 
                  यूपी के फिरोजाबाद में अपने भाई की हत्या करने वाला 20 हजार का इनामिया मुठभेड़ में गिरफ्तार, पैर में लगी गोली
संवाददाता – मुकेश कुमार बघेल, फिरोजाबाद
Firozabad : फिरोजाबाद के थाना नारखी क्षेत्र में अपने सगे भाई की गोली मारकर हत्या करने वाला 20 हजार रुपये का इनामिया अभियुक्त मानसिंह उर्फ मोनू आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. पुलिस मुठभेड़ के दौरान उसे गिरफ्तार करने में सफल रही. यह घटना मंगलवार, 13 अगस्त की है जब नारखी पुलिस टीम ने सखावतपुर के पास आम के बाग में छिपे हुए अभियुक्त को घेर लिया. मुठभेड़ के दौरान मानसिंह ने पुलिस पर फायरिंग की जिसके जवाब में पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया.
20 हजार का रखा था इनाम

जानकारी के अनुसार 6 अगस्त 2025 को पारिवारिक विवाद के चलते मानसिंह उर्फ मोनू ने अपने सगे भाई चरन सिंह को गोली मारकर हत्या कर दी थी… इस हत्याकांड के बाद से वह फरार चल रहा था. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. पुलिस ने उसकी तलाश में दो विशेष टीमें गठित की थीं, जिनमें एसपी सिटी रविशंकर प्रसाद और सीओ टूंडला शामिल थे. मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने मानसिंह को सखावतपुर के आम के बाग में घेर लिया. पुलिस को देखते ही उसने फायरिंग शुरू कर दी जिसके जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई. इस दौरान मानसिंह के पैर में गोली लगी और उसे घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने उसके कब्जे से एक तमंचा, दो खोखा कारतूस और एक जिंदा कारतूस बरामद किया. घायल अभियुक्त को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है.
पुलिस की कार्रवाई और जांच

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित ने बताया कि मानसिंह पर पहले से ही हत्या का मामला दर्ज था और वह लंबे समय से फरार चल रहा था. इस मुठभेड़ के बाद Firozabad Police ने उसके खिलाफ हत्या हथियारों के अवैध उपयोग और पुलिस पर हमले से संबंधित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है. पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस हत्याकांड के पीछे और कोई कारण या साजिश तो नहीं थी.
इलाज के दौरान हुई थी मौत
6 अगस्त 2025 को गढ़ी पुरानी में शराब के नशे में हुए पारिवारिक विवाद के दौरान मानसिंह ने अपने भाई चरन सिंह के सिर में गोली मार दी थी, जिसके बाद चरन सिंह की आगरा के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इस घटना ने स्थानीय समुदाय में सनसनी फैला दी थी और पुलिस पर अभियुक्त को जल्द से जल्द पकड़ने का दबाव था. मुठभेड़ के बाद अभियुक्त की गिरफ्तारी से पुलिस ने राहत की सांस ली है.

 
         
         
        