 
                  राव इंद्रजीत के बाद बेटी आरती राव ने ठोका जीत का दावा. कहा – हमनें सोचा और हवा बनाई, तभी बनी BJP सरकार. बयान से फिर मचा बवाल.
Gurugram : हरियाणा की राजनीति में Dinner Diplomacy के लेकर उठा बवंडर अभी पूरी तरह शांत भी नहीं हुआ कि Rao Inderjit Singh की बेटी और हरियाणा सरकार में मंत्री Aarti Rao ने फिर एक सुलगता बयान देकर सियासी हलचल मचा दी है. दरअसल गुरुग्राम से सांसद और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव ने कहा है कि, “किसी ने नहीं सोचा था कि हरियाणा में तीसरी बार भाजपा सरकार बना पाएगी. लेकिन हमने सोचा और हवा बनाई, जिससे प्रदेश में BJP की सरकार बन पाई”.
पिता के बाद बेटी ने ठोका जीत का दावा

हरियाणा की Health Minister Aarti Rao ने 18 जुलाई को कोसली के एक गांव में जनता को संबोधित करते हुए कहा, “प्रदेश में हमारी सरकार है. किसी को कोई काम हो तो दफ्तर रामपुरा में चलता है. अब Chandigarh और Delhi में भी आपका ऑफिस है. रेवड़ी और दाहिना में भी ऑफिस चल रहा है. कोई भी काम हो तो हम तैयार हैं”. इससे पहले उनके पिता राव इंद्रजीत भी ऐसी ही जीत की दावेदारी ठोक चुके हैं. उनके उस बयान के बाद भी अलग सियासी बवाल शुरू हो गया था.
क्या है राव परिवार की दावेदारी की वजह?
- 2014 विधानसभा चुनाव में दक्षिण हरियाणा की 17 में से 14 सीटें मिली थीं. 90 में से 47 सीटें जीतने वाली भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला और उसकी सरकार बनी. अहीरवाल बेल्ट की सभी 11 सीटों पर भाजपा जीती थी.
- 2019 विधानसभा चुनाव में दक्षिण हरियाणा की 17 में से 11 सीटें भाजपा को मिलीं. Ahirwal Belt की 11 में से 3 सीटें कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवारों के पास गईं. BJP को 90 में से 40 सीटें जिस वजह से JJP के साथ गठबंधन सरकार बनानी पड़ी.
- 2024 विधानसभा चुनाव में दक्षिण हरियाणा की 17 में से 15 सीटें भाजपा ने जीतीं. Ahirwal Belt की 11 में से 10 सीटें बीजेपी के खाते में आईं. BJP को 90 में से 47 Seats मिलीं और फिर से पूर्ण बहुमत की सरकार बन गई.
- ऐसे में राव परिवार का ये मानना है कि उनके क्षेत्र दक्षिणी हरियाणा में राव परिवार का दबदबा होने की वजह से बार-बार भाजपा को भारी बहुमत मिल रहा है और उन्ही की वजह से तीसरी भार भाजपा की सरकार बनी है.
15 जून की रैली और विवाद

दरअसल 15 जून को रेवाड़ी में हुई धन्यवाद रैली के दौरान राव इंद्रजीत ने मंच से कहा था, “मुख्यमंत्री जी, हमने आपकी सरकार बनाई है, हमारा काम किया जाए”. जवाब में सीएम सैनी ने कहा, “हम किसी एक जाति या परिवार की सरकार नहीं, बल्कि पौने तीन करोड़ लोगों की सरकार हैं”. इस तीखी नोकझोंक ने अहीरवाल बेल्ट में बीजेपी की अंदरूनी सियासत को हवा दे दी थी. राव इंद्रजीत का मानना है कि दक्षिणी हरियाणा, खासकर अहीरवाल की 17 विधानसभा सीटों ने तीसरी बार भाजपा सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई है.
कहां से शुरू हुआ विवाद?

18 जून को स्वास्थ्य मंत्री आरती राव के चंडीगढ़ आवास पर राव इंद्रजीत की ओर से आयोजित डिनर में 12 विधायकों को आमंत्रित किया गया था. इसमें शामिल विधायकों में आरती राव, सुनील सांगवान, उमेश पातुवास, कंवर सिंह, ओमप्रकाश यादव, बिमला चौधरी, लक्ष्मण यादव, अनिल यादव, तेजपाल तंवर, मुकेश शर्मा और कांग्रेस की मंजु चौधरी शामिल थे. इस डिनर को राव इंद्रजीत का अहीरवाल समाज पर दबदबा और पार्टी पर उनका प्रभाव दिखाने की कोशिश के रूप में देखा गया था. लेकिन Dinner Diplomacy को लेकर बढ़ते विवाद को देखते हुए पार्टी ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश की जिसके चलते CM Nayab Singh Saini और कैबिनेट मंत्री Arvind Sharma भी राव परिवार के यहां डिनर के लिए पहुंचे जिससे ये मैसेज दिया गया कि पार्टी में सब कुछ ठीक है.

 
         
         
        