 
                  रोहतक के बाद झज्जर में भी भूकंप. 1 दिन में 2 बार भूकंप से घबराए लोग. आखिर क्यों हरियाणा में आते हैं इतने भूकंप और कौन से जिले हैं अति संवेदनशील?
Haryana : दिल्ली से सटे हरियाणा में 17 जुलाई को दोपहर 12:34 बजे फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं जो कि काफी डराने वाली खबर है. गुरुवार को आए भूकंप का Epicenter झज्जर जिले में Jagannath University के पास था. Richter scale इस भूकंप की तीव्रता 2.5 दर्ज की गई और ये 5 किलोमीटर की गहराई में था. इससे पहले बुधवार-गुरुवार की रात भी 12:46 पर रोहतक में भूकंप आया था जिसकी तीव्रता 3.6 बताई गई. बीती रात आए भूकंप का Epicentre रोहतक के भालौठ गांव के पास 10 किलोमीटर की गहराई में था.
दो भूकंप लेकिन नुकसान नहीं

हालांकि दोनों ही घटनाओं में कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन लोगों में डर का माहौल है. आप ये जान कर हैरान होंगे कि पिछले 20 दिनों में हरियाणा में ये पांचवां भूकंप है. National Centre for Seismology (NCS) के अनुसार प्रदेश के 12 जिले भूकंपीय दृष्टिकोण से संवेदनशील हैं, जिनमें Rohtak, Panipat, Karnal, Mahendragarh, Panchkula, Ambala, Sonipat, Gurugram, Jhajjar, Nuh, Palwal और Faridabad शामिल हैं.
20 दिन में भूकंप की 5 घटनाएं
- 27 जून – Mahendragarh में शाम को भूकंप आया. Richter scale पर तीव्रता 2.8 थी, गहराई 5 किलोमीटर.
- 10 जुलाई – सुबह 9:05 बजे Jhajjar में भूकंप, तीव्रता 4.4, 10 सेकेंड तक झटके. Gurugram, Rohtak, Panipat, Hisar, Rewari में असर.
- 11 जुलाई – शाम 7:49 बजे Jhajjar में फिर भूकंप, तीव्रता 3.7. Gurugram, Rohtak, Jind, Rewari, Sonipat में भी झटके.
- 16-17 जुलाई – रात 12:46 बजे Rohtak में भूकंप, तीव्रता 3.6, कोई नुकसान नहीं.
- 17 जुलाई – दोपहर 12:34 बजे Jhajjar में भूकंप, तीव्रता 2.5, गहराई 5 किलोमीटर.
क्या है भूकंप की वजह?
National Center for Seismology की मानें तो भूकंप Tectonic Plates के टकराव के कारण आता है. धरती की सतह 7 बड़ी और कई छोटी Tectonic Plates से बनी है जो लगातार हिलती रहती हैं. जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं तो उनके किनारे मुड़ जाते हैं या टूटने लगते हैं जिससे नीचे जमा ऊर्जा बाहर निकलती है और Earthquake आता है. हरियाणा में बार-बार भूकंप का कारण देहरादून से महेंद्रगढ़ तक मौजूद Fault Line है जहां Plate Movement से कंपन पैदा होती है.
हरियाणा में क्यों आते हैं इतने भूकंप?

Haryana और Delhi-NCR Seismic Zone IV में आते हैं जो High Damage Risk Zone है. इस क्षेत्र में Sohna, Mathura और Delhi-Moradabad Fault Lines सक्रिय हैं. हरियाणा में सात ऐसी Fault Lines हैं. पिछले एक साल में हरियाणा में सात बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.

 
         
         
        