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Vrindavan Viral Video Radha Raman Mandir में श्रद्धा का चप्पल-प्रसाद
वृंदावन की पवित्र धूल, जहां राधा-कृष्ण की लीलाओं के दर्शन होते हैं, वहीँ अब चप्पलों का ढेर श्रद्धा का मज़ाक उड़ाता नज़र आ रहा है। ठाकुर Radha Raman Mandir के एक आयोजन के दौरान LED स्क्रीन के सामने बना shoe stand अब विवाद का विषय बन चुका है।
Vrindavan viral video में भक्ति के नाम पर जो तमाशा दिखा, वो देखकर तो भगवान भी कहें – “हे भक्तों, थोड़ा तो लिहाज रखो!” ठाकुर राधा रमण मंदिर, जो भक्ति की मिसाल माना जाता था, अब एक जूता-चप्पल स्टैंड की वजह से सिस्टम की ग़फलत और धार्मिक ड्रामे का मंच बन गया है।
LED स्क्रीन पर ठाकुर जी की कथा चल रही है — और ठीक नीचे, चप्पलें कतार में ऐसे सजी हैं जैसे Footwear Fashion Week चल रहा हो। श्रद्धा के नाम पर ऐसा भद्दा मज़ाक पहले कभी नहीं देखा गया।
इस वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि भक्तों के जूते-चप्पल स्क्रीन के नीचे बिखरे पड़े हैं — जहाँ ठाकुर जी के भजन, कथा और दर्शन चल रहे हैं। यह सिर्फ अव्यवस्था नहीं, बल्कि भक्तों की भावनाओं की सीधी तौहीन है।
जब LED SCREEN पर ठाकुर जी हों, और नीचे उनके चरणों में चप्पलें — इसे आप ‘आस्था’ कहेंगे या ‘आघात’?
जूते की रैक, आस्था का सैक: Radha Raman Mandir की लापरवाही का नंगा नाच
Radha Raman Mandir, जो 500 साल से भक्तों की आस्था का केंद्र है, आज एक वायरल वीडियो की वजह से चर्चा में है। LED स्क्रीन के सामने जूता स्टैंड! यह कोई साधारण गलती नहीं, बल्कि लापरवाही का वह चेहरा है जो भगवान की भक्ति को जूतों के ढेर तले कुचल देता है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि स्क्रीन, जो ठाकुर जी की लीलाओं को दिखाने के लिए लगाई गई थी, अब जूतों-चप्पलों की प्रदर्शनी बन गई है। भक्तों का कहना है कि यह लापरवाही मंदिर प्रबंधन की उस सोच को दर्शाती है, जो आस्था को बाजार समझ बैठी है।Shoe Stand Controversy ने उठाए Mandir Committee पर सवाल
मंदिर समिति का तर्क भले ही यह हो कि ‘व्यवस्था’ के लिए स्टैंड लगाया गया, लेकिन श्रद्धालुओं का कहना है कि इस तरह के placement से श्रद्धा को ठेस पहुँची है। हजारों साल की परंपरा और भक्ति को एक अदूरदर्शिता से कुचल देना क्या “व्यवस्था” कहलाएगी?
इस shoe stand controversy ने सोशल मीडिया पर तूफान ला दिया है — Instagram, Twitter (X), Facebook पर लोग मंदिर प्रबंधन को जमकर लताड़ रहे हैं। भक्त कह रहे हैं, “यह ठाकुर जी का अपमान है, और जो चुप है, वो भी इस अपराध में भागीदार है।”
सवाल ये है: क्या धर्म अब ‘डेकोरेशन’ बनकर रह गया है?
Vrindavan Viral Video बना श्रद्धा और व्यवस्था के बीच जंग का मैदान
Vrindavan viral video ने साफ दिखा दिया है कि धार्मिक आयोजनों में भव्यता की होड़ में भक्ति कहीं गुम होती जा रही है। श्रद्धा अब वीडियो फुटेज, trending reels और viral hashtags में बदल गई है। और सबसे बड़ी विडंबना ये — LED screen पर ठाकुर जी, और नीचे — चप्पलें।
श्रद्धालुओं का कहना है कि यह न केवल भगवान के प्रति अपमान है, बल्कि उन हज़ारों भक्तों की भी बेइज्ज़ती है जो वहां सिर झुकाकर आते हैं। गोस्वामी समाज, जो राधा रमण मंदिर की परंपराओं का संरक्षक है, इस लापरवाही से खफा है। एक गोस्वामी ने तीखे अंदाज में कहा, “यह मंदिर भगवान का घर है, न कि जूता स्टोर!” मंदिर प्रबंधन ने जांच की बात तो कही है, लेकिन भक्तों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा। लोग पूछ रहे हैं—जब मंदिर में भगवान की लीलाओं को दिखाने वाली स्क्रीन के सामने जूते रखे जा सकते हैं, तो फिर आस्था की रक्षा कौन करेगा?
Written by khabarilal.digital Desk
🎤 संवाददाता: अमित शर्मा
📍 लोकेशन: मथुरा, यूपी#VrindavanViralVideo #RadhaRamanMandir #TempleControversy #LEDScreenInsult #FaithVsManagement #ShoeStandScandal #MandirMismanagement #BhaktiKaApmaan

 
         
         
         
        