Duty First की मिसाल मथुरा में उस वक्त दिखी जब एक होमगार्ड ने खुद DM-SSP का ई-रिक्शा रोक दिया। Mudiya Mela में ट्रैफिक बैन लागू कराने के लिए होमगार्ड ने न ओहदे देखे, न रुतबा — बस डटकर कह दिया, “पहले आदेश बदलिए, फिर गाड़ी चलेगी।”
Duty First: Mathura Homeguard ने सिखाया, कुर्सी बड़ी नहीं उसूल बड़े
भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा में एक ड्यूटी-बाउंड होमगार्ड (Duty-Bound Homeguard) ने ऐसा कारनामा कर दिखाया कि डीएम और एसएसपी भी हैरान रह गए! मुड़िया मेले के दौरान परिक्रमा मार्ग पर ई-रिक्शा से जा रहे दोनों बड़े अफसरों को इस होमगार्ड ने रास्ता रोककर कह दिया, “यहां से नहीं, आदेश बदलो तब बात करो!” ना परिचय काम आया, ना रुतबा। आखिरकार, डीएम सीपी सिंह और एसएसपी श्लोक कुमार को रास्ता बदलना पड़ा। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई—इस होमगार्ड की कर्तव्यनिष्ठा ने दोनों अफसरों का दिल जीत लिया, और अब उसे सम्मानित करने की तैयारी है।
ड्यूटी-बाउंड होमगार्ड की दहाड़: “रास्ता बंद, अफसर हो या कोई और!”
Duty First: मथुरा में होमगार्ड ने DM-SSP को रोका
मामला रविवार का है, जब मथुरा का ड्यूटी-बाउंड होमगार्ड (Duty-Bound Homeguard) बागड़ी प्याऊं तिराहे पर ड्यूटी निभा रहा था। मुड़िया मेले की तैयारियों का जायजा लेने निकले डीएम सीपी सिंह और एसएसपी श्लोक कुमार ई-रिक्शा में सवार थे, पीछे-पीछे उनका काफिला। लेकिन जैसे ही ये लोग तिराहे पर पहुंचे, होमगार्ड ने हाथ उठाकर रास्ता रोक दिया। एसएसपी ने कहा, “भाई, मैं एसएसपी हूं, जाने दे!” लेकिन होमगार्ड ने एकदम फिल्मी अंदाज में जवाब दिया, “आदेश है, ई-रिक्शा नहीं चलेगा। आप एसएसपी हों या कोई और, नियम सबके लिए बराबर है!” यह सुनकर डीएम और एसएसपी एक-दूसरे का मुंह ताकने लगे। जनता ने भी इस सीन का लुत्फ उठाया और सोशल मीडिया पर #DutyBoundHomeguard ट्रेंड करने लगा।
Duty First: होमगार्ड का जज्बा: बहस की, पर हारा नहीं
Duty First: मथुरा में होमगार्ड ने DM-SSP को रोका
इस ड्यूटी-बाउंड होमगार्ड (Duty-Bound Homeguard) की हिम्मत देखिए—डीएम और एसएसपी ने जानबूझकर बहस करने की कोशिश की। एसएसपी ने कहा, “अरे, हम मेले का निरीक्षण करने जा रहे हैं, थोड़ा लचीलापन दिखा!” लेकिन होमगार्ड ने टस से मस नहीं होने का फैसला किया। उसने दो टूक कहा, “आदेश आपके ही ऑफिस से आया है, पहले उसे बदलो, फिर बात होगी। अभी तो जाम लग रहा है, कृपया रास्ता बदल लीजिए!” यह सुनकर दोनों अफसर निरुत्तर। जनता के बीच खुसुर-पुसुर शुरू हो गई कि ये होमगार्ड तो सच्चा सिपाही है! मथुरा की सड़कों पर इस घटना ने तहलका मचा दिया, और लोग कहने लगे कि ऐसे जांबाजों की वजह से ही नियम-कानून जिंदा हैं।
ड्यूटी-बाउंड होमगार्ड का सम्मान: अफसरों का दिल जीता
इस घटना का सबसे मजेदार ट्विस्ट तब आया, जब डीएम और एसएसपी ने इस ड्यूटी-बाउंड होमगार्ड (Duty-Bound Homeguard) की तारीफों के पुल बांध दिए। दोनों ने बिना नाराजगी दिखाए रास्ता बदला और मेले का निरीक्षण पूरा किया। बाद में एसएसपी श्लोक कुमार ने कहा, “हमने खुद ई-रिक्शा बैन का आदेश दिया था, और इस होमगार्ड ने हमारी बात को सिर-आंखों पर लिया। यह कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल है!” डीएम सीपी सिंह ने भी हामी भरी और ऐलान किया कि इस होमगार्ड को सम्मानित किया जाएगा। सोशल मीडिया पर लोग इस जांबाज की तारीफ कर रहे हैं, कोई कह रहा है, “ये है असली हीरो!” तो कोई लिख रहा है, “मथुरा का ये होमगार्ड तो बॉलीवुड स्क्रिप्ट का मटेरियल है!”
Duty First: होमगार्ड की कहानी: मथुरा की सियासत में नया रंग
Duty First: मथुरा में होमगार्ड ने DM-SSP को रोका
यह ड्यूटी-बाउंड होमगार्ड (Duty-Bound Homeguard) अब मथुरा की गलियों में चर्चा का विषय बन चुका है। मुड़िया मेले के दौरान ई-रिक्शा बैन का सख्ती से पालन करवाने वाले इस सिपाही ने ना सिर्फ नियमों की ताकत दिखाई, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि कर्तव्य के आगे रुतबा नहीं चलता। लोग कह रहे हैं कि अगर हर सिपाही ऐसा हो, तो मथुरा की सियासत और व्यवस्था में चार चांद लग जाएं। क्या यह घटना मथुरा की सियासत में नया रंग लाएगी? क्या इस होमगार्ड की कहानी और सिपाहियों को प्रेरित करेगी? अपने जवाब कमेंट बॉक्स में जरूर दें।