बरेली में बसपा विधायक उमाशंकर सिंह का परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह पर पलटवार, बोले- “प्रमाण देंगे तो छुपने की जगह नहीं मिलेगी”
संवाददाता – संजय कुमार तिवारी, बलिया
Ballia : उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में NH-31 पर कटहल नाले पर बने नए पुल के उद्घाटन को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. योगी सरकार के परिवहन मंत्री और बलिया नगर विधायक दयाशंकर सिंह ने लोक निर्माण विभाग (PWD) के कार्यकारी अभियंता (XEN) को जमकर फटकार लगाई क्योंकि पुल को बिना उनकी जानकारी और औपचारिक उद्घाटन के जनता के लिए खोल दिया गया. मंत्री ने इशारों-इशारों में बसपा विधायक उमाशंकर सिंह पर PWD को प्रभावित करने का आरोप लगाया. जवाब में रसड़ा से बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने तीखा पलटवार करते हुए कहा कि अगर वे प्रमाणों के साथ दयाशंकर के कारनामों को उजागर करेंगे तो उन्हें छुपने की जगह नहीं मिलेगी.
क्या है पूरा मामला?

6 अगस्त की देर रात परिवहन मंत्री Dayashankar Singh बलिया के कटहल नाले पर बने नए पुल का निरीक्षण करने पहुंचे… उन्हें पता चला कि PWD ने बिना उनकी जानकारी, औपचारिक टेस्टिंग, या उद्घाटन के पुल को जनता के लिए खोल दिया. इस पर भड़के दयाशंकर ने PWD के कार्यकारी अभियंता को सार्वजनिक रूप से फटकार लगाई और कहा, “तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है? मैं यहां का विधायक और मंत्री हूं, नगर पालिका चेयरमैन मौजूद हैं, फिर भी हमें नहीं बताया. मैं जानता हूं, तुम किसके इशारे पर काम कर रहे हो”. वायरल वीडियो में दयाशंकर ने इशारों में बसपा विधायक उमाशंकर सिंह पर निशाना साधा, बिना उनका नाम लिए. मंत्री ने बाद में पत्रकारों से कहा कि PWD ने पहले टेस्टिंग और प्रशासनिक मंजूरी की कमी का हवाला देकर पुल नहीं खोला था, लेकिन अब गुपचुप तरीके से इसे खोल दिया गया ताकि कोई और इसका श्रेय ले सके. उन्होंने इसे अनुशासनहीनता बताते हुए उच्च अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही.
उमाशंकर सिंह का पलटवार

बसपा विधायक Umashankar Singh ने दयाशंकर के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, “यह पुल नेशनल हाईवे का है, इसका उद्घाटन केंद्र सरकार के तहत होता है… अगर मैंने उद्घाटन किया होता तो बात समझ में आती या फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिनके पास PWD विभाग है, उद्घाटन करते. लेकिन मुझे निशाना बनाना गलत है”. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “मंत्री जी अपनी ही सरकार में सुने नहीं जा रहे. अगर हम उनके कारनामों को प्रमाणों के साथ उजागर करेंगे, तो उन्हें छुपने की जगह नहीं मिलेगी”. उमाशंकर ने ये भी आरोप लगाया कि रसड़ा से जुड़े प्रोजेक्ट्स को बार-बार रोका जाता है. उन्होंने कहा, “जब भी रसड़ा का कोई प्रोजेक्ट स्वीकृत होता है, तब दयाशंकर या उनके लोग दखल देते हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद तक से शिकायत की गई कि रसड़ा के प्रोजेक्ट्स को रोका जाए. क्या रसड़ा पाकिस्तान में है? जिले का विकास करें, मौका बार-बार नहीं मिलता”. उन्होंने मांग की कि जिले में हुए सभी कार्यों की जांच हो ताकि सच्चाई सामने आए.
कहां से शुरू हुआ विवाद?
आपको बता दें ये विवाद NH-31 पर कटहल नाले के पुल के उद्घाटन से शुरू हुआ, जिसे बाढ़ के दौरान सुरक्षा कारणों से PWD ने खोल दिया था… हालांकि, दयाशंकर का दावा है कि यह कदम उनकी जानकारी के बिना और उमाशंकर के इशारे पर उठाया गया.
