Sonbhadra Protest : यूपी के सोनभद्र से दो तस्वीरें सामने आई हैं। एक तस्वीर किसानों के मुद्दों से जुड़ी है – जिस पर कांग्रेस ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। दूसरी तस्वीर मजदूरों के मुद्दों से जुड़ी है – जिन्हें लेकर समाजवादी पार्टी सड़क पर उतर आई। किसान और मजदूर – दोनों के अपने अपने मुद्दे हैं – दोनों ही तकलीफ में हैं – विपक्ष को मुद्दा मिल गया – फिर क्या था….कांग्रेस उतरी किसानों के हक के लिए और समाजवादी पार्टी मजदूरों के लिए – कहां क्या हुआ और क्या है इस सियासी प्रदर्शन के पीछे – सिलसिलेवार तरीके से जानिए – पहले बात किसान और कांग्रेस की।
Sonbhadra Protest किसानों की पुकार – कांग्रेस की हुंकार
सोनभद्र में किसानों की समस्याओं को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया। किसानों को पर्याप्त खाद न मिलने…24 घंटे बिजली आपूर्ति के वादे के खोखले साबित होने और नहरों में पानी की कमी जैसे मुद्दों पर प्रशासन और सरकार को घेरते हुए कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि मांगें जल्द पूरी न हुईं – तो बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। प्रदर्शन के बाद कांग्रेस नेताओं ने प्रशासनिक अधिकारियों को राज्यपाल के नाम मांगपत्र सौंपा।कांग्रेस नेता फरीद खान ने कहा – “सहकारी समितियों में उर्वरक की कमी के कारण किसान बाजार से दोगुने दाम पर खाद खरीदने को मजबूर हैं। सरकार 24 घंटे बिजली देने का दावा करती है, लेकिन हकीकत में बिजली कटौती से किसानों की फसलें प्रभावित हो रही हैं।” उन्होंने मांग की कि नहरों में पानी छोड़ा जाए ताकि खेती के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध हो। फरीद खान ने उत्तर प्रदेश सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की नीतियां किसान विरोधी हैं। प्रदर्शन में शत्रुंजय मिश्रा, राजीव तिवारी, अमरेश पांडेय सहित कई कार्यकर्ता शामिल रहे।
Sonbhadra Protest योगी सरकार से कांग्रेस के 5 सवाल
- सरकार द्वारा 24 घंटे बिजली आपूर्ति का वादा क्यों पूरा नहीं हो रहा है?
- सहकारी समितियों में उर्वरक की कमी का जिम्मेदार कौन है?
- नहरों में पानी की कमी से किसानों को होने वाली परेशानियों का समाधान कैसे होगा?
- क्या सरकार किसानों की समस्याओं को गंभीरता से ले रही है?
- कांग्रेस का प्रस्तावित बृहद आंदोलन कितना प्रभावी होगा?
Sonbhadra Protest : मजदूरों के लिए उतरी समाजवादी पार्टी
सोनभद्र के कलेक्ट्रेट परिसर में सपा मजदूर सभा ने मजदूरों के हक के लिए जोरदार नारेबाजी की। सपा मजदूर सभा के जिलाध्यक्ष छेदीलाल राजभर की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने मांग की कि मनरेगा मजदूरों को साल में 300 दिन काम और 600 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी दी जाए। इसके साथ ही श्रम पोर्टल को तत्काल खोलने, पुराने श्रम कानूनों को बहाल करने और नए श्रम संहिता को समाप्त करने की मांग उठाई गई। सपा कार्यकर्ताओं ने डीएम को राज्यपाल के नाम मांगपत्र सौंपा। छेदीलाल राजभर ने कहा – “उत्तर प्रदेश सरकार की तानाशाही नीतियों ने किसान, मजदूर और नौजवानों को भूखमरी के कगार पर ला खड़ा किया है। मजदूर रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं, जबकि पढ़े-लिखे नौजवान बेरोजगारी के कारण भटक रहे हैं।” उन्होंने सरकार पर प्राथमिक विद्यालय बंद करने और पुलिस द्वारा दलितों व अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का आरोप लगाया। प्रदर्शन में भुनेश्वर, दीपन, सोनू अली, श्रीराम शर्मा, दिनेश चौबे आदि मौजूद रहे।
Sonbhadra Protest : योगी सरकार से सपा के 5 सवाल:
संवाददाता: प्रदीप चौबे
- मनरेगा मजदूरों को 300 दिन काम देने की मांग कितनी व्यावहारिक है?
- सरकार की नीतियां मजदूरों को पलायन के लिए क्यों मजबूर कर रही हैं?
- श्रम पोर्टल को बंद रखने का क्या कारण है?
- प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने का सरकार का फैसला कितना उचित है?
- पुलिस उत्पीड़न के आरोपों पर सरकार का रुख क्या होगा?
Written by khabarilal.digital Desk
संवाददाता: प्रदीप चौबे
लोकेशन: सोनभद्र, यूपी
#SonbhadraProtest #Farmers #congressprotest #SPMazdoorSabha #MGNREGAwages #Laborportal #UttarPradeshgovernment #CMYogi
