सावन 2025 : झारखंड के पूर्व DGP राजीव कुमार की शिवभक्ति – 2015 से बाबा बैद्यनाथ धाम तक पैदल कांवड़ यात्रा
Sawan 2025 : कांवड़िया बनकर बाबा बैद्यनाथ से मिलने चले पूर्व DGP राजीव कुमार
सिर पर भगवा टोपी – भगवा पैंट-शर्ट…गले में पीला पटका – पीठ पर बैग भी भगवा रंग का जिसमें रखा है गंगा जल – कांवड़िए के भेष में ये कोई और नहीं – झारखंड के पूर्व DGP राजीव कुमार हैं – जिनकी शिवभक्ति और समर्पण की कहानी सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रही है।

सावन के पवित्र महीने में जब बाबा बैद्यनाथ की नगरी “हर हर महादेव” और “बम भोले” के उद्घोष से गूंज रही होती है – राजीव कुमार भी एक साधारण कांवड़िया बनकर सुल्तानगंज से गंगा जल लेकर बाबाधाम की ओर प्रस्थान करते हैं।

DGP रहते हुए 2015 में पहली बार उठाया था जल
पूछने पर पूर्व DGP राजीव कुमार बताते हैं- “2015 से मैं हर सावन में पैदल बाबा बैद्यनाथ धाम की इसी तरह यात्रा करता हूं। DGP के पद पर रहते हुए मैंने 2015 में पहली बार जल उठाया था – और 2016 में रिटायरमेंट के बाद भी मैंने यह परंपरा अटूट रखी है। ये सब भोलेनाथ का आशीर्वाद है कि मैं अब तक उनकी भक्ति की इस परंपरा को निभा पा रहा हूं।”

पूर्व DGP राजीव कुमार आम भक्त की तरह ही बाबा बैद्यनाथ धाम तक पैदल यात्रा करते हैं। ना पद का गर्व…ना उम्र की थकान। वे राज्य सरकार की व्यवस्थाओं की तारीफ भी करते है। कहते हैं- “प्रशासन ने सुरक्षा से लेकर मेडिकल कैंप तक हर सुविधा का शानदार प्रबंध किया है। कांवड़ियों के लिए हर कदम पर सहूलियत सुनिश्चित की गई है।”
बाबा बैद्यनाथ धाम – मनोकामनाओं का ज्योतिर्लिंग
झारखंड में देवघर का बाबा बैद्यनाथ धाम – जहां शिव और शक्ति एक साथ विराजमान हैं – ये एकमात्र ज्योतिर्लिंग है जिसे मनोकामना लिंग के रूप में जाना जाता है। मान्यता है कि बाबा बैद्यनाथ अपने भक्तों की हर पुकार सुनते हैं और उनकी हर इच्छा पूरी करते हैं। सावन के महीने में यह नगरी भक्ति के रंग में सराबोर हो जाती है। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु “हर हर महादेव” के जयकारों के साथ बाबा के चरणों में जल अर्पित करने पहुंचते हैं। कहते हैं कि भगवान राम ने सबसे पहले सुल्तानगंज से गंगा जल भरकर 105 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा की थी, जिसने इस पवित्र परंपरा की नींव रखी। गंगा, जिन्हें शिवप्रिया भी कहा जाता है, इस यात्रा को और भी पवित्र बनाती हैं।

सावन मास – 105 किलोमीटर की भक्ति भरी यात्रा
Sawan 2025 : सुल्तानगंज से शुरू होने वाली यह कांवड़ यात्रा श्रद्धा और उत्साह का अनुपम संगम है। कांवड़िए गंगा का पवित्र जल लेकर नाचते-गाते – भक्ति में लीन होकर बाबा बैद्यनाथ धाम की ओर बढ़ते हैं। कुछ भक्त दंड प्रणाम या दंडवत करते हुए 105 किलोमीटर की कठिन यात्रा पूरी करते हैं। इस दौरान कांवड़ियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन द्वारा कतारबद्ध व्यवस्था की जाती है – जो कई बार 10 किलोमीटर से भी अधिक लंबी हो जाती है। झारखंड सरकार ने इस बार कांवड़ियों के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। गंगा की मखमली मिट्टी को कांवड़िया पथ पर बिछाया गया है – ताकि नंगे पांव चलने वाले भक्तों को कोई असुविधा न हो।

Sawan 2025 श्रावणी मेला – भक्ति और सुरक्षा का अनूठा संगम
Sawan 2025 :सावन के महीने में देवघर में आयोजित होने वाला श्रावणी मेला बाबा बैद्यनाथ को समर्पित एक भव्य उत्सव है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भक्तों को जलाभिषेक का सौभाग्य प्राप्त होता है। मेला क्षेत्र में सीसीटीवी की निगरानी, स्वास्थ्य शिविर और एनडीआरएफ की तैनाती भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है। तीर्थ पुरोहितों के अनुसार – सावन में बाबाधाम में भक्तों की भीड़ साल के अन्य महीनों की तुलना में सबसे अधिक होती है। इस दौरान मंदिर के गर्भगृह में स्पर्श पूजन बंद रहता है- ताकि लाखों श्रद्धालु सुगमतापूर्वक जलाभिषेक कर सकें। तीर्थ पुरोहित एस.एन. झा का अनुमान है कि मंदिर के पट बंद होने तक करीब एक लाख से अधिक भक्त बाबा के चरणों में जल अर्पित करेंगे।
बाबाधाम: जहां अमीर-गरीब का भेद मिट जाता है
Sawan 2025 : बाबा बैद्यनाथ की नगरी में न कोई अमीर है, न गरीब, न वीआईपी और न ही सामान्य। हर भक्त एक समान होकर “बोलबम” का उद्घोष करता हुआ बाबा के दरबार में हाजिरी लगाता है। सुल्तानगंज के अजगैबीनाथ धाम से गंगा जल लेकर कांवड़िए झारखंड के दुम्मा क्षेत्र से बाबा नगरी में प्रवेश करते हैं। यह यात्रा न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक संबल भी प्रदान करती है। बाबा बैद्यनाथ की महिमा ऐसी है कि हर भक्त यहां अपनी मनोकामना लेकर आता है और बाबा की कृपा से उसे पूर्ण होने का विश्वास लेकर लौटता है।

बाबा बैद्यनाथ धाम की यह पवित्र यात्रा और श्रावणी मेला भक्ति, समर्पण और एकता का प्रतीक है। गंगा के पवित्र जल और शिव की महिमा के साथ यह यात्रा हर साल लाखों दिलों को जोड़ती है। चाहे वह पूर्व डीजीपी राजीव कुमार हों या कोई साधारण भक्त – बाबा के दरबार में सभी एक समान हैं। “हर हर महादेव” के जयकारों के साथ यह यात्रा हर शिव भक्त के लिए एक अनमोल अनुभव है- जो जीवन को भक्ति और आस्था से सराबोर कर देता है।
#Sawan2025 #ShivBhakti #Deoghar #BabaBaidyanath #Mahadev #KawadYatra
Written by khabarilal.digital Desk
