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Amrit Bharat Express Inauguration: AC नहीं है, लेकिन आत्मनिर्भरता फुल ऑन है!
देश को मिला Amrit Bharat Express का तोहफा – यानी ‘सस्ती वाली वंदे भारत’।
मोदी जी ने वीडियो कॉल पर चार ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई, और जनता को दिया एक और “तेज परंतु ठंडी” विकल्प।
प्रयागराज के सूबेदारगंज स्टेशन से ट्रेन तो चली, लेकिन यात्रियों की उम्मीदें अब भी पूछ रहीं हैं – “AC है क्या?”
नहीं भाई, यह ट्रेन स्पेशल है – सिर्फ आम आदमी के लिए, बिना एयर कंडीशनर के, लेकिन सुविधाओं की लंबी लिस्ट के साथ।
Amrit Bharat Express Inauguration: नॉन-एसी में हाई-फाई वाइब्स
अब बात करें Amrit Bharat Express Inauguration के डिटेल्स की –
ट्रेन में लगे हैं एयर स्प्रिंग सस्पेंशन, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, CCTV, सूचना प्रणाली, और ‘रेडियम फ्लोर स्ट्रिप्स’, ताकि अगर लाइट चली जाए तो आत्मनिर्भर भारत खुद चमके!
11 स्लीपर, 8 जनरल, 1 पैंट्री, 2 लगेज कोच, यानी सब कुछ है सिवाय AC के।
जनता बोली – “हम तो झोंपड़ी में रहते हैं, ट्रेन क्यों हवेली बनवाओ?” रेलवे बोला – “लो, फिर चलो अमृत एक्सप्रेस में!”
Amrit Bharat Express Inauguration: सूबेदारगंज स्टेशन पर भी खिला विकास का इंजन

प्रयागराज मंडल के सूबेदारगंज स्टेशन पर भी बजी विकास की सीटी।
डिवीजनल मैनेजर रजनीश अग्रवाल ने बताया कि अब यहां से रोजाना 8 सुपरफास्ट गाड़ियां चलेंगी।
और आज पहली बार, कोई गैर-ओरिजिनेटिंग ट्रेन यहीं रुकी – राजेंद्र नगर-नई दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस।
स्टेशन का मेकओवर अब गांव के बाबू की शादी से कम भव्य नहीं है।
बच्चों ने भाषण दिया, बड़ों ने झंडी हिलाई, जनता ने ठंडी ली
कार्यक्रम के दौरान स्थानीय बच्चों ने निबंध, चित्रकला और भाषण प्रतियोगिताएं जीतीं – और उन्हें मंत्रीजी ने ट्रॉफी दी।
रेलवे बोर्ड की तरफ से डिटेल्स बोले गए, मंत्री नंदी जी बोले – “अबकी बार रेल भी शानदार।”
जनता सोच में पड़ गई – “स्लिपर क्लास की ट्रेन में इंटीरियर डिज़ाइन!”
किसी ने धीरे से पूछा – “AC है?” जवाब आया – “ना बेटा, सिर्फ आत्मनिर्भरता है!”
94,564 करोड़ की विकास की पटरी, पर जनता बोले – ‘सीट कन्फर्म मिले बस!’
रेल मंत्री का डेटा कहता है – यूपी को मिला ₹94,564 करोड़ का रेल बजट!
2014 से पहले की रेलवे और आज की तुलना करने वाले भाषण अब भी वही हैं – “जमीन-आसमान का फर्क!”
लेकिन यात्री कह रहे हैं –
“जमीन पर खड़े-खड़े टिकट मिले तो आसमान वाला फर्क भी पचा लेंगे।”
और हाँ, 157 अमृत स्टेशन भी बन रहे हैं – यानी अब स्टेशन चमकेंगे, चाहे स्लीपर में सफर हो!

 
         
         
         
        