 
                  डबवाली में बिश्नोई समाज के संत स्वामी राजेंद्रानंद जी का निधन… एक कार्यक्रम के दौरान आया Heart Attack. Hisar के बिश्नोई मंदिर में जन्माष्टमी का कार्यक्रम रद्द
Sirsa : सिरसा के डबवाली में बिश्नोई समाज के प्रमुख संत स्वामी राजेंद्रानंद का शुक्रवार, 15 अगस्त को एक कार्यक्रम के दौरान हार्ट अटैक से निधन हो गया… हरिद्वार आश्रम में रहने वाले Swami Rajendrananda ने अपना पूरा जीवन गौ सेवा और पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित कर दिया था. उनके अचानक निधन से बिश्नोई समाज में शोक की लहर दौड़ गई है. उनके सम्मान में हिसार के बिश्नोई मंदिर में शनिवार 16 अगस्त को होने वाला जन्माष्टमी कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है.
शोक संदेश और गौ सेवा में योगदान

पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने स्वामी राजेंद्रानंद के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, “उनका अचानक दिल का दौरा पड़ने से देहांत होना मेरे और उनके सभी अनुयायियों के लिए अपूरणीय क्षति है”. स्वामी राजेंद्रानंद गौ कल्याण के लिए कथाएं करते थे और कथाओं से प्राप्त दान को गोशालाओं में गौ सेवा के लिए दान कर देते थे. वे हिसार, फतेहाबाद और आसपास के क्षेत्रों में गौ सेवा और पर्यावरण संरक्षण का प्रचार करते थे.
गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात
9 जून 2025 को स्वामी राजेंद्रानंद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की थी… उनके नेतृत्व में बिश्नोई समाज के प्रतिनिधिमंडल ने चार प्रमुख मांगें रखी थीं…
- बिश्नोई समाज को केंद्र में ओबीसी आरक्षण.
- खेजड़ी वृक्षों की रक्षा.
- खेजड़ली को विश्व धरोहर घोषित करना.
- जोधपुर एयरपोर्ट का नामकरण शहीद अमृता देवी बिश्नोई के नाम पर.
हिसार में कथा और खट्टर की मौजूदगी
स्वामी राजेंद्रानंद अक्सर गोशालाओं में कथाएं आयोजित करते थे… 2022 में हिसार के मंगाली गांव की गोशाला में उनकी कथा के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उनसे आशीर्वाद लिया था. उनकी कथाएं बिश्नोई समाज के 29 नियमों, पर्यावरण संरक्षण और गौ सेवा के प्रति जागरूकता फैलाने पर केंद्रित होती थीं.
हिसार बिश्नोई मंदिर में जन्माष्टमी कार्यक्रम

हिसार के बिश्नोई मंदिर में हर साल जन्माष्टमी के अवसर पर भव्य कार्यक्रम आयोजित होता है जिसमें बिश्नोई समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल होते हैं. पिछले दो सालों में इस कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री शामिल हुए थे. 2023 में मनोहर लाल खट्टर और 2024 में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नायब सैनी ने हिस्सा लिया था. इस साल स्वामी राजेंद्रानंद के निधन के चलते ये कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है.
बिश्नोई समाज और स्वामी राजेंद्रानंद
Bishnoi Samaj की स्थापना गुरु जंभेश्वर ने 1485 में की थी जो प्रकृति और जीव संरक्षण के लिए जाना जाता है… स्वामी राजेंद्रानंद इस समाज के 29 नियमों के प्रचार और गौ सेवा के लिए समर्पित थे. उनकी मृत्यु को समाज के लिए एक बड़ी क्षति माना जा रहा है. स्वामी राजेंद्रानंद को गौ सेवा और पर्यावरण संरक्षण में उनके योगदान के लिए हमेशा याद रखा जाएगा. हिसार बिश्नोई मंदिर में जन्माष्टमी कार्यक्रम का रद्द होना उनके सम्मान में समाज की श्रद्धांजलि है.

 
         
         
        