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Neelkanth Mahadev : भोलेनाथ ने बदली किस्मत – मिला प्यार और परिवार
Neelkanth Mahadev की भक्ति और उनके चमत्कार की ये सच्ची कहानी है—यह कहानी सिर्फ भक्ति की नहीं, बल्कि प्यार, विश्वास और परिवार की जीत की है। हरियाणा के सोनीपत के सोनिया गुप्ता और सूरज राजपूत की जिंदगी उस वक्त एक अनोखे मोड़ पर थी – जब समाज और परिवार की दीवारें उनके प्यार को तोड़ने को तैयार थीं। लेकिन, नीलकंठ महादेव के दर पर माथा टेकने के बाद उनकी जिंदगी ने ऐसा करवट ली कि आज सोनिया और सूरज की कहानी हर शिवभक्त के लिए प्रेरणा बन चुकी है।
नीलकंठ महादेव ने ऐसे भर दी झोली!
Neelkanth Mahadev : सोनिया और सूरज – दो अलग-अलग जातियों से ताल्लुक रखने वाले प्रेमी – जिनका प्यार सालों से परवान चढ़ रहा था। लेकिन समाज और परिवार का विरोध उनके रिश्ते पर भारी पड़ रहा था। हालात इतने बिगड़ गए कि दोनों को घर छोड़ने का ख्याल तक आया। लेकिन सोनिया और सूरज ने हार नहीं मानी। अपने प्यार को बचाने के लिए उन्होंने भोलेनाथ का सहारा लिया। हरिद्वार के पास बसे नीलकंठ महादेव मंदिर में पहुंचकर दोनों ने एक ही मन्नत मांगी—उनके प्यार को परिवार की स्वीकृति मिले।

चमत्कार और परिवार की सहमति
Neelkanth Mahadev : शिव की कृपा ऐसी बरसी कि कुछ ही दिनों में दोनों परिवारों का दिल पिघल गया। जो लोग कभी उनके रिश्ते के खिलाफ थे – उन्होंने खुशी-खुशी विवाह के लिए हामी भर दी। विधिवत रूप से सोनिया और सूरज सात फेरों के बंधन में बंध गए। यह नीलकंठ के दर का पहला चमत्कार था – जिसने उनके प्यार को समाज की मंजूरी दिलाई। 
भोलेनाथ ने जोड़ा रिश्ता – बेटी ‘मीरा’ बनी आशीर्वाद
Neelkanth Mahadev : शादी के बाद एक नई चुनौती सामने आई—संतान सुख की कमी। लेकिन सोनिया और सूरज का विश्वास डगमगाया नहीं। वे फिर नीलकंठ की शरण में पहुंचे – और भोलेनाथ ने उनकी पुकार सुनी। कुछ ही समय बाद सोनिया ने एक प्यारी सी बेटी ‘मीरा’ को जन्म दिया – जो आज उनके घर की रौनक है। 

कांवड़ यात्रा: आभार का अनोखा अंदाज
Kanwar Yatra 2025 : पिछले 4 सालों से सोनिया हर श्रावण मास में कांवड़ लेकर नीलकंठ महादेव के दर्शन करती हैं। उनके लिए कांवड़ लाना कोई रस्म नहीं – बल्कि भोलेनाथ के प्रति कृतज्ञता जताने का एक पवित्र तरीका है। हर कदम पर वे उस विश्वास को याद करती हैं – जिसने उनके प्यार को परिवार की मंजूरी और घर को संतान सुख से भर दिया। यह कहानी सिर्फ सोनिया और सूरज की नहीं – बल्कि उन तमाम लोगों की है – जो शिव की भक्ति में अटूट विश्वास रखते हैं। नीलकंठ के दर पर मांगी हर मन्नत ने इनके जीवन को नई दिशा दी – और आज उनकी बेटी मीरा उस चमत्कार की जीवंत गवाही है। 
Written by khabarilal.digital Desk
 संवाददाता: राहुल चौहान
 संवाददाता: राहुल चौहान
 लोकेशन: बागपत, यूपी
 लोकेशन: बागपत, यूपी
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