 
                                                      
                                                Banke Bihari Minister Protest
विरोध से घिरे VIP दर्शन: Banke Bihari Minister Protest का पहला दृश्य
मथुरा के वृंदावन में शनिवार को Banke Bihari Minister Protest ने तब तूल पकड़ा जब नगर विकास और ऊर्जा मंत्री एके शर्मा मंदिर पहुंचे। सरकारी तामझाम के बीच महिलाओं ने काली पट्टी बांधकर उनका विरोध किया। सैकड़ों महिलाएं गोस्वामी सेवायतों के साथ मंदिर परिसर में मौजूद थीं, जिनका एक ही मकसद था – मंत्री को बताना कि बांके बिहारी कॉरिडोर सिर्फ विकास नहीं, संस्कृति पर चोट है।
मंदिर में महिलाओं का विरोध और पुलिस की बदसलूकी – Banke Bihari Minister Protest
AK शर्मा को ज्ञापन देने खड़ी महिलाओं को पुलिस ने मंदिर परिसर से धकेलना चाहा, इसी दौरान Banke Bihari Minister Protest का दूसरा दृश्य सामने आया – जहां पुलिस की धक्का-मुक्की के बीच आक्रोश और बढ़ गया। सेवायतों ने भी विरोध जताते हुए मंदिर का पर्दा खींच दिया, जिससे मंत्री दर्शन अधूरे रह गए। न प्रसाद, न पटका – जो आमतौर पर VIPs को दिया जाता है – यहां मंत्री जी को मिला सिर्फ विरोध और तीखी नज़रें।
VIP दर्शन नहीं, जन भावना ज़रूरी – Banke Bihari Minister Protest की सीख
अधिकारी मंत्री जी को चुपचाप गेट नंबर 4 से बाहर निकाल ले गए। लेकिन Banke Bihari Minister Protest की आग बुझा नहीं। जब मंत्री VIP रोड होते हुए जुगल गोस्वामी की गद्दी पर पहुंचे, वहां भी महिलाएं पहले से मौजूद थीं। उन्होंने फिर से विरोध जताया, नारेबाजी की और चार महिलाएं बातचीत के लिए अंदर गईं। अंदर जाकर महिलाओं ने खुलकर अपनी बात कही – मंदिर के स्वरूप से छेड़छाड़ नहीं चाहिए, श्रद्धा को राजनीति से मत कुचलिए।
धार्मिक विरासत पर विकास की चाशनी? – Banke Bihari Minister Protest का बड़ा सवाल
Banke Bihari Minister Protest अब सिर्फ मंत्री विरोध तक सीमित नहीं रहा। यह सवाल बन गया है – क्या धार्मिक स्थलों पर जन भावना से बड़ी हो गई है VIP योजना? क्या जनता की भावनाएं काली पट्टियों में समा जाएंगी, या कोई मंत्री आखिरकार प्रतिकार की पुकार सुनेगा? मथुरा ने शनिवार को सिर्फ एक विरोध नहीं देखा, उसने आस्था बनाम शासन की सीधी टक्कर देखी।
पर्दों से ढंका भगवान, जनता से कटा नेता – Banke Bihari Minister Protest की प्रतीक तस्वीर

जो मंत्री भगवान के सामने शीश नवाने आए थे, वे जनता के विरोध के आगे गर्दन झुका कर निकल लिए। Banke Bihari Minister Protest की वो तस्वीरें, जहां पर्दे लगे, पटका नहीं बंधा और मंत्री का VIP रास्ता बदल गया – आने वाले चुनावों की पटकथा लिख सकती हैं। अगर ये विरोध श्रद्धा की राजनीति पर पहला तमाचा था, तो अगला तमाचा शायद वोट की चोट में तब्दील हो जाए।
जनता बोले – विकास नहीं, विश्वास चाहिए! – Banke Bihari Minister Protest का लाउड मैसेज
यह साफ हो गया कि विकास के नाम पर श्रद्धा से खिलवाड़ अब लोगों को बर्दाश्त नहीं। Banke Bihari Minister Protest ने दिखा दिया कि मथुरा की जनता सिर्फ आरती में ताली नहीं बजाती, वो जरूरत पड़े तो सत्ता की चाल पर भी ताली ठोक सकती है। और अगर ये ताली गूंज गई, तो उसका असर विधानसभा के गलियारों तक जाएगा।

 
         
         
         
        