थप्पड़ की खबरों को गलत बताया.
आरोपी सकरिया की गिरफ्तारी
CM की सुरक्षा में तैनात कर्मियों ने राजेशभाई को तुरंत पकड़ लिया… उसे द्वारका मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से 5 दिन की पुलिस रिमांड मिली. दिल्ली पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) धारा 109(1) (हत्या का प्रयास), 132 (पब्लिक सर्वेंट पर हमला), और 221 (पब्लिक सर्वेंट को बाधित करना) के तहत मामला दर्ज किया.
Z कैटेगरी CRPF सिक्योरिटी
हमले के बाद दिल्ली पुलिस की सुरक्षा में खामियों के चलते CRPF को रेखा गुप्ता की Z कैटेगरी सिक्योरिटी सौंपी गई… यह ग्रुप अमित शाह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की सुरक्षा भी संभालता है. Z कैटेगरी में 22-25 जवान शामिल हैं, जिनमें PSO, एस्कॉर्ट, वॉचर और 8 स्टैटिक गार्ड होते हैं. गृह मंत्रालय की ‘येलो बुक’ के अनुसार, इसे Z+ तक बढ़ाने पर विचार हो रहा है.
कौन है आरोपी राजेशभाई खीमजी?

CM Rekha Gupta पर हमला करने वाला राजेशभाई खीमजीभाई सकरिया राजकोट गुजरात का रिक्शा चालक है… वह कोठारिया इलाके का रहने वाला है. राजकोट के भक्तिनगर पुलिस स्टेशन में पहले से आरोपी पर 5 मामले दर्ज हैं जिनमें 2 चाकूबाजी के हैं और 3 शराब तस्करी के.
पूरी तैयारी के साथ किया हमला
बताया जा रहा है कि 19 अगस्त को राजेशभाई ने CM के शालीमार बाग आवास की रेकी की थी. वो CCTV में फोन पर बात करते और वीडियो रिकॉर्ड करते देखा गया है. वह गुजराती भवन, सिविल लाइंस में रुका और जनसुनवाई की जानकारी लेने CM के निजी आवास गया, जहां स्टाफ ने उसे Civil Lines का पता दिया. उसके मोबाइल से जनसुनवाई के 2 वीडियो और CM आवास की रिकॉर्डिंग मिली है.
हमले के पीछे आरोपी का मकसद

राजेश की मां भानुबेन सकरिया ने दावा किया कि वह पशु प्रेमी है और सुप्रीम कोर्ट के आवारा कुत्तों को शेल्टर में भेजने के आदेश से परेशान था… उन्होंने कहा कि वह मानसिक रूप से अस्थिर है और किसी पार्टी से नहीं जुड़ा है. जबकि Delhi Police का दावा है कि वह अकेला नहीं था. उसके 4 सहयोगियों की कॉल रिकॉर्ड और संपर्कों की जांच हो रही है.
हमले को लेकर बीजेपी के आरोप

दिल्ली BJP नेता हरीश खुराना ने X पर राजेशभाई की AAP विधायक गोपाल इटालिया के साथ फोटो शेयर की और इसे AAP की साजिश बताया… CM ऑफिस ने भी इसे CM की हत्या की सुनियोजित साजिश करार दिया. बीजेपी नेता कपिल मिश्रा का कहना है कि रेकी और हमले का तरीका साजिश की ओर इशारा करता है.
AAP का बीजेपी को जवाब
गुजरात AAP ने फोटो को AI-एडिटेड बताया… गोपाल इटालिया ने कहा कि उनके पुराने वीडियो से स्क्रीनशॉट लेकर छेड़छाड़ की गई है… अरविंद केजरीवाल और अतिशी ने हमले की निंदा की, लेकिन कहा कि हिंसा का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं. केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस पर भरोसा जताया. वहीं AAP विधायक अनिल झा ने इसे “रेखा गुप्ता का ड्रामा” बताया और कहा कि कोई हमला नहीं हुआ है.
कांग्रेस-शिवसेना ने क्या कहा?
Congress के तमाम नेताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की और इसी CM की सुरक्षा में बड़ी चूक बताते हुए दिल्ली में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए… वहीं शिवसेना UBT की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि अगर CM सुरक्षित नहीं तो आम नागरिकों की सुरक्षा कैसे होगी?
