 
                  Krishna Janmashtami 2025 : श्रीकृष्ण की लीला भूमि में जन्माष्टमी का भव्य आयोजन
वृंदावन – भगवान श्रीकृष्ण की पावन लीला भूमि – जहां 15 से 18 अगस्त तक सब कुछ बहुत खास रहने वाला है। वृंदावन श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के रंग में सराबोर होने जा रहा है। इस मौके पर श्री कृष्ण जन्मोत्सव सेवा समिति द्वारा आयोजित भव्य महोत्सव वृंदावन को भक्ति, आनंद और कृष्णमय रंगों से भरेगा। रविवार (20 जुलाई) को राधा श्याम सुंदर मंदिर में आयोजित एक विशेष बैठक में इस उत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया – जिसमें वृंदावन के प्रमुख मंदिरों के सेवायतों और तीर्थ पुरोहित समाज के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह महोत्सव न केवल वृंदावन, बल्कि संपूर्ण विश्व में श्रीकृष्ण की लीलाओं का संदेश प्रसारित करने का एक अनुपम अवसर होगा।
Krishna Janmashtami 2025 – भक्ति की रंगीली डगर पर वृंदावन
18 अगस्त को वृंदावन की पावन गलियों में अनूठा और अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा- जब सभी स्थापित अर्चा विग्रह – भक्तों पर कृपा बरसाते हुए नगर भ्रमण करेंगे। यह शोभायात्रा श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का मुख्य आकर्षण होगी, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी के अर्चा स्वरूप भक्तों के बीच आनंद और भक्ति का सागर उमड़ाएंगे। राधा श्याम सुंदर मंदिर के महंत श्री कृष्ण गोपालानंद देव गोस्वामी ने कहा – “यह महोत्सव श्रीकृष्ण की लीला भूमि से उनके प्राकट्य का संदेश विश्वभर में ले जाएगा। यह वृंदावन की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है, जो भक्तों के हृदय में प्रेम और श्रद्धा का संचार करेगा।”
Krishna Janmashtami 2025 – सभी मंदिरों का एकजुट प्रयास
वृंदावन के सप्त देवालयों सहित राधा दामोदर मंदिर, राधा गोपीनाथ मंदिर और अन्य प्रमुख मंदिर इस महोत्सव में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे। राधा दामोदर मंदिर के सेवायत आचार्य कनिका प्रसाद गोस्वामी ने भक्तों से इस आध्यात्मिक यात्रा में शामिल होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा – “वृंदावन भगवान श्रीकृष्ण की निज भूमि है। यहाँ की हर गली, हर कण भगवान की लीलाओं से गूंजता है। यह शोभायात्रा भक्तों के लिए अपने आराध्य के दर्शन और उनकी कृपा प्राप्त करने का एक दुर्लभ अवसर है।”
Krishna Janmashtami 2025 – तीर्थ पुरोहितों का संपूर्ण सहयोग
तीर्थ पुरोहित पंडा महासभा के अध्यक्ष पंडित श्याम सुंदर गौतम ने इस महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए संपूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा- “वृंदावन का यह उत्सव भक्ति की उस धारा को और प्रबल करेगा, जो यहाँ के कण-कण में बसी है। हम सभी मिलकर इसे एक अविस्मरणीय अनुभव बनाएंगे।” इस अवसर पर राधा गोपीनाथ मंदिर के सेवायत राजा गोस्वामी, बड़ा रासमंडल के श्रीमहंत लाडलीशरण दास महाराज, महंत मधुमंगल शरण दास शुक्ल सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति से इस आयोजन को और गरिमामय बनाया।
Krishna Janmashtami 2025 – वृंदावन का कृष्णमय उत्साह
यह जन्माष्टमी उत्सव वृंदावन को भक्ति और उत्साह के रंगों में रंग देगा। मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन, रासलीला और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। 15 से 18 अगस्त तक चलने वाला यह उत्सव भक्तों को श्रीकृष्ण की लीलाओं में डूबने और उनकी कृपा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा। शोभायात्रा के दौरान भक्तों का उत्साह और भक्ति का अनुपम संगम देखने योग्य होगा – जब वृंदावन की गलियां “राधे-राधे” और “हरे कृष्ण” के जयघोष से गूंज उठेंगी।
Krishna Janmashtami 2025 – वृंदावन से विश्वव्यापी संदेश
यह महोत्सव केवल वृंदावन तक सीमित नहीं रहेगा – बल्कि यह विश्वभर के कृष्ण भक्तों के लिए एक प्रेरणा बनेगा। श्रीकृष्ण की लीलाओं, उनके प्रेम और करुणा का संदेश इस उत्सव के माध्यम से हर कोने तक पहुंचेगा। वृंदावन – जो पहले से ही भक्ति का केंद्र है – इस जन्माष्टमी पर और अधिक आलोकित और कृष्णमय हो उठेगा।
Written by khabarilal.digital Desk
संवाददाता: अमित शर्मा
लोकेशन: वृंदावन, यूपी
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