यूपी के प्रयागराज में STF और गैंगस्टर आशीष रंजन की मुठभेड़. झारखंड का कुख्यात अपराधी ढेर. बचने के लिए पुलिस पर किया था हमला, बाल-बाल बचे तीन जवान.
संवददाता – नन्हे सिंह, प्रयागराज
Prayagraj : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने शंकरगढ़ थाना क्षेत्र में बुधवार देर रात एक हाई-प्रोफाइल मुठभेड़ की और झारखंड के कुख्यात माफिया Ashish Ranjan उर्फ छोटू सिंह को मार गिराया. आशीष झारखंड के धनबाद का निवासी था जो कई हत्याओं और संगीन अपराधों में Wanted था और उस पर 4 लाख रुपये का इनाम था. मुठभेड़ के दौरान उसने STF टीम पर AK-47 राइफल और 9mm पिस्टल से हमला किया जिसमें STF के तीन कर्मचारी जेपी राय, प्रभंजन और रोहित सिंह बाल-बाल बच गए.
कहां और कैसे हुई मुठभेड़?

STF को सूचना मिली थी कि आशीष रंजन अपने एक साथी के साथ शंकरगढ़ के शिवराजपुर चौराहे के रास्ते प्रयागराज में किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की फिराक में है. इस खुफिया जानकारी के आधार पर STF ने शिवराजपुर चौराहे पर घेराबंदी की. जैसे ही STF ने उसे रोकने की कोशिश की, आशीष ने पुलिस पर AK-47 और 9mm पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. आत्मरक्षा में STF ने जवाबी फायरिंग की जिसमें आशीष गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे तत्काल शंकरगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
आत्मरक्षा में किया ढेर
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अमिताभ यश ने बताया कि आशीष की गतिविधियों पर STF लंबे समय से नजर रखे हुए थी… उन्होंने कहा, “यह मुठभेड़ STF की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई का परिणाम है. आशीष ने पुलिस पर जानलेवा हमला किया जिसमें हमारे तीन कर्मचारी बाल-बाल बचे. आत्मरक्षा में की गई कार्रवाई में वह मारा गया”. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने प्रयागराज में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए हैं और आशीष के आपराधिक नेटवर्क की जांच शुरू कर दी है.
सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस मुठभेड़ को CM Yogi की अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा माना जा रहा है… X पर कुछ यूजर्स ने STF की कार्रवाई की सराहना की जबकि कुछ ने मुठभेड़ की प्रामाणिकता पर सवाल उठाए. एक यूजर ने लिखा, “योगी सरकार में अपराधियों का सफाया तेजी से हो रहा है. STF को बधाई”… वहीं, कुछ लोगों ने इसे ‘फर्जी मुठभेड़’ करार देते हुए जांच की मांग की.
पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव

आशीष रंजन का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और पुलिस उसके साथी की तलाश में छापेमारी कर रही है… इस मुठभेड़ ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश में STF की सक्रियता और अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई को रेखांकित किया है. मामले की गहन जांच जारी है और पुलिस आशीष के आपराधिक नेटवर्क और हथियार सप्लाई चेन को तोड़ने की कोशिश में जुटी है.
