Changur Baba Conversion Case
Changur Baba Conversion Case: बाबा का महल ढहा, आस्था की जीत
बलरामपुर का Changur Baba Conversion Case इस वक्त यूपी का सबसे गरम मसला बना है। जिस जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा ने 1500 हिंदू बेटियों की आस्था को विदेशी फंड से खरीदा, उसके महल पर अब योगी मॉडल का बुलडोजर नाच रहा है। तीसरे दिन तकरीबन दो विसवे में फैले उस ‘इश्क महल’ को नसरीन उर्फ नीतू रोहरा के नाम पर खड़ा किया गया था — मगर जब बुलडोजर चला तो बाबा का इश्क भी जमींदोज हो गया। जनता के बीच यही चर्चा है कि बाबा की ‘गर्लफ्रेंड महल पॉलिसी’ को यूपी एटीएस ने प्रेम पत्र नहीं, सीधे बुलडोजर से जवाब दिया है।
Changur Baba Conversion Case: विदेश से करोड़ों का खेल, मजबूरों का सौदा
कहते हैं Changur Baba Conversion Case में जितना काला खेल जमीन पर दिख रहा है, असली खेल तो ईडी की फाइलों में दबा पड़ा है। एटीएस के अमिताभ यश ने साफ किया — बाबा ने मजबूरी में फंसी हिंदू लड़कियों को धर्म बदलवाकर डॉलर कूटे। विदेश से करोड़ों के फंड आए और बाबा ने धर्मांतरण का धंधा ऐसा फैलाया कि हिंदुस्तान की जड़ें हिलाने की ठानी। अब जब जांच एजेंसियां बाबा के 100 करोड़ के काले साम्राज्य पर कैंची चला रही हैं, तो बाबा के चेले-चपाटे भी कांप रहे हैं। ईडी की नजर उन सब पर है, जिन्होंने बाबा की रोटी सेंकी — अब सबकी भूख छिनने वाली है।
जनता गरजी— बुलडोजर गरजे, दलाल सुलगें

Changur Baba Conversion Case में इस बार जनता ने साफ कह दिया — “छांगुर जैसे मजहबी सौदागरों को जमींदोज कर दो।” विश्व हिंदू परिषद के गंगा शर्मा ने तो दो टूक सुनाया — “1500 बेटियों के सपनों का सौदागर अब खुद खंडहर बनेगा, ईंट से ईंट बजा दो।” मीना किन्नर ने तड़ाका लगाया — “ये बाबा नहीं, समाज पर फफूंदी था। योगी जी का बुलडोजर ऐसे घुन को कुचलता ही रहना चाहिए।” उतरौला के सीओ राघवेंद्र सिंह का एलान भी गूंजा — “नसरीन के नाम पर उगा अवैध महल अब धूल हो गया। आगे जो फरमान आएगा, बुलडोजर वहीं चलेगा
Changur Baba Conversion Case: ATS और योगी मॉडल का पंच

Changur Baba Conversion Case अब सिर्फ एक ‘छांगुर बाबा’ की करतूत नहीं, बल्कि मजहबी धंधेबाजों के लिए खुला चिट्ठा बन चुका है। लखनऊ से बलरामपुर तक एटीएस ने शिकंजा ऐसा कसा है कि अब नीतू रोहरा उर्फ नसरीन की प्रेमकहानी भी सरकारी फाइलों में फंसी पड़ी है। एटीएस चीफ अमिताभ यश ने दो टूक कह दिया — “बाबा के गैंग में जो-जो चुपके से दलाली कर रहे थे, सब पर बुलडोजर की घंटी बज चुकी है।” अब खेल इतना साफ है कि जलालुद्दीन के अरबों का महल उन्हीं की कब्रगाह बनेगा, और इस बार किला भी बचेगा नहीं, महल भी नहीं — सिर्फ सरकारी कब्जा रहेगा और बाबा की कलंक कथा!
बलरामपुर में आज धर्मांतरण के दलालों पर बुलडोजर की गूंज ने बता दिया — चाहे छांगुर बाबा हो या उसका इश्क महल, अब मजहब की दलाली नहीं चलेगी। यूपी का बुलडोजर वहीं रुकेगा जहां गद्दारी जड़ पकड़ेगी।
जय बुलडोजर
