 
                  Vrindavan News: गौ महोत्सव में शामिल हुए मंत्री ए.के. शर्मा
Vrindavan News Update
Vrindavan News: वृंदावन के एक दिवसीय धार्मिक दौरे पर आए उत्तर प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने तुलसी तपोवन गौशाला, मावली में आयोजित गौ महोत्सव में हिस्सा लिया. विश्व जागरण मानव सेवा संघ चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने गौशाला के “गोकुल गृह” खंड का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि ब्रज की रज और इसकी महिमा की तरह गौ सेवा भी बहुत पुण्य का काम है, जो समाज के लिए हितकारी है.
‘गौ सेवा, प्रकृति को बचाने का मार्ग’
गौ माता की पूजा-अर्चना की और फिर मंत्री जी ने उन्हें गुड़ खिलाया. गौशाला में अभिषेक पूजन के बाद उन्होंने सभी लोगों के कल्याण की कामना की. उन्होंने वहां मौजूद लोगों से अपील की कि वे गौ सेवा, पर्यावरण संरक्षण और आध्यात्मिक जागरूकता से जुड़ें. उन्होंने कहा, “गौ सेवा सिर्फ धार्मिक कार्य नहीं, बल्कि ये समाज को एकजुट करने और प्रकृति को बचाने का भी रास्ता है. हमें इसे बढ़ावा देना चाहिए.” उन्होंने लोगों से सामाजिक सहभागिता को और मजबूत करने का भी आग्रह किया.

कार्यक्रम में बलदेव विधायक पूरन प्रकाश, गोवर्धन विधायक ठाकुर मेघश्याम सिंह और मथुरा-वृंदावन नगर निगम के मेयर विनोद अग्रवाल भी मौजूद रहे. कार्यक्रम का संचालन विश्व जागरण मानव सेवा संघ चैरिटेबल ट्रस्ट के सचिव रामदेव शास्त्री ने किया, जबकि मंच से आचार्य रामविलास चतुर्वेदी ने लोगों को संबोधित किया. इस मौके पर रविकांत गर्ग, निर्भय पाण्डेय, हरिशंकर, राजू यादव, चेतन स्वरूप पारासर, घनश्याम लोधी, बिहारी लाल वशिष्ठ, मधुसूदन शर्मा, योगेश द्विवेदी, राम मोहन शास्त्री, ब्रजेश शर्मा जैसे कई गणमान्य लोग भी वहां मौजूद थे.

पर्यावरण संतुलन के लिए गौ सेवा ज़रुरी
गौशाला की व्यवस्थाओं की तारीफ करते हुए मंत्री ए.के. शर्मा ने कहा कि ऐसी जगहें हमें हमारी संस्कृति और प्रकृति से जोड़ती हैं. उन्होंने कहा, “गौ माता को हमारी संस्कृति में मां का दर्जा दिया गया है. उनकी सेवा से न सिर्फ धार्मिक पुण्य मिलता है, बल्कि पर्यावरण को भी संतुलित रखने में मदद मिलती है.” उन्होंने गौशाला के प्रयासों को सराहा और ट्रस्ट के कार्यों की प्रशंसा की. ये गौ महोत्सव वृंदावन की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को और बढ़ाने वाला रहा. लोगों ने इस आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और गौ सेवा के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझा. कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने भी गौशाला के कार्यों को समर्थन देने का वादा किया. ये आयोजन न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि इसने समाज में पर्यावरण और गौ सेवा के प्रति जागरूकता फैलाने का भी काम किया.

 
         
         
         
        