बिहार चुनाव 2025 - पूर्णिया हत्याकांड के पीड़ित आदिवासी परिवार को राहुल गांधी का भरोसा
Bihar Purnia Massacre : टेटगामा गांव के आदिवासी परिवार से राहुल गांधी ने फोन पर की बात – विक्रांत भूरिया को भेजा दूत बनाकर!
बिहार के पूर्णिया जिले के टेटगामा गांव में एक आदिवासी परिवार के 5 लोगों को जिंदा जला दिया गया। दिल दहलाने वाली इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस अमानवीय घटना पर चुनावी राज्य बिहार की सियासत गर्म है। पीड़ित आदिवासी परिवार से अखिल भारतीय आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया ने गांव जाकर मुलाकात की। पीड़ित परिजनों की राहुल गांधी से फोन पर बात करवाई।
Purnia Massacre – पीड़ित परिवार से क्या बोले राहुल
Purnia Massacre – बिहार में कानून व्यवस्था की बदहाली
विक्रांत भूरिया ने इस घटना को मानवता पर धब्बा बताते हुए कहा – “पूर्णिया में एक ही आदिवासी परिवार के पांच लोगों को जिंदा जलाए जाने की घटना ने इंसानियत को शर्मसार किया है। बिहार में अपराधियों का गुंडाराज स्थापित हो गया है। हत्याएं, नरसंहार और महिलाओं के खिलाफ अपराध आम हो गए हैं। पुलिस और कानून व्यवस्था पूरी तरह निष्क्रिय हो चुकी है।” उन्होंने आरोप लगाया कि अपराधियों की धरपकड़ की प्रक्रिया बेहद सुस्त है, जिसके कारण पूरे गांव में डर का माहौल है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार सरकार के प्रति आम लोगों का विश्वास खत्म हो चुका है और अपराधी बेखौफ होकर समानांतर सत्ता चला रहे हैं। इस घटना ने न केवल आदिवासी समुदाय को हिलाकर रख दिया है, बल्कि बिहार की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति पर भी गहरे सवाल खड़े किए हैं।
Purnia Massacre – चुनाव में मुद्दा बनेगा ये हत्याकांड!
पूर्णिया में आदिवासी परिवार के साथ ये घटना ऐसे समय में हुई है जब बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की जोड़ी महागठबंधन के तहत एनडीए के खिलाफ मजबूती से मैदान में है। बिहार कांग्रेस के नए अध्यक्ष राजेश राम ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि राहुल गांधी लगातार वंचित और शोषित वर्गों के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा – “इस हत्याकांड ने बिहार की कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है। हम पीड़ित परिवार के साथ हैं और न्याय के लिए लड़ेंगे।”
