 
                                                      
                                                Tej Pratap Yadav
Tej Pratap Yadav Mahua Ticket: महुआ से मोहब्बत या सीट से सियासी सनक?
बिहार में भले ही चुनावी बिगुल अभी आधिकारिक तौर पर न बजा हो, लेकिन तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav)ने तो सीधे आरजेडी के कान में माइक लगाकर कह दिया है—“अगर मुझे महुआ से टिकट नहीं मिला तो पार्टी वहीं ढेर हो जाएगी।” मतलब, अब न पार्टी बचेगी, न परछाईं!
तेज प्रताप ने एक टीवी इंटरव्यू में जो बात कही, उससे साफ है कि इस बार वो किसी भी कीमत पर महुआ छोड़ने को तैयार नहीं हैं—चाहे टिकट मिले या फिर RJD की ‘बिदाई’ करानी पड़े।
RJD को चेतावनी: Tej Pratap Yadav Mahua Ticket या पार्टी की हार
Tej Pratap Yadav के तेवर इस कदर गरम हैं कि इंटरव्यू में उन्होंने बिना लाग-लपेट कह दिया, “मैं महुआ से ही चुनाव लड़ूंगा, और अगर टिकट नहीं मिला तो RJD वहां से हार जाएगी।” इसे चेतावनी कहें या प्रेम-पत्र, पर लालू जी के लाल का ये बयान पार्टी को पसीना-पसीना कर देने वाला है।
अब सवाल ये उठता है कि क्या तेजस्वी यादव की पार्टी में तेज प्रताप का इतना भी स्थान नहीं बचा कि उन्हें टिकट के लिए धमकी देनी पड़े? या फिर ये धमकी भी स्क्रिप्टेड सियासी ड्रामा है?
नारेबाज़ी और नायकगिरी: Tej Pratap Yadav Mahua Ticket पर हल्ला बोल
महुआ में जब Tej Pratap Yadav पहुंचे तो उनके स्वागत में ऐसे नारे गूंजे मानो किसी फिल्म के हीरो की एंट्री हो—“महुआ का विधायक कैसा हो? तेज प्रताप जैसा हो!” मानो इस नारे में ही टिकट की गारंटी छुपी हो। कार्यकर्ता तो मानो ये तय करके आए थे कि अगर पार्टी टिकट नहीं देगी तो वो पार्टी को ही बदल देंगे!
Black Dress Protest में White Kurta Entry: Tej Pratap का ‘फैशन फाइट’
जब मंगलवार को RJD नेताओं ने काली ड्रेस पहनकर वोटर लिस्ट का विरोध किया, तेज प्रताप उस दिन सफेद कुर्ता-पायजामा में विधानसभा पहुंचे। जब पूछा गया कि काले कपड़े क्यों नहीं? जवाब मिला—“मैं तो शनिवार को ही काले कपड़े पहनता हूं, सादा जीवन, उच्च विचार मेरा मंत्र है।”
अब आप सोचिए—एक तरफ पार्टी की लाइन, दूसरी तरफ तेज प्रताप का फैशन स्टेटमेंट। कौन किसको माने?
Final Warning: Tej Pratap Yadav Mahua Ticket or Nothing
Tej Pratap Yadav ने इस पूरी सियासी पटकथा में ये क्लाइमेक्स साफ कर दिया है कि अगर टिकट नहीं मिला, तो हार RJD की तय है। अब देखना ये होगा कि तेजस्वी यादव इस ‘बड़े भाई’ की बात मानते हैं या ‘महुआ से मोहभंग’ करवाते हैं।
कहीं ऐसा न हो कि RJD के घर की लड़ाई में NDA को सीट पर बोनस मिल जाए। और अगर तेज प्रताप ने बगावत की तो महुआ में असली महाभारत होने से कोई नहीं रोक सकता।
महुआ की मिट्टी इस बार लाल हो या पीली, लेकिन तेज प्रताप यादव ने साफ कर दिया है कि बिना टिकट वो ना रुकेंगे, ना झुकेंगे। अब RJD चाहे सम्हले या फिसले, लेकिन बिहार चुनाव 2025 का पहला ड्रामा शुरू हो चुका है—Tej Pratap Yadav Mahua Ticket नामक सियासी धारावाहिक के साथ।
Written by khabarilal.digital Desk

 
         
         
         
         
        