Driving License Scam Gazipur:
Driving License Scam Gazipur: लाइसेंस नहीं चढ़ावा चाहिए!
गाजीपुर वालों! अगर आपने सोचा कि सरकार कहती है ‘सबका साथ, सबका विकास’, तो जरा ठहर जाइए! यहां तो Driving License Scam का ऐसा जाल बिछा है कि बिना ‘तीन हजार के तेल’ के आपका लाइसेंस कहीं बनने वाला नहीं।
ताज़ा मामला तेज सिंह नामक उस निजी ड्राइविंग स्कूल का है, जिसे ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की जिम्मेदारी मिली हुई है। जिम्मेदारी क्या! लोग कह रहे हैं कि ये जिम्मेदारी नहीं, ‘चरणामृत योजना’ है – जो देगा वही लाइसेंस पायेगा, बाकी देखते रहिए भाई!
🚗 Driving License Scam Gazipur: नियम किताब में कुछ, दफ्तर में कुछ और!
अब बात जरा कानूनी किताब खोलकर कर लें – भारत में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने का नियम साफ है। Motor Vehicles Act 1988 कहता है कि हर उम्मीदवार को RTO के लाइसेंस टेस्ट से गुजरना होगा। ट्रैफिक नियमों का ज्ञान, ट्रायल पास – फिर फीस ऑनलाइन या ऑफलाइन जमा कर लाइसेंस मिलना चाहिए।
कहीं भी तीन हजार चढ़ावे का नियम नहीं है! लेकिन Driving License Scam Gazipur में नियम वही है, जो तेज सिंह एंड कंपनी बोले। उधर अफसर कहते हैं – ‘कागज़ ऑनलाइन जमा करो, फिंगरप्रिंट दो, फोटो खिंचवाओ, टेस्ट दो।’ इधर लोग कह रहे हैं – ‘भाई साहब, टेस्ट बाद में दो, पहले तीन हजार दो!’
Driving License Scam Gazipur: उगाही का खेल, आम आदमी बेहाल!
Driving License Scam से Gazipur के लोग इतना परेशान हैं कि हर गली, हर चौपाल में बस यही चर्चा – ‘लाइसेंस बनेगा या तीन हजार जाएंगे?’ जिसने ‘तेज सिंह ड्राइविंग स्कूल’ के चरण पकड़े, उसका लाइसेंस झटपट! जिसने ना पकड़े, वो साल भर RTO के चक्कर लगाए।
लोग कह रहे हैं – ‘अगर तीन हजार में लाइसेंस बिक ही रहा है तो RTO क्यों?’
गाजीपुर के कई नौजवान नौकरी के लिए लाइसेंस बनवाना चाहते हैं, लेकिन जेब टाइट है तो लाइसेंस सपना है। कोई पुलिस में भर्ती के लिए लाइसेंस चाहता है, कोई गाड़ी चलाकर परिवार पालना चाहता है, मगर तेज सिंह एंड कंपनी कहती है – ‘भाई, पहले भेंट चढ़ाओ!’
Driving License Scam Gazipur: RI साहब भी मौन साधे बैठे हैं!
Driving License Scam Gazipur में एक किरदार और है – RI साहब! जिनका काम कागज़ी घोड़े दौड़ाना और फाइलों को इधर से उधर सरकाना है। जनता कह रही है कि तेज सिंह ड्राइविंग स्कूल के तीन हजार वाले खेल पर RI साहब की कलम अभी तक ‘रुकी हुई’ है। क्यों रुकी है? जवाब कोई नहीं देता! लोग पूछ रहे हैं – ‘RI साहब की कलम पर कौन सी ग्रीस चढ़ती है?’ अफसर कह रहे हैं – ‘जांच होगी’, मगर सड़क पर खड़ा ड्राइवर कह रहा है – ‘साहब, जांच से पहले जेब खाली करवाओ!’ Driving License Scam Gazipur में RI भी सब जानते हैं, मगर जुबान पर ताला और फाइल पर गोमती का पानी!
Driving License Scam Gazipur: नए अफसर, पुराना बहाना!
अब बात नए ARTO साहब की कर लें। भाई ने अभी कुर्सी संभाली है। अफसर का दावा – ‘मैं नया हूं, सारी फाइलें देखूंगा, गलत नहीं होने दूंगा!’
लोग बोले – ‘अरे हुजूर! ये नया वाला बहाना हम सालों से सुन रहे हैं।’
Driving License Scam में हर बार नया अफसर आता है, फिर वही तेज सिंह, वही तीन हजार, वही लाइसेंस का तमाशा। जनता कह रही है – ‘जांच कब होगी? लाइसेंस बनाने में लगे दलाल कब हटेंगे?’
Driving License Scam Gazipur: कानून में सब फ्री, मगर जमीनी हकीकत भारी!
सरकार के पोर्टल Parivahan.gov.in पर सब लिखा है – लाइसेंस बनवाना है तो ऑनलाइन आवेदन, फीस 200-700 रुपये, टेस्ट दो, लाइसेंस पाओ। मगर Driving License Scam Gazipur में तो सारा खेल ‘कैश ऑन डिलीवरी’ वाला है – बिना रसीद, बिना पर्ची, सिर्फ जेब ढीली करो।
भ्रष्टाचार के इस खेल पर कोई RTI डालना चाहे तो डाल दे, पर फाइलें इतनी घुमा दी जाएंगी कि RTI लगाने वाला भी कहेगा – ‘भाई, तीन हजार देकर ही बनवा लेते!’
Driving License Scam Gazipur: सवाल बड़ा, जवाब कौन देगा?
गाजीपुर के लोग अब सरकार से जवाब मांग रहे हैं – ‘कब तक तेज सिंह एंड कंपनी आम जनता से उगाही करेगी?’ कब तक गरीब ड्राइवर, मजदूर, विद्यार्थी चक्कर काटेंगे? क्या नए ARTO साहब सच में कुछ करेंगे या फिर वही पुरानी चाय-समोसा बैठक होगी?
Driving License Scam Gazipur पर नजर रखिए, सवाल पूछिए, शिकायत करिए – वरना गाजीपुर में लाइसेंस के नाम पर लूट का ये खेल चलता रहेगा।
Driving License Scam Gazipur: अब तो जागो!
अब फैसला आपका – तीन हजार देकर लाइसेंस बनवाओ या आवाज उठाओ। क्योंकि ‘तेज सिंह ड्राइविंग स्कूल’ और उसके आका तभी सुधरेंगे जब सवाल उठेंगे।
गाजीपुर वालों! अगले चौराहे पर पुलिस ने रोका तो लाइसेंस दिखाओगे या खाली जेब?
Driving License Scam का भविष्य: क्या होगा अंजाम?
Written by khabarilal.digital Desk
🎤 संवाददाता: प्रदीप दुबे
📍 लोकेशन:गाजीपुर, यूपी
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