Vrindavan Congress Meeting में गूंजा सनातन विरोधी का शोर
वृन्दावन की पवित्र गलियों से सत्ता के गलियारों तक गूंज उठी कांग्रेस की हुंकार! राधारमण अतिथि भवन में हुई कांग्रेस की समीक्षा बैठक(Vrindavan Congress Meeting) में पूर्व विधायक प्रदीप माथुर ने सीधे-सीधे योगी सरकार पर तंज कसा। बोले – “ये सरकार हिंदू और सनातन विरोधी है, सिर्फ सत्ता की मलाई चाटना चाहती है। अगर बिहारी जी मंदिर कॉरिडोर और न्यास की योजना वापस नहीं ली, तो यही योजना इसे गर्त में ले जाएगी!”
Vrindavan Congress Protest की इस बैठक में नेताओं ने योगी सरकार को याद दिलाया कि अयोध्या की हार यूं ही नहीं हुई थी, जनता सब देख रही है।
Congress Meeting में छलका विकास का दर्द
कांग्रेस की मीटिंग (Vrindavan Congress Meeting) में वृन्दावन नगर कांग्रेस मण्डल अध्यक्ष पिंटू पुजारी बोले, “सरकार के पास विकास की कोई पोटली नहीं है। ना साफ-सफाई का इंतज़ाम, ना जाम से मुक्ति, मूलभूत सुविधाएं तो आज भी हवा में हैं!” जाम, गंदगी और सुविधाओं के नाम पर महज फोटोशूट। सरकार हाथ पे हाथ धरे बैठी है और भगवान बिहारी जी के नाम पर राजनीति चमका रही है।
Vrindavan Congress Protest के मंच से निकली आवाज़ें सरकार की नींद तोड़ने को काफी थीं – पर क्या सरकार सच में जागेगी या फिर वही पुरानी स्क्रिप्ट चलेगी?
Congress Meeting में नेताओं की फौज और वादों की बारात
बैठक में सोशल आउटरीच के जिलाध्यक्ष दीपक पाराशर ने संचालन किया और बाकी नेता भी कुर्सी संभाल कर हाजिर रहे। सच्चाई ये है कि कांग्रेस की मीटिंग (Vrindavan Congress Meeting) में जुबान से तो विकास की इबारत लिखी गई लेकिन सवाल ये है कि अगले चुनाव में ये नेता फिर मैदान में दिखेंगे या कॉरिडोर के नाम पर सरकार को कोस कर चुप बैठ जाएंगे?
Vrindavan Congress Meeting में निकला सरकार का रिपोर्ट कार्ड
Pradeep Mathur ने साफ कहा — अगर कॉरिडोर और ट्रस्ट की योजना वापस नहीं ली गई तो बीजेपी इसे डूबो देगी। मगर सवाल ये भी है कि कांग्रेस की ये चेतावनी धरातल पर कब उतरेगी? या फिर ये भी सभा से सभा और बयान से बयान तक सिमट जाएगी?कांग्रेस की मीटिंग (Vrindavan Congress Meeting) में योजनाओं का पूरा पोस्टमॉर्टम किया गया, लेकिन जमीनी हकीकत में अभी भी सब ज्यों का त्यों है।
Vrindavan Congress Meeting में नेताओं की लंबी कतार
दीपक पाराशर, प्रकाश शर्मा, महेश शर्मा, राहुल शुक्ला, पवन गोस्वामी, सुमित मिश्र से लेकर चिराग पाराशर तक — सबने मंच संभाला, लेकिन असल में Vrindavan की सड़कों पर कब उतरेंगे, इसका पता भगवान बिहारी जी ही जाने! जनता अब समझ चुकी है कि नेताओं के ये संगठन सृजन अभियान चुनाव नजदीक आते ही हर गली मोहल्ले में सज जाते हैं।
Vrindavan Congress Meeting का असली सवाल — कॉरिडोर रहेगा या सत्ता बदलेगी?
कांग्रेस की मीटिंग (Vrindavan Congress Meeting) से सवाल बड़ा निकलता है — क्या वाकई मंदिर कॉरिडोर राजनीति को गर्त में ले जाएगा या फिर वही होगा जो हर बार होता है? कुछ घोषणाएं,कुछ वादे। फिर सब ठंडे बस्ते में।
Written by khabarilal.digital Desk
🎤 संवाददाता: अमित शर्मा
📍 लोकेशन: मथुरा, यूपी
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