 
                  Moradabad News: मुरादाबाद में विवादित पोस्टर से मचा कोहराम !
Moradabad News Update
Moradabad News: सावन का महीना चल रहा है और कांवड़ यात्रा जोरों पर है. इस दौरान देश के कई शहरों से तनाव की खबरें सामने आ रही हैं, लेकिन मुरादाबाद में एक ऐसी घटना हुई जिसने सबका ध्यान खींच लिया. शहर के सदर कोतवाली इलाके में जीएमडी रोड पर अचानक कुछ पोस्टर नजर आए, जिन पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा था- ‘हिंदुओं सावधान’. इन पोस्टरों ने पूरे शहर में हलचल मचा दी. आखिर माजरा क्या था? ये पोस्टर किसने लगाए और क्यों? चलिए, आपको पूरी कहानी बताते हैं.
पोस्टर का मकसद क्या ?
विवादित पोस्टरों में कुछ व्यापारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए थे. दावा था कि कुछ लोग अपनी असली धार्मिक पहचान छिपाकर खाने-पीने का सामान, खासकर फास्ट फूड, बेच रहे हैं. पोस्टरों में लिखा था कि ऐसे लोग हिंदुओं का ‘धर्म भ्रष्ट’ कर रहे हैं. ये पोस्टर जीएमडी रोड के बिजली के खंभों और दीवारों पर चिपके मिले, जो कि शहर का काफी व्यस्त इलाका है. कांवड़ यात्रा के समय, जब माहौल पहले से ही संवेदनशील होता है, ऐसे पोस्टरों ने लोगों के बीच गुस्सा और बेचैनी फैला दी. बाजार में हर तरफ बस यही चर्चा थी कि आखिर ये पोस्टर लगवाने वाला कौन है और उसका मकसद क्या है?

पुलिस का खुलासा
शुरुआत में तो कोई सुराग नहीं मिला. लोग तरह-तरह की बातें करने लगे. कोई इसे साजिश बता रहा था, तो कोई इसे धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ कह रहा था. लेकिन मुरादाबाद पुलिस ने बिना वक्त गंवाए जांच शुरू कर दी. आखिरकार, पुलिस ने दो युवकों को पकड़ लिया, जिनसे पूछताछ में पूरा मामला सामने आया. पता चला कि ये पोस्टर एक मोमोज के ठेले वाले ने लगवाए थे. हां, आपने सही सुना, एक मोमोज वाला! उसका किसी के साथ पुराना विवाद था और उसने इस मौके का फायदा उठाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. उसने सोचा कि ऐसे पोस्टर लगाकर वो अपनी दुश्मनी निकाल लेगा, लेकिन पुलिस की सतर्कता ने उसका खेल बिगाड़ दिया.

अफवाहों पर ध्यान न दें !
पुलिस ने दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया और मामले की तह तक जाकर सच्चाई सामने लाई. अब शहर में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और माहौल को खराब करने वालों के बहकावे में न आएं. ये घटना हमें ये सोचने पर मजबूर करती है कि आपसी झगड़ों को सुलझाने के लिए हमें समझदारी से काम लेना चाहिए, न कि ऐसी हरकतें करनी चाहिए जो समाज में नफरत फैलाएं. कांवड़ यात्रा जैसे पवित्र मौके पर हमें भाईचारे और शांति का संदेश देना चाहिए, न कि तनाव बढ़ाना. मुरादाबाद पुलिस की तारीफ करनी होगी, जिसने फौरन एक्शन लेकर हालात को काबू में किया. उम्मीद है कि लोग इस घटना से सबक लेंगे और आपसी सौहार्द बनाए रखेंगे.

 
         
         
        