 
                  खालिस्तानी आतंकी पन्नू का अमेरिकी राष्ट्रपति को पत्र: मोदी सरकार पर 500% टैरिफ थोपने की मांग. White House के बाहर खड़े होकर उगला ज़हर. India और NIA के रडार पर है पन्नू
Chandigarh : अमेरिका में छिप कर भारत के खिलाफ ज़हर उगलने वाला खालिस्तानी समर्थक आतंकी Gurpatwant Singh Pannu एक बार फिर अपने बिल से बाहर निकला है और भारत को धमकाने की कोशिश कर रहा है. इस बार संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के प्रमुख और भारत में Most Wanted आतंकी पन्नू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक पत्र लिखा है. पत्र में पन्नू ने भारत पर लगाए गए 25% टैरिफ का समर्थन करने के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के खिलाफ तीखी भाषा का इस्तेमाल किया है. इसके अलावा पन्नू ने भारत पर 500% टैरिफ लगाने और भारत को टेक्नोलॉजी क्षेत्र से बाहर करने की मांग की है.
वीडियो में ‘चूहे’ के बड़े दावे

आतंकी पन्नू ने White House के बाहर का एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें वो Made In India Products पर पहले से लागू 25% टैरिफ का समर्थन करता नजर आया है. साथ ही भारत पर 500% टैरिफ लगाने की मांग भी कर रहा है. अमेरिकी बिल में छिपे चूहे पन्नू ने ट्रंप की America First नीति की सराहना करते हुए दावा किया है कि भारतीय कंपनियां अमेरिकी टेक्नोलॉजी, डेटा और नौकरियों पर “घुसपैठ” कर रही हैं. उसने आरोप लगाया कि मोदी सरकार हिंदुत्व विचारधारा को वैश्विक स्तर पर फैलाने के लिए भारतीय आउटसोर्सिंग एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है.
मोदी सरकार पर लगाए आरोप

ट्रंप को लिखे लेटर में पन्नू ने PM Modi पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. आतंकी ने ये दावा किया है कि मोदी सरकार अमेरिकी बाजारों को सस्ते Made In India Products से भर रही है, जिससे अमेरिकी नौकरियां खतरे में पड़ रही हैं. इसके अलावा चूहे ने भारतीय कंपनियों पर American Data चुराने और इसका इस्तेमाल सिख कार्यकर्ताओं पर नजर रखने और उन्हें निशाना बनाने के लिए करने का आरोप लगाया है. साथ ही पन्नू ने मोदी सरकार पर अमेरिका में सिखों की हत्या की साजिश रचने, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के युद्ध को समर्थन देने और हिंदुत्व आतंकवाद को बढ़ावा देने जैसे संगीन इल्जाम भी लगाए.
500% Tariff लगाने की मांग
आतंकी पन्नू ने Donald Trump को सुझाव दिया है कि अमेरिका को सीनेटर लिंडसे ग्राहम के प्रस्ताव के अनुसार मोदी सरकार पर 500% Tariff लगाना चाहिए ताकि भारत की कथित “आक्रामकता और दमनकारी नीतियों” की कीमत चुकाई जा सके. इसके साथ ही उसने India को टेक्नोलॉजी क्षेत्र से बाहर करने की मांग की है ताकि अमेरिकी नौकरियां और डेटा सुरक्षित रह सके. पन्नू की ये मांग India America Trade Relations के लिए एक बड़ा खतरा बन सकती है, खासकर तब जब दोनों देश 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं.
खालिस्तान जनमत-संग्रह करेगा पन्नू

India’s Most Wanted Pannu ने अपने लेटर में ये भी जिक्र किया कि 17 अगस्त 2025 को Washington DC के नेशनल मॉल में हजारों अमेरिकी सिख खालिस्तान जनमत-संग्रह में हिस्सा लेंगे. इस दौरान एक विशेष अरदास (सिख प्रार्थना) President Trump के नाम की जाएगी. यह कदम खालिस्तान आंदोलन को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बढ़ावा देने की उसकी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.
भारत में क्यों है Most Wanted?
आपको बता दें भारत ने Gurpatwant Singh Pannu को साल 2020 में आतंकी घोषित किया था और वह 2019 से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के रडार पर भी है. भारत सरकार ने पन्नू की गतिविधियों को देश की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा के लिए खतरा माना है. इसके बावजूद, पन्नू की ट्रंप को लिखी चिट्ठी और उनकी मौजूदगी ने भारत के लिए एक नया राजनयिक विवाद खड़ा कर दिया है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने पहले भी पन्नू की अमेरिका में मौजूदगी और उनकी गतिविधियों पर चिंता जताई है और इस मुद्दे को अमेरिकी सरकार के साथ उठाने की बात कही है.

 
         
         
        