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Devkali Shiv Temple में बारिश नहीं रोक सकी भक्ति की धारा!
Devkali Shiv Temple update
दैत्यगुरु शुक्राचार्य की तपोभूमि, पावन देवकली शिव मंदिर, और सावन का चौथा और अंतिम सोमवार — भक्ति की त्रिवेणी में इस बार झमाझम बारिश भी शामिल हो गई।
सुबह से हो रही बारिश ने ज़रूर शरीर को भिगोया, लेकिन भक्तों की आस्था को एक कतरा भी कमजोर नहीं कर सकी।
‘हर-हर महादेव’ और ‘बोल बम’ के जयकारों से पटना की हवा ऐसी कांप उठी, जैसे खुद भोलेनाथ कैलाश से उतरकर भक्तों को आशीर्वाद देने आ गए हों।
Shivling पर जल और दूध चढ़ाते भीगे भक्त, साक्षात शिवमय दृश्य! Devkali Shiv Temple
सावन के अंतिम सोमवार पर श्रद्धालुओं ने देवकली शिव मंदिर में सुबह से ही शिवलिंग पर जलाभिषेक और दूध अर्पण करना शुरू कर दिया।
कोई हाथ में लोटा लिए बारिश में भीगता चला आ रहा था, तो कोई डमरू बजाते हुए “बोल बम” का नारा लगाता मंदिर परिसर तक पहुंचा।

Devkali Shiv Temple का यह दृश्य सिर्फ आंखों से नहीं, आत्मा से देखा और महसूस किया जा सकता था।
छोटे-बड़े, बच्चे-बूढ़े, महिलाएं—हर कोई शिवभक्ति के रंग में रँगा हुआ दिखाई दिया।
Farrukhabad Budaun Highway Jam: शिवभक्ति का जाम भी पुण्य बन गया!
फर्रुखाबाद-बदायूं एफएम हाईवे पर मंदिर जाने वालों की भीड़ से दिनभर जाम की स्थिति बनी रही।
कांस्टेबल आर्येन्द्र यादव खुद बारिश में भीगते हुए ट्रैफिक को नियंत्रित करते नजर आए।
जहाँ सड़कें फिसल रही थीं, वहीं श्रद्धालु शिव की शरण में सधे कदमों से बढ़ते जा रहे थे।
बारिश में भक्तों का यह संगम देखकर लगा मानो प्रकृति और श्रद्धा ने मिलकर शिव की पूजा का आयोजन किया हो।
awan Somwar Rain Bhakti: हल्की भीड़, लेकिन भारी भक्ति! Devkali Shiv Temple
इस बार चौथे सोमवार को रविवार की तुलना में भीड़ थोड़ी कम ज़रूर रही, पर भक्ति में कोई कमी नहीं।
लोगों ने घंटों बारिश में खड़े रहकर लाइन में जल अर्पण किया, और अपनी मनोकामनाओं को शिव के चरणों में समर्पित किया।

Devkali Temple में यह स्पष्ट दिखा कि भीड़ नहीं, भावना बड़ी होती है।
भक्ति में डूबा सावन: देवकली में शिव और श्रद्धा का अद्वितीय संगम!
इस बार का सावन सिर्फ एक मौसम नहीं, एक महाभाव बन गया।
Devkali Shiv Mandir की छतों से बारिश टपक रही थी, और भक्तों के माथे पर भस्म, गले में रुद्राक्ष और हृदय में शिव का नाम था।
बारिश, ट्रैफिक, कीचड़, लंबी कतारें—इन सबका कोई असर नहीं था।
लोगों के कंठ से निकली हर “हर-हर महादेव” की गर्जना मानो आकाश को चीर रही थी।
बारिश की बूंदों में घुली शिवभक्ति, सावन बना साक्षात आनंद!Devkali Shiv Temple
सावन का अंतिम सोमवार और Devkali Shiv Temple Patna — ये संयोजन आस्था का पर्व बनकर उभरा।
बारिश में भी डटे रहना, शिवलिंग पर दूध चढ़ाना, घंटों भीगते हुए जलाभिषेक करना — यही तो है सच्ची भक्ति!
सावन 2025 को देवकली ने एक अमिट याद में बदल दिया है।
भोलेनाथ के दरबार में आई भीड़ चाहे कम हो, पर श्रद्धा की ऊँचाई कैलाश से कम नहीं थी।
Written by khabarilal.digital Desk
🎤 संवाददाता: आर्येंन्द्र कुमार
📍 लोकेशन: शाहजहांपुर, यूपी
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