Swati Singh-बलिया में छलका पूर्व मंत्री का दर्द!
Swati Singh Pain: बलिया में छलका सालों पुराना घाव
बलिया की धरती ने नेता खूब देखे, लेकिन Swati Singh जैसी बेबाकी कम ही उतरी होगी। सवा साल बाद अपने गृह जिले लौटीं तो सूटकेस में पुराने जख्म भी पैक कर लाईं। मीडिया को देख हाथ जोड़ने से पहले आंखों में सवाल थे — “क्या मेरी पार्टी मुझे Ticket देगी?”
Swati Singh का ये दर्द आज बलिया के गलियों में बिखर रहा है। खुद बोलीं — “अगर पार्टी ने Ticket दिया तो बलिया से चुनाव जरूर लड़ूंगी।” दर्द में भी उम्मीद बाकी है!
🍻 Swati Singh Pain: Beer Bar से कबाड़ तक
Swati Singh के दर्द का अगला अध्याय शुरू होता है Beer Bar controversy! जब लखनऊ में Multi Cuisine Restaurant खोला तो दुनिया ने उसे Beer Bar बना डाला! दर्द देखिए — खुद बोलीं “अगर वो Beer Bar था तो आज भी कैसे चल रहा है? यूपी में Beer Bar को लाइसेंस कौन देता है?”
Swati Singh के दर्द में तंज भी झलकता है — बोलीं “मुख्यमंत्री जी ने जो सही समझा किया, वरना मैं पांच साल तक मंत्री कैसे रह जाती? कोई गलत करती तो मेरे कुर्सी कब की उड़ गई होती।”
वाह! दर्द भी है, तर्क भी है और Ticket की उम्मीद भी।
Swati Singh Pain: Ticket का चेहरा Modi या कोई और?
इधर Swati Singh का दर्द छलक रहा था, उधर मीडिया ने चुटीला सवाल भी फेंक दिये — “दयाशंकर सिंह तो BJP में भारी हैं, आप कैसे टिकेंगी?” इस पर Swati Singh ने जो तीर चलाया वो बीजेपी में कई कानों तक चुभा होगा। बोलीं — “हमारा चेहरा कोई व्यक्ति नहीं है, हमारा चेहरा कमल का फूल है, Modi जी हैं, JP Nadda हैं, Amit Shah हैं, Yogi Adityanath हैं!”
मतलब साफ — Swati Singh का दर्द ये कह रहा है कि वो चेहरा नहीं, चेहरों का गठजोड़ हैं! खुद को नहीं, पार्टी को आगे रख रहीं — यही सियासत की सबसे लंबी सांस है।
Swati Singh Pain: टिकट मिलेगा या दरकिनार?
Swati Singh की बातें सुनने के बाद सवाल वही — Ticket मिलेगा? आज BJP की सत्ता में नये-नये चेहरे मजबूत हो रहे हैं। Swati Singh का Pain बार-बार कहता है कि पार्टी ने मुझसे कभी सवाल नहीं पूछा, जांच हुई होगी, सही पाई गई तभी पांच साल मंत्री रही! लेकिन Ballia में अब हवा बदल चुकी है। पुराने सिपाही नए सेनापति ढूंढते फिरते हैं।
Swati Singh Pain: Ticket के पीछे कौन?
यहां Pain के बीच इशारों में खूब बारूद है। जनता पूछ रही — क्या Swati Singh सच में निर्दोष थीं या मामला दबा दिया गया? क्या Beer Bar की कहानी में सच आधा है, आधा राजनीति? Ticket मिलेगा या फिर Ballia में Pain यूं ही आंसू बहाता रहेगा?
Swati Singh का Pain बताता है कि सत्ता में चेहरे बदलते हैं, कुर्सी वही रहती है। सवाल वही कि कमल के फूल के नीचे Pain किसका दबेगा, किसका नहीं?
Swati Singh Pain: अब तो Ticket चाहिए बस!
अब देखना ये है कि Swati Singh को BJP Ticket से मुक्ति देगी या Ballia की गलियों में उनका दर्द यूं ही सिर पटकता रहेगा? BJP के बड़े चेहरे क्या पुरानी सिपाही को नई जगह देंगे या टिकट की माला फिर किसी और के गले में जाएगी?
Written by khabarilal.digital Desk
🎤 संवाददाता: संजय कुमार
📍 लोकेशन: बलिया,यूपी
#SwatiSinghPain #SwatiSingh #Ballia #BJPTicket #BeerBarControversy #UPPolitics #KhabarilalDigital #BreakingNewsHindi
इन खबरों को भी पढ़ें👇
सावन में ‘Kanwar Yatra Mathura’ — किसकी सुरक्षा, किसका जलाभिषेक और कौन रोकेगा ट्रक?
