Operation Sindoor 2025: कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह से कांप रहा पाकिस्तान!
नई दिल्ली: पाकिस्तान के खिलाफ भारत के तगड़े अटैक यानी Operation Sindoor 2025 के बाद भारतीय सेना की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। देश और दुनिया को इस पूरे ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी गई। आतंक के खिलाफ भारत की सोच, रणनीति और प्रहार कैसा है और कैसा होगा.. ये बताया गया। सेना ने जब Operation Sindoor 2025 को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो दिलचस्प तस्वीर देखने को मिली जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है। ये तस्वीर भारत की बेटी और सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह की है। दोनों ही जांबाज लेडी अफसरों ने देश और दुनिया के सामने पाकिस्तानी आतंक के ठिकानों की तबाही के सबूत दिए।
पाकिस्तान जैसा देश जहां हिंदू मुस्लिम एकता में फूट डालने की और लड़वाने की साजिश करता है। वहीं इन भारत की इन दो बहादुर बेटियों के जरिए लोग “धर्म सिर्फ एक है, राष्ट्र प्रथम है” जैसे शब्दों के साथ दुनिया को नई सीख दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह की Operation Sindoor 2025 पर प्रेस ब्रीफ वाली फोटो के साथ यहां तक कह रहे हैं कि- “धर्म और जाति पूछने वालों को देश बताओ…देख लो इस सदी की सबसे ताकतवर तस्वीर”

दुनिया की नजरें हिंदुस्तान की सोफिया-व्योमिका पर
भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफ में भारत के पाकिस्तान पर किए गए मिलिट्री ऑपरेशन यानी Operation Sindoor 2025 के बारे में जानकारी दी। कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका ने ऑपरेशन सिंदूर की पूरी कहानी भारतवासियों के सामने रखी…जिससे भारतवासियों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया।
इस प्रेस ब्रीफ के बाद से ही भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह की हर तरफ चर्चा हो रही है। देश की दोनों ही बहादुर बेटियां सुर्खियों में हैं।
आर्मी फैमिली की बहादुर बेटी कर्नल सोफिया कुरैशी
कर्नल सोफिया कुरैशी आर्मी कम्युनिकेशन एक्सपर्ट हैं। सोफिया मल्टीनेशनल सैन्य अभ्यास को लीड करने वाली इकलौती महिला ऑफिसर हैं। सोफिया का जन्म गुजरात के वडोदरा में 1981 में हुआ। उनके दादा आर्मी में रहे। सोफिया कर्नल हैं तो उनके पति मेकेनाइज्ड इंफ्रेट्री में आर्मी ऑफिसर हैं। सोफिया ने बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। 1999 में चेन्नई ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से सेना में कमीशन मिला। 2001-2002 में ऑपरेशन पराक्रम के समय उनकी तैनाती पंजाब सीमा पर रही। 2006 में कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में शामिल रहीं। सिग्नल रेजिमेंट में आतंकवाद विरोधी मिशन में भी वो शामिल रही हैं।

एयरफोर्स की ‘सुपरगर्ल’ विंग कमांडर व्योमिका सिंह
भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह स्पेशलिस्ट हेलीकॉप्टर पायलट हैं। व्योमिका ने चुनौतीपूर्ण इलाकों में चेतक और चीता जैसे स्पेशलाइजड हेलिकॉप्टर ऑपरेट किए हैं और उनकी ये चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी अब भी जारी है। व्योमिका अपने परिवार में सशस्त्र बलों में शामिल होने वाली पहली महिला हैं। व्योमिका पिछले 21 साल से एयरफोर्स में अपनी सेवाएं दे रही हैं। व्योमिका का सपना स्कूल के दिनों से ही पायलट बनने का था। जिसे उन्होंने पूरा भी किया।

व्योमिका’ का मतलब ही होता है उड़ना। व्योमिका ने अपने जुनून के चलते स्कूल में NCC जॉइन की और शॉर्ट सर्विस कमीशन की मदद से फिर एयरफोर्स का हिस्सा बनीं। 2017 में व्योमिका विंग कमांडर के पद पर प्रमोट हुईं। 2019 में फ्लाइंग ब्रांच में स्थाई कमीशन मिला। 2020 में वो अरुणाचल प्रदेश बचाव अभियान का हिस्सा रहीं। 2021 में 21,650 फीट की ऊंचाई पर स्थित माउंट मणिरंग पर्वतारोहण अभियान का हिस्सा बनीं। विंग कमांडर व्योमिका के पास 2,500 घंटों से ज्यादा का फ्लाइट
ऑवर्स अनुभव है।
देश और खबरीलाल.डिजिटल की हमारी पूरी टीम कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह…इन दोनों ही बहादुर बेटियों को सलाम करती है।