 
                  भारत और रूस की दोस्ती से बौखलाए Trump. कहा मुझे फर्क नहीं पड़ता, चाहे दोनों देश अपनी अर्थव्यवस्था को ले डूबें. इंडिया को बताया ‘डेड इकोनॉमी’
New Delhi : Donald Trump पगला गए हैं क्या?
Donald Trump का दिमागी संतुलन बिगड़ गया है क्या?
Donald Trump बहकी-बहकी बातें क्यों करने लगे हैं?
Modi के दोस्त Trump को आखिर हुआ क्या है?
आजकल इस तरह के तमाम सवाल सोशल मीडिया पर Trend कर रहे हैं… Donald Trump जबसे दूसरी बार सत्ता में आए हैं जनाब के बदले-बदले अंदाज़ नजर आते हैं. कभी India को दोस्त बताते हैं कभी जनाब हमी से खार खाते हैं. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि American President Donald Trump ने आज ही एट ट्वीट करके भारत और रूस को ‘डेड इकोनॉमी’ करार दिया है. उसी भारत को जिसके प्रधानमंत्री मोदी को कभी वो अपना जिग्री दोस्त बताते थे. जिन मोदी से कभी अपने समर्थन में अमेरिका में नारे लगवाते थे.
भारत के खिलाफ Trump के ट्वीट

चलिए अब असल मुद्दे पर आते हैं… पिछले कुछ दिनों से अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने भारत के खिलाफ एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उन सभी ट्वीट में Donald Trump की बौखलाहट साफ नजर आती है. लेकिन उनका सबसे आखिरी ट्वीट सबसे ज्यादा दिलचस्प है जो उन्होने 31 जुलाई की सुबह किया. जिसमें वो भारत और रूस को ‘डेड इकोनॉमी’ बता रहे हैं. ट्रंप ने X पर लिखा, “इन दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाएं मृत हैं, और ये मिलकर इसे और नीचे ले जा सकते हैं… Trump ने कहा कि मुझे इस बात की परवाह नहीं है कि भारत, रूस के साथ क्या करता है”. इसी के साथ ट्रंप ने भारतीय सामानों पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की है. जो कि टैरिफ 1 अगस्त 2025 से लागू होगा. ट्रंप ने अपने Social Media Platform पर कहा कि भारत के रूस के साथ व्यापार और अमेरिकी सामानों पर भारत के ऊंचे टैरिफ के कारण यह कदम उठाया गया है. उन्होंने भारत पर अतिरिक्त पेनल्टी लगाने की भी बात कही है.
Trump की नाराजगी की वजह

ट्रंप ने 29 जुलाई को X पर लिखा, “भारत हमारा दोस्त है, लेकिन उनके टैरिफ दुनिया में सबसे ज्यादा हैं. भारत की गैर-आर्थिक व्यापारिक रुकावटें भी परेशान करने वाली हैं. इसके अलावा, भारत रूस से सैन्य उपकरण और तेल खरीदता है, जो रूस और चीन के साथ उसका सबसे बड़ा तेल खरीदार है. यह सब तब हो रहा है, जब दुनिया चाहती है कि Russia-Ukraine War रुक जाए. इसलिए भारत को 1 अगस्त से 25% टैरिफ और पेनल्टी देनी होगी.
अमेरिका को रूस का जवाब
रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने ट्रंप के बयान पर तंज कसते हुए टेलीग्राम पर लिखा, “अमेरिका जैसे शक्तिशाली राष्ट्रपति हमारे कुछ शब्दों से घबरा गए, तो रूस का रास्ता सही है. ट्रंप को ‘डेड हैंड’ की ताकत याद रखनी चाहिए”. ‘डेड हैंड’ रूस का पुराना न्यूक्लियर हथियार नियंत्रण सिस्टम था जो नेतृत्व खत्म होने पर भी जवाबी हमला कर सकता था.
‘डेड इकोनॉमी‘ क्या है?
‘डेड इकोनॉमी’ कोई आधिकारिक आर्थिक शब्द नहीं है, बल्कि यह बोलचाल में इस्तेमाल होता है. यह उस स्थिति को दर्शाता है, जब किसी देश की अर्थव्यवस्था ठप हो जाए, व्यापार, उत्पादन, नौकरियां और आय रुक जाए. इसे मापने के लिए जीडीपी, महंगाई, बेरोजगारी और व्यापार घाटे जैसे संकेतकों का उपयोग होता है.
भारत पर क्या होगा असर?

महंगा होगा सामान – भारत से अमेरिका जाने वाले सामान, जैसे दवाइयां, कपड़े और इंजीनियरिंग उत्पाद, 25% टैरिफ की वजह से महंगे हो जाएंगे जिससे उनकी मांग कम हो सकती है.
ट्रेड सरप्लस में कमी – भारत का अमेरिका के साथ व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो सकता है.
प्रतिस्पर्धा में नुकसान – वियतनाम, इंडोनेशिया और फिलिपींस जैसे देशों पर कम टैरिफ के कारण भारत को नुकसान हो सकता है. खासकर फार्मा सेक्टर, जिसका 30% से ज्यादा निर्यात अमेरिका को जाता है प्रभावित हो सकता है.
अमेरिकी वित्त मंत्री का बयान
अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट ने कहा कि भारत के साथ रिश्ते करीबी हैं लेकिन व्यापार समझौते में भारत की धीमी प्रगति से ट्रंप और उनकी टीम निराश हैं… उन्होंने भारत के प्रतिबंधित रूसी तेल की खरीद और उसे रिफाइन कर बेचने की आलोचना करते हुए कहा कि भारत वैश्विक मंच पर जिम्मेदार भूमिका नहीं निभा रहा.
भारत-अमेरिका के रिश्ते होंगे खराब?
भारत अब अमेरिका के साथ व्यापार समझौते को जल्द पूरा करने पर ध्यान दे रहा है… टैरिफ और पेनल्टी की अनिश्चितता के बीच भारत को अपनी रणनीति मजबूत करनी होगी. विशेषज्ञों का मानना है कि समझौते में देरी भारत की अर्थव्यवस्था के लिए नुकसानदायक हो सकती है. आपको बता दें ट्रंप का ये कदम भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों को तनावपूर्ण बना सकता है. भारत को रणनीतिक और कूटनीतिक स्तर पर इस चुनौती का सामना करना होगा ताकि आर्थिक नुकसान को कम किया जा सके.

 
         
         
        