SDM Rajat Verma
SDM Rajat Verma की हुंकार
SDM Rajat Verma ने बांदा के बबेरू में धमकियों पर चुप्पी तोड़ दी है। उनके शब्दों में तंज भी है और चुनौती भी — “हम नियमों के तहत काम करते हैं, धमकियों से नहीं डरते!” मामला सिर्फ एक घर गिराने तक सीमित नहीं है, ये पूरा बुलडोजर Controversy अब विधायक प्रकाश द्विवेदी की धमकियों से सुलग रहा है। एसडीएम ने कह दिया — जमीन सहकारी समिति की थी, कब्जा अवैध था, नोटिस दिया या नहीं, ये पंचायत देखे। पर विधायक जी का गुस्सा अब पूरे बबेरू की दीवारों पर चिपका है!
SDM Rajat Verma बनाम खादी का जोर
इस Bulldozer Controversy में SDM Rajat Verma अकेले खड़े हैं — सामने खादी का दबदबा! बीजेपी विधायक प्रकाश द्विवेदी ने फोन पर धमकाते हुए कहा — “मनमानी करोगे तो क्लास देंगे!” वायरल वीडियो में आवाज़ साफ है, लहजा और भी साफ! मगर SDM Rajat Verma का जवाब भी कम तीखा नहीं — “कानून से बड़ा कोई नहीं, धमकी देने से कुछ नहीं होगा!” यानि अब अफसरशाही और सियासत आमने-सामने है। पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल पर जातीय भेदभाव का आरोप भी जुड़ गया है। पवन पांडे कहते हैं — दूसरी जाति के कारण बुलडोजर चलवा दिया गया!
SDM Rajat Verma का नियमों का राग
SDM Rajat Verma बार-बार कह रहे हैं कि कार्रवाई सहकारी समिति की शिकायत पर हुई। पवन पांडे का घर इसी कैंपस में खड़ा था — कथित कब्जा! मगर विधायक को ये तर्क रास नहीं आया। पवन कह रहे हैं कि उसके पास कागज थे, SDM कह रहे हैं कि जो था वो गैरकानूनी था। अब सवाल ये — पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल पर जातीय साजिश का इल्जाम कितना सच है? और क्या SDM भी सियासी इशारे पर नाचे? SDM Rajat Verma कहते हैं — “हम अफसर हैं, कठपुतली नहीं!”
SDM Rajat Verma के पीछे कौन?
बबेरू के गलियों में चर्चा गर्म है — SDM Rajat Verma को किसी ‘मिशन’ के तहत यहां पोस्ट किया गया! खैर, ये दावा विधायक का है — जनता पूछ रही है, कौन सा मिशन? क्या SDM सच में किसी सियासी स्क्रिप्ट पर काम कर रहे थे या विधायक ने अपने समर्थक को बचाने के लिए बुलडोजर पर बवाल खड़ा कर दिया? SDM Rajat Verma का जवाब साफ है — “हम हर कागज देखेंगे, हर सवाल सुनेंगे — लेकिन धमकी से डरेंगे नहीं!”
SDM Rajat Verma पर वायरल वीडियो का वार
Bulldozer Controversy में वायरल वीडियो ने आग में घी डाला है। प्रकाश द्विवेदी की आवाज़ — “तुम्हें नौकरी करना सिखा देंगे!” — अब हर व्हाट्सएप ग्रुप में बज रही है। SDM Rajat Verma की ‘हुंकार’ भी उसी वीडियो में सुनाई देती — नहीं सुनाई देती तो अफसरशाही की खामोशी। मगर इस बार खामोशी टूट गई है। SDM खुद बोले हैं — “हम नियम से डरते हैं, नेताओं से नहीं!” जनता में चर्चा है — ये बुलडोजर पवन पांडे का घर ढहाने आया था या खादी और खाकी की सियासत ढहाने?
SDM Rajat Verma Vs दबंग विधायक: कौन सही?
अब पूरा बबेरू दो धड़ों में बंटा है। एक तरफ SDM Rajat Verma का दावा — नियम कायदा! दूसरी तरफ विधायक की धमकी — मनमानी नहीं चलेगी! पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल के खिलाफ जातीय विद्वेष का आरोप हवा में तैर रहा है। पवन पांडे कहते हैं — परिवार को सामान निकालने तक का मौका नहीं मिला। SDM कहते हैं — सब कुछ पुलिस की मौजूदगी में हुआ, वीडियोग्राफी हुई। तो अब क्या? इंसाफ मिलेगा या ये बुलडोजर सिर्फ सियासत का तमाशा था?
SDM Rajat Verma की हुंकार पर टिकेगा फैसला
बांदा का ये Bulldozer Controversy साबित कर रहा है कि SDM Rajat Verma सिर्फ कुर्सी पर नहीं बैठे — वो सियासी दवाब के आगे खड़े भी हैं। मगर विधायक का दबाव कम नहीं। पवन पांडे अपनी जाति की दुहाई दे रहा है, पंचायत अध्यक्ष सवालों में घिरा है और गांव वाले WhatsApp पर नया जज बने बैठे हैं। अब देखना है — SDM Rajat Verma के नियम बड़े साबित होंगे या विधायक जी की धमकी? बबेरू की गलियों में फिलहाल यही शोर है — ‘ये अफसर है या कठपुतली?’
