Blarampur News: बलरामपुर के विधायकों ने खोल दिए कई राज
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Blarampur News: बलरामपुर में जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के खिलाफ लगातार बड़े खुलासे हो रहे है. इसी कड़ी में धर्मांतरण के आरोपी छांगुर को लेकर स्थानीय विधायकों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि छांगुर का नेटवर्क सिर्फ बलरामपुर या उतरौला तक नहीं, बल्कि पूरे देश में फैला था. सदर विधायक पल्टूराम और तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ल ने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि ये लोग वोट बैंक की खातिर चुप्पी साधे हुए हैं.
पल्टूराम का बड़ा खुलासा
पल्टूराम ने कहा, “छांगुर ने सुनियोजित तरीके से लोगों का धर्म बदलवाने की साजिश रची. उसने भोले-भाले लोगों को बहलाया-फुसलाया या डराया-धमकाया, खासकर हिंदू महिलाओं और युवकों को निशाना बनाया. इससे समाज में नफरत और बंटवारा बढ़ रहा है.” उन्होंने साफ कहा कि ऐसे लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. पल्टूराम ने योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा, “अगर योगी जी की सरकार न होती, तो छांगुर जैसे लोग बलरामपुर को अशांति का अड्डा बना देते. योगी सरकार ने ऐसे देश विरोधी तत्वों पर नकेल कसी है.”
उन्होंने बताया कि छांगुर का नेटवर्क पूरे देश में फैला था. वो सिर्फ उतरौला में नहीं, बल्कि कई राज्यों में सक्रिय था. विधायक ने चेतावनी दी, “इस मामले में जो भी शामिल होगा, चाहे वो बड़ा अधिकारी हो या अपराधी, उसे सजा जरूर मिलेगी.” उन्होंने कहा कि योगी सरकार का मकसद है कि अपराधी कोई भी हो, उसे छोड़ा नहीं जाएगा.

कैलाश नाथ: छांगुर ने बलरामपुर को बदनाम किया
तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ल ने कहा कि छांगुर ने बलरामपुर की उस पवित्र धरती को बदनाम किया, जिसे पं. अटल बिहारी वाजपेयी, नानाजी देशमुख और मख्दूम बेकल उत्साही जैसे लोग गौरव दे गए. उन्होंने कहा, “आज पूरे देश में छांगुर की करतूतों की चर्चा हो रही है. योगी सरकार ने सख्ती दिखाते हुए उसे जेल भेज दिया. उसके साथियों को भी बख्शा नहीं जाएगा.” शुक्ल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी इस मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं.

सपा और कांग्रेस पर निशाना
दोनों विधायकों ने सपा और कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “अगर कोई सनातनी ऐसा करता, तो सपा वाले टीवी पर चीख-चीखकर विरोध करते. लेकिन अब वोट की खातिर उनके मुंह में ताला लग गया है.” प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा जिला उपाध्यक्ष बृजेन्द्र तिवारी, जिला कार्य समिति सदस्य संदीप उपाध्याय, वरिष्ठ नेता डीपी सिंह और जिला मीडिया संयोजक अवधेश पाण्डेय समेत कई लोग मौजूद थे.
ये मामला बलरामपुर ही नहीं, पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. लोग चाहते हैं कि ऐसे अपराधियों को कड़ी सजा मिले, ताकि भविष्य में कोई ऐसा करने की हिम्मत न करे.
