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ADM Rajesh Verma Transfer: खबरीलाल की खबर से कांपी कुर्सी
ADM Rajesh Verma Transfer Update
बांदा के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (ADM) राजेश वर्मा का आखिरकार वह हुआ, जिसे प्रशासन ‘डेमोशन विद डेकोरेशन’ कहता है। खबरीलाल.डिजिटल की खबरों से बौखलाए अधिकारियों ने आनन-फानन में वर्मा साहब की मलाईदार कुर्सी खींच दी। अब वे उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल संघ में गन्नों की गिनती करेंगे, यानी डेस्क से डायरेक्ट डंडे की ड्यूटी।
Corruption News: पत्नी की डीड से खुला भ्रष्टाचार का पुलिंदा
राजेश वर्मा का खेल बड़ा ही रोचक था। बाहर से प्रशासनिक अधिकारी, अंदर से जातीय ठेकेदार। पत्नी के नाम की जो व्यावसायिक डीड सामने आई, उसने उनके ‘शुगर कोटेड करप्शन’ की सारी परतें उधेड़ दीं। जमीन की खरीद-फरोख्त में जिस तरह से अफसरशाही और जातिवाद का तड़का लगा, उसने आम जनता का कलेजा चीर दिया।
News Impact Khabrilal: जब सच चुभे तो ट्रांसफर तय है
खबरीलाल.डिजिटल ने इस खबर को प्रमुखता से चलाया था—काग़ज़ के नहीं, कलेजे के पन्नों पर। सत्ता की बंद दीवारों में सच की गूंज जब पहुंची, तो आदेश निकलने में देर न लगी। खबरीलाल की एक रिपोर्ट ने ADM की फाइल को चीनी मिल की चक्की में झोंक दिया। अब वहां बैठे वर्मा जी सोच रहे होंगे, ‘मैं कहां आ गया गन्ने गिनने?’
Caste Based Corruption: सजातीय सेवा का सरकारी सेंटर>ADM Rajesh Verma Transfer
ADM वर्मा पर सजातीय लोगों को लाभ पहुंचाने का भी आरोप है। अफसरशाही के इस ‘जातीय जुगाड़तंत्र’ ने तमाम योजनाओं को एक ही रंग में रंगने की ठानी थी। लेकिन खबरीलाल की धारदार रिपोर्टिंग ने वो रंग उतार दिए और दिखा दी असली तस्वीर।
Sugar Mill Federation: अब चीनी में घुली है सजा की मिठास>ADM Rajesh Verma Transfer
उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल संघ में ट्रांसफर होना दिखता तो प्रमोशन है, लेकिन समझने वाले जानते हैं—ये सज़ा है, मिठास में लिपटी। अफसरशाही की इस नई भूमिका में अब राजेश वर्मा को जनता नहीं, फाइलें और फार्म देखेंगे। और जहां तक गन्ना किसानों की बात है—वो पहले ही पेराई में पिस रहे हैं, अब ADM भी पिसेंगे।
खबर नहीं, हथौड़ा थी खबरीलाल की रिपोर्ट>ADM Rajesh Verma Transfer
ADM वर्मा का ट्रांसफर ये साबित करता है कि अगर खबर में दम हो, तो कुर्सियों में कंपन आना तय है। खबरीलाल.डिजिटल ने जो कहा, वही हुआ। भ्रष्टाचार, जातीय तिकड़म और अफसरशाही की मलाई अब खत्म, अब गिनती शुरू—गन्नों की।
ADM Transfer in UP: अफसरशाही की फेहरिस्त में एक और नाम जुड़ा
ADM राजेश वर्मा का ट्रांसफर सिर्फ एक तबादला नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम को आईना दिखाने वाला फैसला है। जो अफसर अपनी कुर्सी को जागीर समझते हैं, उनके लिए ये पोस्टिंग सबक है। बांदा में भले ही उन्होंने खुद को “न्याय का नियंता” समझा हो, लेकिन अब चीनी मिल की गलियों में उनका स्वागत किसान करेंगे—बकाया भुगतान और गन्ना तुलवाने की फरियाद लेकर। खबरीलाल की एक रिपोर्ट ने दिखा दिया कि—अफसर कितना भी ऊंचा उड़ जाए, गिराने के लिए एक सच्ची खबर ही काफी होती है।

 
         
         
         
         
        
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