‘पहलगाम हमला इंसानियत पर चोट’– ब्रिक्स में बोले मोदी. समिट में आतंकवाद पर सख्ती और वैश्विक सुधारों की मांग की. BRICS से क्यों डरे ट्रंप?
Brazil : ब्राजील के रियो डी जनेरियो में 6-7 जुलाई 2025 को आयोजित 17वें BRICS Summit में 31 पेज और 126 पॉइंट्स वाला ‘रियो डी जनेरियो घोषणा पत्र’ जारी किया गया. इसमें 22 अप्रैल 2025 को Jammu-Kashmir के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और Iran पर Israel-America के हमलों की कड़ी निंदा की गई.
BRICS में PM Modi ने क्या कहा?

- पहलगाम आतंकी हमला न केवल भारत पर बल्कि पूरी मानवता पर चोट है. आतंकवाद की निंदा हमारा सिद्धांत होना चाहिए, न कि सुविधा.
- 20वीं सदी की संस्थाएं 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने में नाकाम हैं. तकनीक हर हफ्ते अपडेट होती है, लेकिन वैश्विक संस्थान 80 सालों में अपडेट नहीं हुए.
आतंक के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस‘ नीति
BRICS ने आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर जोर दिया और Cross-Border Terrorism, आतंकी फंडिंग और सेफ हेवन को खत्म करने की प्रतिबद्धता जताई. घोषणा पत्र में Gaza और Iran में हिंसा की भी निंदा की गई. साथ ही विश्व व्यापार संगठन (WTO) के नियमों के खिलाफ बढ़ते टैरिफ पर चिंता जताई गई.
डोनाल्ड ट्रम्प की नई धमकी

American President Donald Trump जबसे दूसरी बार सत्ता में आए हैं लगातार बहकी-बहकी बातें कर रहे हैं. अब ट्रंप ने BRICS से जुड़ने वाले देशों पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दे डाली है. उन्होंने अपने Social Media Account X पर कहा, “जो देश BRICS की अमेरिका विरोधी नीतियों के साथ जुड़ेंगे, उन पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगेगा”. ट्रंप का ये बयान BRICS के टैरिफ विरोधी रुख के जवाब में आया है.
PM Modi के संबोधन की बड़ी बातें
- BRICS की Diversity और Multipolar World में विश्वास इसकी सबसे बड़ी ताकत है.
- न्यू डेवलपमेंट बैंक को दीर्घकालिक, आवश्यक और साख बढ़ाने वाले प्रोजेक्ट्स में निवेश करना चाहिए.
- BRICS देशों के लिए साझा विज्ञान और technology research centre बनाने का प्रस्ताव दिया.
- किसी देश को संसाधनों का हथियार के रूप में या स्वार्थ के लिए उपयोग करने का अधिकार नहीं.
- Digital Content की प्रामाणिकता सुनिश्चित करने और दुरुपयोग रोकने के लिए वैश्विक मानक जरूरी.
- AI इम्पैक्ट समिट – भारत 2026 में AI पर वैश्विक सम्मेलन आयोजित करेगा.
आतंकवाद पर सख्ती की बात

- आतंकवाद की निंदा सिद्धांत हो, सुविधा नहीं.
- आतंकियों पर प्रतिबंध में कोई हिचक नहीं होनी चाहिए.
- आतंकवाद को मौन समर्थन देना अस्वीकार्य है.
शांति और सहयोग की बात
- गाजा और पश्चिम एशिया में हिंसा पर चिंता, दो-राष्ट्र समाधान का समर्थन.
- भारत युद्ध और हिंसा को खारिज करता है, शांति ही कल्याण का रास्ता है.
- भारत संवाद, सहयोग और एकता के लिए प्रतिबद्ध है.
