 
                                                      
                                                बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ का बड़ा एलान - 25 जुलाई को घेरेंगे विधानसभा
शिक्षकों की 9 सूत्रीय मांगें ये हैं –
- सेवा की निरंतरता और वेतनवृद्धि: पूर्व से कार्यरत शिक्षकों और पुस्तकालयाध्यक्षों को वर्तमान वेतन संरचना में पुरानी वार्षिक वेतनवृद्धि जोड़कर सेवा की निरंतरता दी जाए।
- पदोन्नति में तेजी: 15-18 साल से कार्यरत नियोजित शिक्षकों को तत्काल पदोन्नति प्रदान की जाए।
- ऐच्छिक स्थानांतरण: विशिष्ट और विद्यालय शिक्षकों का ऐच्छिक स्थानांतरण जल्द पूरा किया जाए।
- महिला और दिव्यांग शिक्षकों को सुविधा: महिला, दिव्यांग, और गंभीर रूप से बीमार शिक्षकों का स्थानांतरण नजदीकी स्कूलों में हो।
- एचआरएमएस पोर्टल पर अपडेट: वेतनवृद्धि, महंगाई भत्ता, और मकान किराया भत्ता की अद्यतन दरें एचआरएमएस पोर्टल पर शीघ्र अपलोड की जाएं।
- प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति: नव नियुक्त प्रधानाध्यापकों की पदस्थापना में देरी को तुरंत समाप्त किया जाए।
- पुस्तकालयाध्यक्षों को सुविधा: पुस्तकालयाध्यक्षों को ई-शिक्षा कोष में लॉगइन पासवर्ड दिया जाए।
- पुरानी पेंशन योजना: बिहार में भी पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए, जैसा कि अन्य राज्यों में हो चुका है।
- ऑनलाइन उपस्थिति में सुधार: ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली में खामियों को दूर किया जाए, ताकि समय पर स्कूल पहुंचने के बावजूद शिक्षकों को अनुपस्थित न दिखाया जाए और उनका वेतन न काटा जाए।
Bihar Teachers – 21 जुलाई तक सोच ले सरकार!
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव और पूर्व सांसद शत्रुघ्न सिंह ने साफ लहजे में कह दिया है कि सरकार के पास 21 जुलाई तक का समय है। अगर इस अवधि में शिक्षक संघ के साथ सकारात्मक वार्ता शुरू नहीं हुई – तो 25 जुलाई का धरना केवल शुरुआत होगा। इसके बाद आंदोलन को और व्यापक और उग्र करने की योजना है। उन्होंने कहा – “शिक्षकों का धैर्य अब जवाब दे रहा है। सरकार को चाहिए कि वह हमारी मांगों पर गंभीरता से विचार करे, वरना परिणाम भारी होंगे।”
Bihar School Education – शिक्षकों में बढ़ता असंतोष
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ (Bihar Secondary Teachers Association) का कहना है कि ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली की खामियों के कारण शिक्षकों को अनावश्यक आर्थिक नुकसान हो रहा है। समय पर स्कूल पहुंचने के बावजूद अनुपस्थित दिखाए जाने से शिक्षकों का वेतन कट रहा है – जिससे उनमें गहरा असंतोष है। इसके अलावा, स्थानांतरण और पदोन्नति में देरी ने भी शिक्षकों की परेशानियों को बढ़ाया है। संघ के एलान के मुताबिक पूरे बिहार से शिक्षक इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पटना पहुंचेंगे – यानी पटना में सियासत के अलावा शिक्षकों के गुस्से की वजह से भी माहौल गर्म रहने वाला है।
ये भी पढ़ें- प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी में ये कौन आया कि लालू की पार्टी में बढ़ा टेंशन

 
         
         
        