 
                  बलिया के पिछड़ेपन को देख निकली डॉ. रविनाथ तिवारी की पीड़ा. भाई-भतीजावाद को बताया जिम्मेदार… कहा एक ईमानदार नेता मिल जाए तो…
संवाददाता – संजय कुमार तिवारी, बलिया, यूपी
Ballia : यूपी में डबल इंजन की सरकार चल रही है… लेकिन प्रदेश के विश्व स्तरीय विकास के तमाम दावों के बीच एक जिला ऐसा भी है जो आज भी भाई-भतीजावाद के कारण पिछड़ेपन की मार झेल रहा है. हम बात करे रहे हैं उत्तर प्रदेश के Ballia की. जहां के लोग आज भी स्टेशन पर खड़े विकास की गाड़ी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन विकास तो जैसे हवा में हाथ हिलाते निकल जाता है.
बलिया के बेटे का अमेरिका में सम्मान

यूपी के बलिया निवासी डॉ. रविनाथ तिवारी को इटली के जेनेवा में उनके रिसर्च कार्यों के लिए America में Award और सम्मान दिया गया है. ये बात जान कर पूरे प्रदेश का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. लेकिन जब खुद डॉ. तिवारी अपने गृह जिले पहुंचते हैं और वहां का पिछड़ापन देखते हैं तो उनका दर्द जुबां पर आ जाता है. अमेरिका में सम्मान पाने वाले तिवारी बलिया पहुंचे तो विकास के तमाम दावों को धरातल से ओझल देख अपनी पीड़ा व्यक्त करने से नहीं रोक पाए.
युवाओं को बेहतर रोजगार दिलाना मकसद
गृह जिले वपास लौटने पर डॉ. तिवारी ने अमेरिका में मिले सम्मान की जानकारी साझा की और बताया कि वे लंबे समय से बलिया सदर विधानसभा क्षेत्र में सामाजिक और राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं. उनका लक्ष्य युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर दिलवाना और बलिया को एक समृद्ध जिला बनाने का है.
शोध और विकास पर विचार

अपने रिसर्च कार्यों पर बात करते हुए डॉ. तिवारी ने कहा कि भारत के युवाओं में जबरदस्त ऊर्जा है लेकिन उसका सही इस्तेमाल नहीं हो रहा है. योजनाओं के धीमी Implementation के कारण हमारे युवाओं की ऊर्जा बर्बाद हो रही है. उन्होंने बलिया के पिछड़ेपन के लिए भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और बिना योजना के शुरू किए गए अधूरे प्रोजेक्ट्स को जिम्मेदार बताया.
अधूरी परियोजनाओं का उदाहरण
डॉ. तिवारी ने बलिया के मिड्ढी क्षेत्र में अधूरे पड़ी परियोजनाओं का जिक्र करते हुए कहा अगर सही नीयत और ठोस Planning की गई होती तो बलिया का आज ये हाल न होता. उन्होंने स्थानीय नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वे बदलाव नहीं चाहते. अगर बलिया जिले को एक भी सच्चा, समझदार और ईमानदार नेता मिल जाए जो जिले को सशक्त और समृद्ध बनाने से कोई नहीं रोक सकता. एक ईमानदार नेता ही भ्रष्टाचार खत्म कर सकता है. यही वजह है बलिया विकास की गाड़ी कहीं राह में अटकी पड़ी है.

 
         
         
        