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“बलरामपुर में नए औषधि निरीक्षक का धमाकेदार स्वागत
बलरामपुर में शुक्रवार को Drug Inspector यानी श्रीकांत गुप्ता ने बड़ी शालीनता से नया पदभार ग्रहण किया। वैसे तो कुर्सी वही पुरानी थी, लेकिन उम्मीदें नई हैं — क्योंकि फार्मेंसी एंड फार्मासिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने फूलों का गुलदस्ता तो दिया ही, साथ में कान में फुसफुसाकर सहयोग का वादा भी ठोक दिया। इस गुलदस्ते में असल में ‘गुलाब’ कम और ‘कांटे’ ज्यादा हैं — ये बात Drug Inspector को जल्द ही पता चल जाएगी!
Drug Inspector Balrampur को मिला ‘सहयोग का वरदान’?
सोशल मीडिया जिला प्रभारी राहुल रतन और मंडल के सह मीडिया प्रभारी नफीस अंसारी ने तो स्वागत में कसीदे पढ़ दिए — बोले, श्री गुप्ता से पारदर्शी और जनहितकारी कार्रवाई की उम्मीद है। सवाल ये है कि अब तक जो औषधि निरीक्षक आए — वो कौन सा पर्दा चीर कर बैठे थे? हर कोई फूलों से लादकर विदा हुआ, पर दवाओं में मिलावट और सरकारी औषधालयों में कमीशन का खेल आज भी उसी जगह पर ठहरा है। नए Drug Inspector से लोग चाहते हैं कि बाजार में नकली दवा बेचने वालों की दुकानें सील हों — मगर ये काम गुलदस्ता पकड़ कर कैसे होगा?
संगठन भी तैयार, जांच भी तैयार!
इस स्वागत की रंगीन तस्वीर में जिला अध्यक्ष राजेश यादव, आजम खान, इबरार खान, इलियास जैसे दर्जनों चेहरे थे — सबने Drug Inspector  को सलाह दी कि ‘जनहित में काम कीजिए’। सवाल उठता है — जब हर साल ऐसे ही स्वागत होते हैं, तो मिलावटी दवाओं के जाल में फंसी जनता कब आज़ाद होगी? क्या पुष्पगुच्छ थमाना ही काफी है?
बलरामपुर में दवाओं के नकली कारोबारियों की नस काटनी है तो श्रीकांत गुप्ता को सोशल मीडिया पर पोस्ट और संगठन के सपोर्ट से ज्यादा — मेडिकल स्टोर के अंदर झांकना पड़ेगा। वरना फूल मुरझा जाएंगे, कागजों में कार्रवाई की खुशबू सड़ जाएगी — और जनता गोली खाती रहेगी (दवा वाली भी, असली भी!)।
नई कुर्सी, पुरानी बीमारी
SDM विकास चंद्र हों या CO साहब — प्रशासन ने उम्मीद जताई है कि Drug Inspector की एंट्री से फर्जी लाइसेंस, अवैध दवा दुकानों और खैराती मेडिकल प्रतिनिधियों पर लगाम लगेगी। लेकिन बलरामपुर की हवा जानती है — ये खेल सिर्फ कागजों पर चलता है। संगठन का सपोर्ट भी वही करता है — जो बाद में दबाव बनाकर ट्रांसफर करवाता है। इसलिए जनता तो यही चाहती है — इस बार Drug Inspector श्रीकांत गुप्ता वो काम कर जाएं, जो अभी तक फाइलों में दबा पड़ा है।
Drug Inspector Balrampur : जनता देख रही है!
राहुल रतन, राजेश यादव, नफीस अंसारी, आजम खान — सबने मिलकर भरोसा दिला दिया कि Drug Inspector को सहयोग मिलेगा। सवाल ये है कि मिलावट करने वालों को कब असहयोग मिलेगा? बलरामपुर की जनता, फार्मेंसी एसोसिएशन और प्रशासन — सबकी नजर अब श्रीकांत गुप्ता पर है। फूलों की खुशबू ज्यादा दिन तक नहीं टिकती — अब एक्शन की जरूरत है। नकली दवाओं के सौदागरों पर हाथ डालिए — फिर देखिए कैसे पूरा बलरामपुर स्वागत में पुष्पवर्षा करता है।
Drug Inspector Balrampur : अब क्या?
अब देखना है — श्रीकांत गुप्ता इस गुलदस्ते के साथ जनहित के जंगल में कितने शेर साबित होते हैं। बलरामपुर में सस्ती-खोटी दवाओं का जाल कब टूटेगा — यही बड़ा सवाल है। बाकी स्वागत में कोई कसर नहीं छोड़ी गई — मगर असली इज्जत तो तब मिलेगी जब जनता बोले — Drug Inspector ने वाकई कुछ किया!

 
         
         
        