 
                                                      
                                                Suspicious Death in Firozabad: दोस्त के साथ निकले युवक की संदिग्ध मौत
Suspicious Death in Firozabad: चूड़ी के काम से मौत की खबर तक
फिरोजाबाद, जो चूड़ियों की चमक के लिए मशहूर है, वहां इस बार एक दर्दनाक और रहस्यमयी घटना ने शहर को हिला दिया। सत्यनगर टापा कला थाना उत्तर क्षेत्र में 25 वर्षीय रोहित माहौर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। चूड़ी बनाने वाले हाथ अब हमेशा के लिए थम गए। रोहित चार भाइयों में दूसरे नंबर का था, और अपने पड़ोस के दोस्त निक्की के साथ शनिवार शाम बाइक पर निकला था। इसके बाद वो कभी घर नहीं लौटा—सिर्फ एक कॉल आया, जिसमें फोन पुलिस उठा रही थी।
Firozabad Death News: फोन उठाया पुलिस ने, और दिल बैठ गया
परिवार ने देर रात जब रोहित को फोन लगाया तो दूसरी ओर पुलिस थी। आवाज आई—“आपका लड़का अस्पताल में भर्ती है, इलाज चल रहा है।” इतनी ठंडी सूचना के बाद भी परिजन भागते हुए अस्पताल पहुंचे। लेकिन वहां हकीकत ने उनकी उम्मीद तोड़ दी—रविवार सुबह रोहित ने दम तोड़ दिया। मौत के बाद परिवार का गुस्सा फूट पड़ा और शव को सड़क पर रखकर बंबा चौराहा जाम कर दिया।
Suspicious Death in Firozabad: आधा घंटे का शहर ठहरना
जाम करीब आधे घंटे तक चला। लोग परेशान हुए, गाड़ियां रुकीं, हॉर्न बजे, लेकिन गुस्साए परिजन हटने को तैयार नहीं थे। उनका साफ आरोप था—रोहित की हत्या उसके दोस्त निक्की ने की है। पुलिस मौके पर पहुंची, समझाया, मनाया, तब जाकर जाम खुला। लेकिन लोगों के मन का जाम—वो अब भी वहीं अटका हुआ है।
Police Statement on Suspicious Death in Firozabad: सांड बना ‘विलेन’
इंस्पेक्टर संजुल कुमार पांडे का बयान बिल्कुल अलग कहानी सुनाता है। उनके मुताबिक, शनिवार रात जलेसर रोड के कैला देवी धर्म कांटा के पास रोहित और निक्की की बाइक एक सांड से टकरा गई थी। इस हादसे में रोहित की मौत हो गई, जबकि निक्की घायल है और अस्पताल में इलाज करा रहा है। पुलिस ने मौके से मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली है। सवाल ये है कि क्या ये महज एक सड़क हादसा है, या फिर मौत के पीछे कोई और कहानी छिपी है?
Suspicious Death in Firozabad: दोस्ती पर शक की दरार
परिजनों का आरोप हल्के में नहीं लिया जा सकता। वे कहते हैं—रोहित और निक्की के बीच पहले से मनमुटाव था, और जिस तरह घटना हुई, वो हादसे से ज्यादा हत्या लगती है। दूसरी ओर पुलिस सांड टकराने की थ्योरी पर अड़ी है। अब असली सच क्या है, ये पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के बाद ही सामने आएगा।
Firozabad Crime News: शहर के लिए एक सबक
ये मामला सिर्फ एक मौत की कहानी नहीं है, बल्कि दोस्ती, भरोसे, और शहर की सुरक्षा पर सवाल भी खड़े करता है। आधा घंटे का जाम, परिजनों का गुस्सा, पुलिस की अलग कहानी—ये सब मिलकर फिरोजाबाद को सोचने पर मजबूर कर रहे हैं कि सच्चाई का चेहरा आखिर कैसा है।

 
         
         
         
        