Kullu News : मां की आंखों के सामने ब्यास नदी में गिरी 5 साल की मासूम बच्ची, मौत - सांकेतिक तस्वीर
Kullu River Incident : मां चीखती रही – हाथ से छिटकी मासूम को निगल गई ब्यास नदी
एक मां की गोद – दो मासूम बेटियां – और एक उफनती नदी… ये कहानी नहीं है बल्कि एक ऐसी सच्ची और दर्दनाक कहानी है – जिसे सुनने वाले के रोंगटे खड़े हो जाएंगे। Himachal Pradesh के Kullu की ब्यास नदी के किनारे बने एक कच्चे-पक्के घरूरू (अस्थायी झूला पुल) ने उस दिन एक परिवार की जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी। 5 साल की मासूम परी की सांसें उफनते पानी में डूब गईं – जबकि उसकी मां रजनी और बड़ी बहन वंशिका जिंदगी और मौत के बीच झूलते रहे। ये हादसा सिर्फ एक खबर नहीं – बल्कि एक चेतावनी है कि कुदरत और लापरवाही के सामने इंसान कितना बेबस हो सकता है।
Kullu River Incident – मां की चीखें और बेटी की आखिरी सांस
दिन था रविवार – वक्त दोपहर करीब दो बजे – जिया से अपने घर शमशी वर्कशॉप लौट रहीं रजनी अपनी दो बेटियों—5 साल की परी और 14 साल की वंशिका—के साथ ब्यास नदी के ऊपर बने घरूरू से गुजर रही थीं। मां की गोद में मासूम परी थी – वंशिका मां का हाथ थामे चल रही थी। लेकिन किसे पता था कि ये रोज़मर्रा का रास्ता उनकी जिंदगी का सबसे भयावह पल बन जाएगा – अचानक घरूरू को जोरदार झटका लगा। रजनी का संतुलन बिगड़ा – और उनकी गोद से छोटी सी परी छिटककर सीधे ब्यास की उफनती लहरों में जा गिरी। वंशिका भी गिरने वाली थी – लेकिन उसने आखिरी पल में घरूरू की रस्सी थाम ली। करीब 10 मिनट तक वो 20 फीट की ऊंचाई पर – ब्यास की लहरों के ऊपर झूलती रही। वो डर और उम्मीद के बीच जूझ रही थी। जबकि वंशिका की मां रजनी – जो खुद घरूरू पर फंसी थीं – अपनी बेटियों को बचाने के लिए तड़प रही थीं – लेकिन रजनी बेबस थीं। उनकी चीखें आसमान को चीर रही थीं – लेकिन ब्यास की लहरों ने उनकी चीखों को दबा दिया।
Kullu River Incident – लोगों ने हौसला दिखाया – लेकिन देर हो गई…
रजनी और 14 साल की वंशिका की चीखें सुनकर आसपास के लोग दौड़ पड़े। कुछ ने रस्सियां थामीं – कुछ ने हिम्मत जुटाकर मां-बेटी को नीचे उतारा। लेकिन मासूम परी के लिए ये मदद देर से आई। 5 साल की मासूम परी ब्यास की लहरों में करीब एक किलोमीटर तक बह गई। लोगों ने हिम्मत दिखाई और उसे किसी तरह पानी से निकाला – लेकिन तब तक परी की सांसें हमेशा के लिए थम चुकी थीं।
Kullu River Incident -पुलिस जांच और सवालों का सैलाब
कुल्लू जिले के एसपी डॉ. कार्तिकेयन गोकुल चंद्रन ने बताया कि इस हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। सवाल ये है कि क्या कुल्लू के घरूरू (अस्थायी झूला पुल) की हालत ठीक थी? क्या इस कच्चे-पक्के पुल को इस्तेमाल के लिए सुरक्षित माना जा सकता था? पुलिस अब इसकी तह तक जाएगी – अगर घरूरू की स्थिति खराब पाई गई तो इसे बंद करने का फैसला लिया जा सकता है। उधर जिया पंचायत के प्रधान संजू पंडित ने इस हादसे को बेहद दुखद बताया। उन्होंने कहा – “ये रास्ता कम लोग इस्तेमाल करते हैं लेकिन इस हादसे ने सबको झकझोर दिया है।”
Kullu River Incident – हादसा..जो पूरे देश का दिल चीर गया!
हिमाचल के कुल्लू जिले का ये हादसा…हादसा नहीं है – बल्कि एक मां का टूटा दिल, एक बहन का खोया बचपन और एक गांव का ऐसा गम है – जिसे भुलाया नहीं जा सकता। रजनी की आंखों के सामने उसकी नन्ही 5 साल की बेटी परी लहरों में खो गई। 14 साल की वंशिका – जो रस्सी पकड़कर जिंदगी की जंग जीत गई – लेकिन उसने अपनी छोटी और लाडली बहन को हमेशा के लिए खो दिया। ब्यास नदी ने उस दिन सिर्फ एक जान नहीं ली – बल्कि एक परिवार का सुख-चैन छीन लिया। क्या इस हादसे से हम सबक लेंगे? क्या घरूरू जैसे अनिश्चित रास्तों की जगह सुरक्षित रास्ते बनाए जाएंगे? ये सवाल अब कुल्लू की हवाओं में गूंज रहे हैं – और जवाब का इंतज़ार हर उस दिल को है – जो इस कहानी को सुन रहा है और सिहर उठ रहा है।
#himachalnews #kulluriver #hadsa #KulluRiverIncident #trending #monsoon2025 #himachalcm
Written by khabarilal.digital Desk
🎤 संवाददाता: आदित्य श्रीवास्तव
📍 लोकेशन: शिमला ब्यूरो
ये खबर भी पढ़ें – यूपी के बांदा में ‘विकास’ तो कीचड़ में जमकर गोते लगा रहा है!
