Trump-Putin Meet बनी High stakes, Russia-Ukraine War के भविष्य पर सबकी नज़र
Trump-Putin Meet: Russia-Ukraine War News Update
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में होने वाली बहुप्रतीक्षित मुलाकात ने वैश्विक ध्यान खींचा है. Trump-Putin Meet, Russia-Ukraine War के समाधान और वैश्विक शांति के लिए निर्णायक साबित हो सकती है. ट्रंप ने इस मुलाकात को ‘High stakes‘ यानी ‘बहुत बड़ा दांव’ करार दिया है, जबकि पुतिन ने अपनी शर्तों के साथ वार्ता में उतरने का संकेत दिया है. आइए, इस मुलाकात के महत्व और पुतिन की शर्तों पर नजर डालते हैं.
ट्रंप का धमकी भरा बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एयरफोर्स वन से वॉशिंगटन से अलास्का के लिए रवाना हो चुके हैं, जहां उनकी पुतिन के साथ रात 12:30 बजे मुलाकात होगी. रवाना होने से पहले ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, “High stakes!” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ये बातचीत विफल रही तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं. ट्रंप के साथ विदेश मंत्री मार्को रुबियो, वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट, वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लट्निक और सीआईए निदेशक जॉन रैटक्लिफ भी इस बैठक में शामिल होंगे.

ट्रंप ने कहा कि पुतिन उनकी अर्थव्यवस्था में रुचि रखते हैं, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त होने तक कोई व्यापारिक समझौता नहीं होगा. उन्होंने यूक्रेन के क्षेत्रीय मुद्दे पर स्पष्ट रुख अपनाते हुए कहा, “यूक्रेन को अपनी जमीन पर खुद फैसला लेना होगा.” ट्रंप ने ये भी जताया कि पुतिन युद्ध को अपनी स्थिति मजबूत करने का जरिया मानते हैं, लेकिन ये उनकी कमजोरी साबित हो रही है.
पुतिन की शर्तें और रूस का रुख
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस समय रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र मगदान में हैं, जहां से वे अलास्का के लिए रवाना होंगे. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव के अनुसार, पुतिन ने मगदान में स्थानीय अधिकारियों के साथ बैठक की और एक औद्योगिक प्लांट का दौरा किया. पुतिन ने युद्धविराम और शांति वार्ता के लिए अपनी शर्तें रखी हैं, जिनमें यूक्रेन के कुछ क्षेत्रों पर रूस का नियंत्रण और NATO के विस्तार पर रोक शामिल है. पुतिन का मानना है कि युद्ध उनकी वार्ता की स्थिति को मजबूत करता है, लेकिन ट्रंप इससे इत्तेफाक नहीं रखते.
यूक्रेन की उम्मीदें: जेलेंस्की का बयान
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इस मुलाकात को ‘न्यायपूर्ण शांति’ का अवसर बताया है. उन्होंने कहा कि अब युद्ध खत्म करने का समय है और ये बैठक यूक्रेन, अमेरिका और रूस के बीच सार्थक त्रिपक्षीय वार्ता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हो सकती है. जेलेंस्की ने अमेरिका से इस मामले में बड़ी उम्मीदें जताई हैं.

क्या होगा इस मुलाकात का नतीजा?
Trump-Putin Meet का फोकस Russia-Ukraine War में युद्धविराम और शांति समझौते पर है. ट्रंप ने उम्मीद जताई है कि बातचीत से कुछ न कुछ सकारात्मक परिणाम जरूर निकलेगा. हालांकि, पुतिन की सख्त शर्तें और ट्रंप का कड़ा रुख इस वार्ता को जटिल बना सकता है. अगर ये मुलाकात विफल रही तो वैश्विक तनाव और बढ़ सकता है.
अलास्का में होने वाली ट्रंप-पुतिन की मुलाकात वैश्विक राजनीति के लिए एक अहम मोड़ हो सकती है. पुतिन की शर्तें और ट्रंप की चेतावनी इस बातचीत को ‘हाई स्टेक्स’ बनाती हैं. क्या ये मुलाकात शांति का रास्ता खोलेगी या नई चुनौतियां लाएगी? इसका जवाब आने वाले दिनों में मिलेगा.

इस मुलाकात से भारत को क्या खास मिल सकता है??